जिले के दो सीएचसी में बहाल होगी अल्ट्रासाउंड की सुविधा
इसे भी पेज तीन की लीड बना सकते हैंइसे भी पेज तीन की लीड बना सकते हैं हिन्दुस्तान विशेष अब बाराहाट एवं धोरैया सीएचसी में शुरू होगी अल्ट्रासाउंड जांच 26 लाख

बांका। निज प्रतिनिधि। जिले में 430 बेड के मेडिकल कॉलेज खुलने से पहले ही यहां के अस्पतालों की भी स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है। यहां बांका सदर अस्पताल के अलावे अमरपुर रेफरल अस्पताल, बौंसी रेफरल अस्पताल एवं बाराहाट व धोरैया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में सी सेक्शन की सुविधा शुरू कर दी गई है। इसके लिए इन स्वास्थ्य केंद्रों में गायोक्नॉजिस्ट चिकित्सक की नियुक्ति की गई है। जिससे यहां आपातकालीन स्थिति में सीजिरियन के जरिये भी गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराये जाने की सुविधा है। इस सुविधा से यहां वित्तीय वर्ष 2024-25 में 862 गर्भवति महिलाओं का सीजिरियन कर प्रसव कराया गया है।
हालांकि, अभी बांका सदर अस्पताल एवं अमरपुर व बौंसी रेफरल अस्पताल में ही अल्ट्रासाउंड की सुविधा है। जिससे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों व चिकित्सकों को थोडी परेशानियों का सामाना करना पड रहा है। लेकिन अब जल्द ही बाराहाट एवं धोरैया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी अल्ट्रासाउंड की सुविधा बहाल की जायेगी। इसके लिए इन दोनो सामुदियक स्वास्थ्य केंद्रों में 26 लाख की राशि से डिजिटल अल्ट्रासाउंड मशीन स्थापित किये जाने के साथ ही यहां रेडियोलॉजिस्ट की भी नियुक्ति की जाएगी। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग का प्रयास जारी है। वहीं, इन सीएचसी के इंफ्रास्ट्रक्चर भी विकसित किये जा रहे हैं। जिससे इन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से जुडे मरीजों को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पडेगा। अब यहां डिजिटल अल्ट्रासाउंड मशीनें उपलब्ध होने से मरीजों को त्वरित और सटीक जांच की सुविधा मिल सकेगी। जबकि अभी इन इलाकों के मरीजों को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए सदर व रेफरल अस्पताल या फिर निजी स्वास्थ्य केंद्रों पर निर्भर रहना पड रहा है। सरकारी अस्पतालों के प्रति बढ रही लोगों की विश्वसनियता लंबे अर्से के बाद सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्था में बदलाव आया है। जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही है। इससे लोगों की विश्वसनियता सरकारी अस्पतालों के प्रति बढी है। जिसका नतीजा है कि संस्थागत प्रसव में भी लगातार बढोतरी हो रही है। संस्थागत प्रसव में बढोतरी होने से मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी आई है। जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 में 42 हजार 618 गर्भवती महिलाओं ने संस्थागत प्रसव कराया है। वहीं, जिले के सभी सीएचसी में पैथोलॉजी एवं एक्स रे की भी सुविधा है। अब सीएचसी में टीबी, डेंगू, व अन्य बीमारियों सहित थाईराइड के जांच व ईलाज की भी सुविधा उपलब्ध है। यहां इन बीमारी से जुझ रहे मरीजों की मुफ्त में जांच किये जाने के साथ ही उन्हें मुफ्त में दवाईयां भी दी जा रही है। एक साल में सीजिरियन से कराये गये प्रसव के आंकडे बांका सदर अस्पताल 575 अमरपुर रेफरल अस्पताल 134 बौंसी रेफरल अस्पताल 125 धोरैया सीएचसी 16 बाराहाट सीएचसी 12 जिले के सदर व दो रेफरल अस्पताल सहित दो सीएचसी में भी सी सेक्शन की सुविधा है। जिससे वहां आपातकालीन स्थिति में गर्भवती महिलाओं का सीजिरियन से भी प्रसव कराये जा रहे हैं। इसके लिए सदर व रेफरल अस्ताल के बाद सीएचसी में भी अल्ट्रासाउंड की सुविधा बहाल की जा रही है। जिसकी पहली कडी में बाराहाट एवं धोरैया सीएचसी में डिजिटल अल्ट्रासाउंड मशीन स्थापित किये जाएंगे। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग का प्रयास जारी है। डॉ अनिता कुमारी, सीएस, बांका।
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