मौसम: दिन में गर्मी, शाम को बारिश से राहत, संशोधित, पेज 3 लीड पैकेज
गोह में बारिश के बाद झील में तब्दील हुई सड़क, आवागमन प्रभावित सुबह से तेज धूप और उमस भरी गर्मी लोगों का हाल बेहाल कर रही है, वहीं शाम होते-होते काले बादल, तेज हवाएं

मौसम का मिजाज इन दिनों हर पल नया रंग दिखा रहा है। सुबह से तेज धूप और उमस भरी गर्मी लोगों का हाल बेहाल कर रही है, वहीं शाम होते-होते काले बादल, तेज हवाएं और झमाझम बारिश वातावरण को सुहाना बना देती है। शुक्रवार को सुबह से सूरज की तपिश इतनी तेज थी कि लोग घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे थे। दोपहर में सड़कें सुनसान थी और चिलचिलाती गर्मी ने हर किसी को परेशान किया। जैसे ही शाम ढली, आसमान में काले बादल छा गए और तेज हवाओं के साथ बारिश ने दस्तक दी। इस बारिश ने न केवल तापमान को कम किया बल्कि लोगों को गर्मी से राहत भी दी।
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आने वाले दिनों में भी मौसम का यही मिजाज जारी रहने की संभावना है। शनिवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री और न्यूनतम 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, साथ ही हल्की बारिश की उम्मीद है। रविवार को भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री और न्यूनतम 30 डिग्री रहेगा। सोमवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री और न्यूनतम 29 डिग्री सेल्सियस के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। मंगलवार को फिर से अधिकतम तापमान 40 डिग्री और न्यूनतम 29 डिग्री तक जा सकता है। कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप चौबे ने सलाह दी है कि दिन में गर्मी और उमस से बचने के लिए पर्याप्त पानी पीएं, हल्के कपड़े पहनें और धूप में निकलते समय सावधानी बरतें। शाम को अचानक बारिश और तेज हवाओं के लिए भी तैयार रहें। बारिश से सड़क पर जलजमाव, नाली सफाई की मांग हल्की बारिश से ही सड़क पर हुआ जलजमाव फोटो- 30 मई एयूआर 17 कैप्शन- गोह प्रखंड मुख्यालय में सड़क पर भरा बारिश का पानी गोह, संवाद सूत्र। गोह प्रखंड में शुक्रवार को हुई हल्की बारिश ने मुख्य सड़क को झील में तब्दील कर दिया। जाम नालियों के कारण बारिश का पानी सड़क पर फैल गया, जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानी हुई। वाहनों का परिचालन भी प्रभावित रहा। नालियों का कचरा सड़क पर फैलने से स्थिति और खराब हो गई। गोह शहीद जगतपति चौक के समीप पानी फैल गया जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इस चौक से ही एनएच-120 और स्टेट हाइवे-68 गुजरती है। यहां सड़क के किनारे पक्की नाली का निर्माण पूर्व में हुआ था लेकिन उसकी सफाई नहीं हो सकी है। कई जगहों पर स्लैब टूट गया और लोगों ने नाली को भर दिया है। इसके कारण बारिश का पानी दुकान में घुस जाता है। शुक्रवार को बारिश होने के बाद समस्या उत्पन्न हुई। कुछ समय के लिए यहां आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ। पैदल जा रहे लोगों के कपड़े भी खराब हुए। स्थानीय लोगों ने बताया कि हल्की बारिश में ही यह हाल है तो पूरे बरसात के मौसम में स्थिति और गंभीर हो सकती है। अगर नालियों की सफाई नहीं हुई तो पानी घरों और दुकानों में घुस सकता है जिससे आर्थिक नुकसान और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। लोगों ने प्रशासन से तत्काल नालियों की सफाई की मांग की है। धान की नर्सरी की तैयारी में जुटे किसान मदनपुर, एक संवाददाता। रोहिणी नक्षत्र शुरू हो चुका है, जो धान की बुआई के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। किसान धान के बिचड़े की तैयारी के लिए खेतों की जुताई में जुट गए हैं। प्रखंड कृषि समन्वयक मुकेश अकेला ने बताया कि इस वर्ष 95 सौ हेक्टेयर में धान रोपाई और 950 हेक्टेयर में धान बिचड़ा तैयार करने का लक्ष्य है। इस साल समय पर बारिश होने से किसानों में उत्साह है। जिन किसानों के पास सिंचाई के साधन हैं, वे रोहिणी नक्षत्र में ही बुआई शुरू कर देते हैं। किसान राजेंद्र ठाकुर और पाठक बिगहा के अरुणजय पाठक ने बताया कि वे 10 जून तक बुआई पूरी कर लेते हैं। इसके बाद 15 जुलाई तक धान की रोपाई शुरू कर देते हैं। समय पर रोपाई से फसल जल्दी तैयार होती है और उपज की गुणवत्ता बेहतर होती है। पहले कटाई होने से बाजार में अच्छा मूल्य मिलता है।
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