गुड न्यूज! दिल्ली-एनसीआर का जाम दूर करेंगे छह प्रोजेक्ट, जानिए किसे मिलेगी राहत
दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने राजधानी को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए 6 नए प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बनाई है। इससे दिल्ली समेत पूरे एनसीआर को फायदा होगा।

दिल्ली-एनसीआर का जाम छह प्रोजेक्ट से दूर करने की योजना बनाई गई है। चार जून को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के साथ हुई बैठक में इन प्रोजेक्ट को हरी झंड़ी मिली है। दिल्ली के अंदर जाम खत्म करने के साथ-साथ यह गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी यातायात सुगम करेंगे। इन क्षेत्रों से निकलने वाले प्रमुख राजमार्गों और एक्सप्रेस-वे को भी इन प्रोजेक्ट के जरिए आपस में जोड़ने की तैयारी है। एलिवेटिड रोड और बाइपास के सहारे वाहन चालक बगैर जाम में फंसे सफर पूरा करेंगे और इससे दिल्ली में वाहनों की संख्या भी कम होगी। पेश है गौरव त्यागी की रिपोर्ट...
1. जम्मू और पंजाब की ओर जाने वालों को राहत मिलेगी
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का राजधानी में विस्तार किया जाएगा। दिल्ली-गुरुग्राम, आईजीआई एयरपोर्ट से यातायात सीधे दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे पर पहुंच जाएगा। रोहिणी में यूईआर दो के जरिए इसे दिल्ली कटरा एक्सप्रेस वे से कनेक्ट किया जाएगा। प्रोजेक्ट की डीपीआआर तैयार हो रही है। करीब बीस किलोमीटर लंबे हाइवे को चार हजार करोड़ की लागत से बनाया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और पंजाब की तरफ जाने वाला यातायात दिल्ली के जाम में फंसे बगैर निकल जाएगा। इस परियोजना के पूरा होने के बाद, दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे, एनएच-44 (नेशनल हाईवे-44) का भी एक विकल्प बन सकता है, जिससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा और सफर की रफ्तार बढ़ेगी। इसके बनने से लोगों को काफी फायदा होगा।
2. अर्बन एक्सटेंशन रोड दो से जुड़ेगा दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे
बैठक में फैसला लिया गया कि दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे को अर्बन एक्सटेंशन रोड-दो (यूईआर) से जोड़ा जाएगा। इसके लिए अलीपुर से ट्रोनिका सिटी (गाजियाबाद) तक 17 किलोमीटर की सड़क बनाई जाएगी। यह सड़क हिरनकी होते हुए मंडोला तक जाएगी। यह सड़क एनएच 44 के बाइपास का काम भी करेगी। उत्तर, उत्तर पश्चिम दिल्ली और गुरुग्राम के यातायात को इससे राहत मिलेगी। राष्ट्रीय राजमार्ग 48, 44 और रिंग रोड के साथ बारापुला पर भी यातायात कम होगा। हरियाणा और राजस्थान से देहरादून की तरफ जाने वाले वाहनों को बगैर जाम में फंसे एक्सप्रेस वे तक पहुंचने में मदद मिलेगी। इससे यात्रा समय, प्रदूषण, और ईंधन की खपत , तीनों में कमी आएगी। यह नई सड़क बायपास का काम भी करेगी और दिल्ली के केंद्र से गुजरने वाले भारी ट्रैफिक को किनारे कर देगी।डीपीआर के लिए बिड जारी कर दी गई है। इसका अवॉर्ड आज (10 जून) को होना है।
3. टनल से घटेगा दक्षिणी दिल्ली का जाम, एयरपोर्ट कम समय में पहुंचेंगे
