Cant trust him Congress leader Harak Singh Rawat takes a dig at Harish Rawat for repeatedly losing elections ‘उन पर भरोसा नहीं कर सकते’; हरीश रावत के बार-बार चुनाव हारने पर कांग्रेस नेता ने कसा तंज, Uttarakhand Hindi News - Hindustan
Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़Cant trust him Congress leader Harak Singh Rawat takes a dig at Harish Rawat for repeatedly losing elections

‘उन पर भरोसा नहीं कर सकते’; हरीश रावत के बार-बार चुनाव हारने पर कांग्रेस नेता ने कसा तंज

उत्तराखंड के पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि हरीश रावत ने 2009 में गंगा हर की पैड़ी पर कहा था कि वे अब कभी भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके बाद भी वे लगातार चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में उन पर भरोसा नहीं कर सकते।

Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तान, देहरादून। हिन्दुस्तानFri, 6 June 2025 10:18 AM
share Share
Follow Us on
‘उन पर भरोसा नहीं कर सकते’; हरीश रावत के बार-बार चुनाव हारने पर कांग्रेस नेता ने कसा तंज

उत्तराखंड के पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ने एक बार फिर पूर्व सीएम हरीश रावत पर बेहद तीखा हमला बोला है। हरक ने दो टूक कहा कि यदि हरीश रावत 2022 में विधानसभा चुनाव न लड़ते तो राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती। मीडिया से बातचीत में पूर्व मंत्री ने कहा कि हरीश रावत ने 2022 में सिर्फ लालकुंआ में अपने लिए और हरिद्वार ग्रामीण में अपनी बेटी के लिए ही प्रचार किया। इसके अलावा उन्होंने पूरे राज्य में किसी भी सीट पर चुनाव प्रचार नहीं किया। उनके लालकुंआ से चुनाव लड़ने से कांग्रेस लालकुंआ, रामनगर और सल्ट सीट सीधे तौर पर हार गई। यदि वे चुनाव न लड़ते तो कांग्रेस इन तीनों सीटों के अलावा अन्य सीटों पर भी बड़े बहुमत से जीतती। 

उन्होंने कहा कि टिकट वितरण के दौरान मैंने हरीश रावत से साफ कहा था कि मेरा तेरा न कीजिए, जो जीतने वाला है, उसे ही टिकट दीजिए। राजनीति में कोई अपना-पराया नहीं होता। उन्होंने कहा कि हरीश रावत ने 2009 में गंगा हर की पैड़ी पर कहा था कि वे अब कभी भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके बाद भी वे लगातार चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में उन पर भरोसा नहीं कर सकते।

हरीश रावत ने आज तक माफ नहीं किया

हरक ने कहा कि हरीश रावत ने आज तक उन्हें माफ नहीं किया है, जबकि मुझे भी 2016 की घटना का दुख है। 2016 की घटना सिर्फ सत्ता में बैठे मदहोश हुए लोगों को सबक सिखाने के लिए थी। इस बार भी वे अपनी मर्जी से कांग्रेस में नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा जनता की लड़ाई लड़ी। यदि उन्हें पैसे ही कमाने होते तो वे राजनीति में नहीं आते, बल्कि राजनीति में आने से पहले श्रीनगर विवि में प्रोफेसर रहते हुए उन्होंने खूब कारोबार किया।

हरक ने हरीश के बार-बार चुनाव हारने पर कसा तंज

हरक ने हरदा के बार-बार चुनाव हारने पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि एक जननेता दो चार सौ वोट से तो चुनाव हार सकता है, लेकिन नैनीताल लोकसभा सीट से वे साढ़े तीन लाख से अधिक वोटों से चुनाव हार जाते हैं। लालकुंआ विधानसभा में साढ़े 17 हजार से अधिक वोट से हारते हैं। हरक ने कहा कि राजनीति संन्यासी, साधु-संतों का खेल नहीं है। सिर्फ यात्रा निकालने से कुछ नहीं होता।

भाजपा पर आरोप लगाने की बजाय सीखा जाए

हरक ने कहा कि राजनीति का सीधा फंडा है, जो जीता वही सिकंदर। हमारी पार्टी की बैठकों में लोग कहते हैं कि भाजपा चुनाव जीतने को वोट बढ़ाती है। इस पर मैं यही कहता हूं कि जो काम वो करते हैं, हम क्यों नहीं कर सकते। राजनीति का मूल मंत्र है, दूसरे को गलत न करने दो और अपने गलत को भी सही ठहराओ।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।