Guru Pradosh Vrat 2025 March mein dusra pradosh vrat kab hai know puja vidhi muhurat and vrat niyam Pradosh Vrat: मार्च का आखिरी प्रदोष व्रत कब है? जानें डेट, पूजन मुहूर्त, विधि व व्रत नियम, एस्ट्रोलॉजी न्यूज़ - Hindustan
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Pradosh Vrat: मार्च का आखिरी प्रदोष व्रत कब है? जानें डेट, पूजन मुहूर्त, विधि व व्रत नियम

  • Guru Pradosh Vrat 2025 March: मार्च महीने के आखिरी प्रदोष व्रत में गुरु प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। जानें मार्च का आखिरी प्रदोष व्रत कब है-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तानMon, 24 March 2025 08:03 PM
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Pradosh Vrat: मार्च का आखिरी प्रदोष व्रत कब है? जानें डेट, पूजन मुहूर्त, विधि व व्रत नियम

Guru Pradosh Vrat 2025: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत हर महीने के कृष्ण व शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव व माता पार्वती के पूजन का विधान है। मान्यता है कि प्रदोष करने से भगवान शिव की कृपा से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को गुरु प्रदोष व्रत रखा जाएगा। प्रदोष व्रत के दिन गुरुवार होने के कारण इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाएगा। यह मार्च महीने का आखिरी या दूसरा प्रदोष व्रत भी है। जानें मार्च में गुरु प्रदोष व्रत कब है व पूजन का शुभ मुहूर्त-

मार्च का आखिरी प्रदोष व्रत कब है: चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी 27 मार्च 2025 को सुबह 01 बजकर 42 मिनट पर प्रारंभ होगी और 27 मार्च 2025 को रात 11 बजकर 03 मिनट पर समाप्त होगी। प्रदोष व्रत 27 मार्च 2025, गुरुवार को रखा जाएगा।

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गुरु प्रदोष व्रत पूजन मुहूर्त 2025- भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में अत्यंत शुभ मानी गई है। प्रदोष काल शाम का वह समय होता है जब सूर्यास्त होने वाला होता है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव के पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 36 मिनट से रात 08 बजकर 56 मिनट तक रहेगा।

प्रदोष व्रत पूजा विधि- सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि करने के बाद भगवान शिव का ध्यान रखते हुए व्रत का संकल्प लें। शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, फूल, फल आदि चीजों को अर्पित करें। प्रदोष व्रत कथा का पाठ करें। भगवान शिव की आरती उतारें और भोग लगाएं। इसके बाद पूरे दिन व्रत नियमों का पालन करें।

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प्रदोष व्रत नियम- प्रदोष व्रत के दिन तामसिक भोजन नहीं ग्रहण किया जाता है। इस दिन भगवान शिव का ज्यादा से ज्यादा ध्यान लगाना चाहिए। नकारात्मक बातों या विचारों को मन से दूर रखना चाहिए। इस दिन गुस्सा नहीं करना चाहिए।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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