Atichari Guru : 2032 तक गुरु रहेंगे अतिचारी, इन राशियों की बढ़ेंगी परेशानियां
- Atichari Guru : देवगुरु बृहस्पति को ज्योतिष में विशेष स्थान प्राप्त है। देवगुरु बृहस्पति की कृपा से व्यक्ति का भाग्योदय होना तय है। देवगुरु बृहस्पति को गुरु को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक ग्रह कहा जाता है।

Atichari Guru : देवगुरु बृहस्पति को ज्योतिष में विशेष स्थान प्राप्त है। देवगुरु बृहस्पति की कृपा से व्यक्ति का भाग्योदय होना तय है। देवगुरु बृहस्पति को गुरु को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक ग्रह कहा जाता है। बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी होते हैं। गुरु ग्रह 14 मई को मिथुन राशि में प्रवेश करने वाले हैं और इस दौरान वह अतिचारी अवस्था में होंगे। ज्योतिषशास्त्र में अतिचारी होने का मतलब है बहुत तेज चलना। आमतौर पर गुरु 12 से 13 महीने में राशि परिवर्तन करते हैं लेकिन अतिचारी होने पर बहुत जल्दी-जल्दी राशि परिवर्तन करते हैं।
2032 तक रहेंगे गुरु अतिचारी- 14 मई को गुरु अतिचारी चाल से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। 18 अक्टूबर को कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। गुरु 11 नवंबर को वक्री अवस्था में आएंगे और फिर 05 दिसंबर को फिर से मिथुन राशि में गोचर कर जाएंगे। इसके बाद गुरु 2026 में अपनी राशि बदलेंगे। इसके बाद साल 2026 जून में गुरु कर्क राशि में प्रवेश करेंगे और अक्तूबर 2026 में सिंह राशि में गोचर करेंगे। साल 2027 में जनवरी माह में गुरु फिर से कर्क राशि में लौटेंगे और फिर जून में पुन: सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे। 2028 में गुरु सिंह राशि में आएंगे और जुलाई 2028 में कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। दिसंबर 2028 में तुला राशि में गोचर करेंगे। 2029 में गुरु मार्च महीने में कन्या राशि में आएंगे और अगस्त 2029 में तुला राशि में आ जाएंगे। साल 2030 में अतिचारी चाल से जनवरी माह में गुरु वृश्चिक राशि में आएंगे। मई 2030 में गुरु तुला राशि में आएंगे। सितंबर 2030 में गुरु वृश्चिक राशि में फिर से आ जाएंगे। साल 2031 में फरवरी माह में गुरु धनु राशि में आएंगे और जून में वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे। अक्टूबर 2031 में गुरु धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे। साल 2032 में गुरु अतिचारी चाल से मार्च में मकर राशि, फिर अगस्त में धनु राशि और अक्तूबर में मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस तरह से गुरु साल 2032 तक जल्दी-जल्दी राशि परिवर्तन करेंगे।
अतिचारी गुरु से इन राशियों को रहना होगा सावधान-
मिथुन राशि : मिथुन राशि के जातकों को अपने सेहत पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होगी। मन अस्थिर रह सकता है। किसी भी काम पर फोकस नहीं कर पाएंगे। चोट-चपेट लग सकती है। इसलिए बहुत सावधानी से कोई काम करें।
सिंह राशि : अशुभ प्रभावों से बचने के लिए सिंह राशि के जातकों को अपना बहुत ख्याल रखना चाहिए। धर्म-कर्म के कार्यों में शामिल हों। घर में गृह-क्लेश की स्थिति बढ़ सकती है। खर्चों की अधिकता से मन परेशान रहेगा। परिजनों के सेहत पर ध्यान दें।
तुला राशि : तुला राशि के जातकों को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। विपक्षी सक्रिय रहेंगे। विवाद बढ़ेंगे। शत्रु आपकी पद-प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेंगे। वाहन सावधानी से चलाएं।
कुंभ राशि : नए काम की शुरुआत बिल्कुल ना करें। धन हानि के संकेत हैं। घर में लड़ाई-झगड़े और गृह-क्लेश की स्थिति बनी रहेगी। मन अशांत रहेगा। आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव आएंगे। सेहत को लेकर लापरवाही ना बरतें।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।