Chaitra Purnima 2025 date time muhurat pooja vidhi kab hai Purnima Purnima: चैत्र पूर्णिमा व्रत कब है, जानें डेट, मुहूर्त व पूजाविधि, एस्ट्रोलॉजी न्यूज़ - Hindustan
Hindi Newsधर्म न्यूज़Chaitra Purnima 2025 date time muhurat pooja vidhi kab hai Purnima

Purnima: चैत्र पूर्णिमा व्रत कब है, जानें डेट, मुहूर्त व पूजाविधि

  • Chaitra Purnima 2025 date: चैत्र पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा को अर्घ्य देना बेहद ही शुभ माना जाता है। मान्यता है चैत्र पूर्णिमा पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की एक साथ पूरी श्रद्धा के साथ पूजा करने से सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 8 April 2025 09:57 AM
share Share
Follow Us on
Purnima: चैत्र पूर्णिमा व्रत कब है, जानें डेट, मुहूर्त व पूजाविधि

Chaitra Purnima 2025 date: हिंदू धर्म में चैत्र पूर्णिमा विशेष महत्व रखती है। चैत्र पूर्णिमा तिथि पर विशेष रूप से भगवान श्री हरि विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है। चैत्र पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देना बेहद ही शुभ माना जाता है। मान्यता है साल की चैत्र पूर्णिमा पर पूरी श्रद्धा भाव के साथ भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना करने से सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है। इसलिए आइए जानते हैं चैत्र पूर्णिमा की सही डेट, पूजा का शुभ मुहूर्त, चंद्र दर्शन टाइम और विधि-

ये भी पढ़ें:सुबह से लेकर शाम तक इन मुहूर्त में करें कामदा एकादशी पूजा

चैत्र पूर्णिमा व्रत कब है, जानें डेट, मुहूर्त: इस साल चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा। वहीं, 12 अप्रैल, शनिवार के दिन सुबह 03 बजकर 21 मिनट से पूर्णिमा तिथि की शुरुआत होगी, जो बुधवार, 13 अप्रैल के दिन सुबह 05 बजकर 51 मिनट तक रहने वाली है। उदयातिथि के अनुसार, इस साल की चैत्र पूर्णिमा 12 अप्रैल को मान्य होगी और इसी दिन पूर्णिमा व्रत और दान-स्नान किया जाएगा।

चैत्र पूर्णिमा पूजा-विधि: चैत्र पूर्णिमा तिथि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में नदी में स्नान करने का विशेष महत्व माना जाता है। वहीं, अगर आप नदी में स्नान नहीं कर सकते तो नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर घर में ही स्नान करें। चैत्र पूर्णिमा के दिन पूरे विधि-विधान से लक्ष्मी नारायण की साथ में पूजा करनी चाहिए। इस दिन विष्णु भगवान को पीले रंग के फल, फूल और वस्त्र चढ़ाने चाहिए और मां लक्ष्मी को गुलाबी या लाल रंग के फूल और श्रृंगार का सामान चढ़ाना चाहिए। वहीं, चैत्र पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण की कथा पढ़ना पुण्यदायक माना जाता है। चैत्र पूर्णिमा के दिन पवित्र जल में कच्चा दूध मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है। चैत्र पूर्णिमा का व्रत रखने और इस दिन लक्ष्मी नारायण की विधिवत पूजा करने से घर में सुख-संपत्ति और खुशहाली बनी रहती है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।