वसंत कुंज स्थित नेल्सन मंडेला रोड से लेकर महिपालपुर स्थित शिव मूर्ति तक पांच किलोमीटर लंबी टनल बनाई जाएगी। टनल के बनने से दक्षिण दिल्ली एवं एनएच-48 पर जाम की समस्या से बड़ी राहत मिलेगी। शिव मूर्ति महिपालपुर (द्वारका एक्सप्रेस) से नेल्सन मंडेला मार्ग (वसंत कुंज) तक बनने जा रही टनल कई सड़कों से यातायात को कम करेगी। करीब 5 किलोमीटर लंबी टनल को बनाने में 3500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके बनने से नेल्सन मंडेला मार्ग (वसंत कुंज) के साथ महिपालपुर, रंगपुरी, धौला कुआं, राव तुलाराम मार्ग और एनएच-48 के महिपालपुर इलाके में जाम कम हो जाएगा।
4. गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ेगा 65 किलोमीटर लंबा नया रूट
अर्बन एक्सटेंशन रोड दो से गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ने के लिए 65 किलोमीटर लंबी सड़क पर सहमति बनी है। अलीपुर से मंडोला तक 17 किलोमीटर की सड़क को मंजूरी के बाद मंडोला से फर्रूखनगर, हिंडन, इंदिरापुरम होते हुए छिजारसी पर एफएनजी से जोड़ने की योजना है। एनएफजी के जरिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा फरीदाबाद से जुड़ रहा है। यह सड़क दिल्ली-एनसीआर के लिए महत्वपूर्ण होगी। इससे दिल्ली देरहादून एक्सप्रेस वे, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे, डीएनडी और यमुना एक्सप्रेस वे आपस में जुड़ जाएंगे। लोनी, बागपत, गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद, उत्तर पश्चिम, पश्चिम और दक्षिण पश्चिम दिल्ली के लिए कनेक्टिविटी मिलेगी।
5. एम्स-महिपालपुर-अर्जनगढ़ तक एलिवेटिड बाइपास बनेगा
दक्षिणी दिल्ली से गुरुग्राम तक जाम कम करने के लिए एम्स से महिपालपुर होते हुए अर्जनगढ़ (दिल्ली) तक एलिवेटिड बाइपास बनाया जाएगा। करीब बीस किलोमीटर लंबा बाइपास पांच हजार करोड़ की लागत से बनाया जाएगा।
ये एम्स आईएनए से होते हुए नादिरा मार्ग, महरौली-गुरुग्राम रोड, गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड को जोड़ेगा। यह गुरुग्राम से गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और एनएच 48 पर यातायात को सुगम करेगा। सीधे सिग्नल फ्री सड़क बनने से दिल्ली की दोनों रिंग रोड पर भी यह ट्रैफिक को कम करेगा। प्रोजेक्ट की डीपीआर के लिए 27 जून तक आवेदन मांगे गए हैं।
6. कालिंदी कुंज पर इंटरचेंज कम करेगा जाम, मिलेगी राहत
सीएसआईआर, सीआरआरआर की रिपोर्ट के आधार पर कालंदी कुंज पर इंटरचेंज बनाने का फैसला लिया गया है। करीब पांच सौ मीटर वाले इंटरचेंज पर पांच सौ करोड़ की लागत आएगी। तीन वर्ष पहले हुई स्टडी में यहां रोजाना लगने वाले जाम से छुटकारा पाने के लिए इंटरचेंज बनाने की बात कही गई थी। इससे दिल्ली, नोएडा और फरीदाबाद के बीच यात्रा करने वालों को राहत मिलेगी। हाल ही में हुई बैठक में भी इस समस्या को गंभीर ट्रैफिक कंजेशन के रूप में चिन्हित किया गया और एनएचएआई को निर्देश दिया गया कि वह सीआरआरआई की रिपोर्ट और हालात की गंभीरता को देखते हुए ओखला बैराज के पास इंटरचेंज के लिए डीपीआर तैयार करे।
डीपीआर के लिए 23 जून तक आवेदन मांगे गए हैं। इसके आधार पर फिजिबिलिटी रिपोर्ट तय होगी।