भागवत नाम का आश्रय लेने से पार होती है जीवन की नैया
फोटो -श्री चैतन्य गौड़ीय मठ में ' भक्ति ही भगवत प्राप्ति का एकमात्र उपाय ' विषय पर संतों के प्रवचन देहरादून, वरिष्ठ संवाददाता। डीएल रोड स्थित श्री च

डीएल रोड स्थित श्री चैतन्य गौड़ीय मठ में चल रहे वार्षिक हरिनाम संकीर्तन सम्मेलन के दौरान विभिन्न स्थानों से आए संतों ने बुधवार को ' भक्ति ही भगवत प्राप्ति का एकमात्र उपाय ' विषय पर प्रवचन किए। संत विष्णु महाराज ने कहा भगवत प्राप्ति के लिए नाम का आश्रय अत्यंत आवश्यक है, जिस प्रकार भोजन, वायु, जल, जीवन को जीने के लिए आवश्यक है उसी प्रकार इस जीवन रूपी नौका से पार लगने के लिए भागवत नाम का आश्रय लेना भी जरूरी है। संतों ने कहा शास्त्रों का सार भी यही है भागवत नाम। जिस तरह शून्य के आगे एक अंक लगाने से उसकी संख्या और वैल्यू बढ़ जाती है, उसी प्रकार हर कार्य को नाम जप के साथ करने से वह मांगलिक कार्य बन जाता है।
उन्होंने कहा कलियुग में जीवन को संभालने के लिए कोई साधन नहीं है और सभी शास्त्रों का सार ही नाम जप है। क्योंकि नाम के आश्रय से हमारा चित्त शुद्ध होगा और शुद्ध चित्त ही भगवान की प्राप्ति का सरल माध्यम है। भगवान भी संतों और अपने भक्तों की सरलता की ओर आकर्षित होते हैं। इस अवसर पर मठ में निरीह महाराज, त्रिदंडी महाराज, त्यागी महाराज, देव प्रसाद प्रभु, बलराम प्रभु आदि काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
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