Ganga Dussehra Date Time Muhurat Pooja Vidhi Kab Hai Ganga Dussehra 2025 Ganga Dussehra: कब है गंगा दशहरा? जानें डेट, मुहूर्त व पूजाविधि, एस्ट्रोलॉजी न्यूज़ - Hindustan
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Ganga Dussehra: कब है गंगा दशहरा? जानें डेट, मुहूर्त व पूजाविधि

  • Ganga Dussehra Date Time : वर्तमान में मई अथवा जून के माह में गंगा दशहरा का त्योहार पड़ता है। गंगा दशहरा पर मां गंगा की पूजा-अर्चना करने, गंगा नदी में स्नान, दान, पुण्य का विशेष महत्व है।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीMon, 14 April 2025 07:24 PM
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Ganga Dussehra: कब है गंगा दशहरा? जानें डेट, मुहूर्त व पूजाविधि

Ganga Dussehra Date Time: हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन गंगा दशहरा मनाया जाता है। गंगा दशहरा को गंगावतरण के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है गंगा का अवतरण। गंगा दशहरा पर मां गंगा की पूजा-अर्चना करने, गंगा नदी में स्नान, दान, पुण्य का विशेष महत्व है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, राजा भागीरथ की घोर तपस्या से प्रसन्न होकर मां गंगा ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन हस्त नक्षत्र में स्वर्ग से पृथ्वी पर आई थीं।

कब है गंगा दशहरा? जानें डेट: पंचांग अनुसार, दशमी तिथि जून 04, 2025 को रात 11:54 बजे शुरू होगी। दशमी तिथि जून 06, 2025 को 02:15 ए एम पर समाप्त होगी। दृक पंचांग के अनुसार, जून 5 2025 को गंगा दशहरा मनाया जाएगा।

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मुहूर्त

दशमी तिथि प्रारम्भ - जून 04, 2025 को 11:54 पी एम

दशमी तिथि समाप्त - जून 06, 2025 को 02:15 ए एम

हस्त नक्षत्र प्रारम्भ - जून 05, 2025 को 03:35 ए एम

हस्त नक्षत्र समाप्त - जून 06, 2025 को 06:34 ए एम

व्यतीपात योग प्रारम्भ - जून 05, 2025 को 09:14 ए एम

व्यतीपात योग समाप्त - जून 06, 2025 को 10:13 ए एम

पूजा-विधि

1- ब्रह्म मुहूर्त में गंगाजल से स्नान करें

2- सभी देवी-देवताओं का जलाभिषेक करें

3- मां गंगा के साथ-साथ भगवान शिव की भी पूजा करें

4- अब प्रभु को चंदन और पुष्प अर्पित करें

5- मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें

6- पूरी श्रद्धा के साथ भगवान की आरती करें

7- भोग लगाएं

8- श्री गंगा चालीसा का पाठ करें

9- अंत में क्षमा प्रार्थना करें

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महत्व: मां गंगा ज्येष्ठ शुक्ल दशमी के दिन हस्त नक्षत्र में स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुई थी। मां गंगा को संपूर्ण विश्व में सबसे पवित्र नदी माना जाता है। जब गंगा धरती पर आई, तब यहां की बंजर धरती उपजाऊ हुई और हर क्षेत्र में हरियाली छा गई। तभी से गंगा दशहरा पर्व मनाने की शुरुआत हुई। हिन्दू धर्म में गंगा नदी को देवी के रूप में पूजा जाता है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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