Vinayaka Chaturthi: विनायक चतुर्थी कल, जानें पूजा का समय, विधि
- Vinayaka Chaturthi 2025: पंचांग के अनुसार, चैत्र शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन विनायक चतुर्थी पड़ रही है। इस दिन माताएं इस व्रत को संतान की प्राप्ति और संतान की लंबी उम्र के लिए रखती हैं।

Vinayaka Chaturthi 2025, विनायक चतुर्थी कल: चैत्र मास की विनायक चतुर्थी का व्रत 01 अप्रैल को रखा जाएगा। पंचांग के अनुसार, चैत्र शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन विनायक चतुर्थी पड़ रही है। इस दिन भगवान श्री गणेश और चंद्रमा की पूजा अर्चना की जाती है। माताएं इस व्रत को संतान की प्राप्ति और संतान की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी पूजा की विधि, शुभ मुहूर्त, चंद्रोदय समय और व्रत पारण की सही विधि-
जानें पूजा का समय, विधि
चैत्र, शुक्ल पक्ष की चतुर्थी प्रारम्भ - 05:42 ए एम, अप्रैल 01
चैत्र, शुक्ल पक्ष की चतुर्थी समाप्त - 02:32 ए एम, अप्रैल 02
इस दिन चन्द्रोदय का समय - 07:54 ए एम
ब्रह्म मुहूर्त 04:39 से 05:25
प्रातः सन्ध्या 05:02 से 06:11
अभिजित मुहूर्त 12:00 से 12:50
विजय मुहूर्त 14:30 से 15:20
गोधूलि मुहूर्त 18:38 से 19:01
सायाह्न सन्ध्या 18:39 से 19:48
अमृत काल 06:50 से 08:16
निशिता मुहूर्त 00:01, अप्रैल 02 से 00:48, अप्रैल 02
सर्वार्थ सिद्धि योग 11:06 से 06:10, अप्रैल 02
रवि योग 11:06 से 06:10, अप्रैल 02
विनायक चतुर्थी पूजा-विधि
1- भगवान गणेश जी का जलाभिषेक करें
2- गणेश भगवान को पुष्प, फल चढ़ाएं और पीला चंदन लगाएं
3- तिल के लड्डू या मोदक का भोग लगाएं
4- चैत्र विनायक चतुर्थी की कथा का पाठ करें
5- ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जाप करें
6- पूरी श्रद्धा के साथ गणेश जी की आरती करें
7- चंद्रमा के दर्शन करें और अर्घ्य दें
8- व्रत का पारण करें
9- क्षमा प्रार्थना करें
व्रत का पारण कैसे करें?
विनायक चतुर्थी के व्रत का पारण करने के अगले दिन भी केवल सात्विक भोजन या फलाहार ही ग्रहण करें और तामसिक भोजन से परहेज करें। विनायक चतुर्थी का व्रत खोलने के लिए चंद्रमा दर्शन और पूजन करें। इस दिन अपनी मनोकामना के लिए पूजा-अर्चना करें।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।