दुखनसार गांव का पहला मैट्रिक पास लड़का कामदेव बना शिक्षक
गांव में खुशी, दूसरे को भी मिल रही प्रेरणागांव में खुशी, दूसरे को भी मिल रही प्रेरणा बांका। एक संवाददाता कटोरिया प्रखंड के जयपुर पंचायत के जनजाति बहुल

बांका। एक संवाददाता कटोरिया प्रखंड के जयपुर पंचायत के जनजाति बहुल दुखनसार कुरूमटांड गांव आज खुशी मना रहा है। इस गांव में भले ही एक सौ लोग रहते हैं लेकिन पूरा गांव शिक्षा से दूर रहा है। इन ग्रामीणों के बीच से एक लड़का कामदेव मुर्मू में पढने की ललक जगी और वह गांव का पहला व्यक्ति बना जिसने मैट्रिक की परीक्षा पास की। इसके बाद आज वह शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर सरकारी शिक्षक बन गया। उसके इस जुनून में देवघर के प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. एनडी मिश्रा का सहयोग काफी सराहनीय रहा। कामदेव ने बताया कि एक बार मैं अपने भांजे के इलाज के लिए बैद्यनाथ शंकर नेत्रालय देवघर गया था तब डा. एनडी मिश्रा से मुलाक़ात हुई थी और मैं इनसे बहुत प्रभावित हुआ।
बातचीत के क्रम में जब मैंने अपने गांव में शिक्षा की स्थिति का जिक्र किया तो डॉ मिश्रा ने मुझे ही गांव के लिए निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने का जिम्मा दिया, जिसका खर्च डॉक्टर साहब स्वयं वहन करते हैं। इसी क्रम में मैंने सैकड़ों ग्रामीणों को साक्षर बनाने के साथ स्वयं मैट्रिक, इंटर, ग्रेजुएशन, डीएलएड की पढ़ाई डॉक्टर साहब के दिए आर्थिक सहयोग से पुरा किया, और आज इस मुकाम पर पंहुच सका। इस संबंध में डा. एनडी मिश्रा ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि मुझे अपार ख़ुशी है कि मेरे प्रयास को कामदेव ने सार्थक किया। मौके पर डॉ एन सी गाँधी, आलोक मिश्रा, रजनीकांत, धनंजय कुमार, पंचानन्द कुमार, नीलकंठ कुमार यादव इत्यादि उपस्थित थे।
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