पुरी के इस शिव मंदिर में 1 ही दिन होते है शिवलिंग के दर्शन, हैरान करेगी लौकी से जुड़ी ये मान्यता
Lokanatha Shiv Mandir: जगन्नाथ पुरी से कुछ ही दूरी पर बसे इस शिव मंदिर में स्थित शिवलिंग की कहानी भगवान श्रीराम से जुड़ी हई है।

Lokanatha Mandir in Puri: हर साल होने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा का लोग तहेदिल से इंतजार करते हैं। ये पुरी रथ यात्रा के नाम से भी खूब मशहूर है। इसका आयोजन ओडिशा के पुरी में किया जाता है। साल 2025 के जून महीने के आखिरी हफ्ते में होने जा रही इस रथयात्रा की तैयारियां शुरू हो चुकी है। बीते कई हफ्तों से पुरी की हर एक छोटी-बड़ी गलियां सजाई जा रही हैं। आने वाले दिनों में यहां कई लोग मत्था टेकने पहुंचेंगे और जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होंगे। बता दें कि इस यात्रा में भगवान जगन्नाथ के साथ-साथ बलभद्र और सुभद्रा के रथ निकाले जाते हैं, जिसे देखना अपने आप में ही एक अलग तरह का अनुभव है। अगर आप भी यहां आने वाले हैं तो यहां पर कई ऐसी और मंदिर भी हैं जहां जाया जा सकता है।
पुरी में एक बहुत पुराना मंदिर है जिसका अपना खास महत्व है। ये मंदिर पुरी से महज 2 किमी दूरी पर है। इसका नाम है- श्री लोकनाथ मंदिर। यहां भगवान शिव की पूजा होती है। यह मंदिर अपने आप में खास है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां पर स्थित शिवलिंग पूरे साल पानी में डूबा रहता है और ये सिर्फ एक दिन ही नजर आता है। तमाम लोग इस मंदिर के बारे में नहीं जानते हैं लेकिन अगर पुरी जा रहे हैं तो टाइम निकालकर यहां जा सकते हैं।
मंदिर को लेकर प्रचलित है ये पुरानी कथा
बता दें कि पुरी के इस मंदिर में स्थित शिवलिंग के पीछे एक पुरानी कथा जुड़ी हुई है। यहां पर रहने वाले तमाम लोगों का कहना है कि जब भगवान राम सीता मां को तलाश रहे थे तो उन्हें ढूंढते-ढूंढते वो पुरी पहुंच गए थे। यहां आकर वह भगवान शिव से मिलना चाह रहे थे। वहां मौजूद एक स्थानीय व्यक्ति ने उन्हें लौकी थमा दी, जो दिखने में एकदम शिवलिंग जैसी थी। भगवान राम को लगने लगा कि शिव भगवान इसके जरिए ही उन्हें कोई संदेश देना चाहते हैं। इसके बाद उन्होंने ठीक उसी जगह इस लौकी की स्थापना कर दी। कई साल के बाद वहीं पर मंदिर बन गया, जिसे पहले लोग लौकनाथ मंदिर के नाम से जानते थे। बाद में इसे लोकनाथ मंदिर के नाम से जाना जाने लगा।
इस दिन दिखता है लोकनाथ मंदिर का शिवलिंग
अगर आपके मन में भी ये बात चल रही है कि आखिर वो कौन सा दिन है जिस दिन लोकनाथ मंदिर के इस शिवलिंग के दर्शन होते हैं। आपको बता दें कि महाशिवरात्रि से ठीक 3 दिन पहले ही इस शिवलिंग के दर्शन किए जा सकते हैं। इस दिन पंकोध्दार एकादशी पड़ती है। इसे पापांकुशा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन व्रत रखने और इस शिवलिंग के दर्शन करने मात्र से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और सेहत भी पहले से बेहतर हो जाती है।