अमरनाथ यात्रा में अब और कड़ी सुरक्षा, पहलगाम में लगाई गई चेहरा पहचानने वाली डिवाइस
Amarnath Yatra: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए पहलगाम में चेहरा पहचानने वाला सिस्टम लगाया गया है। इसमें संदिग्ध आतंकियों की जानकारी डाली गई है।

Amarnath Yatra updte: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां घाटी में किसी भी तरह की कोई भी चूक नहीं छोड़नी चाहतीं। अमरनाथ यात्रा पर हमेशा से बनी आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए जम्मू कश्मीर पुलिस ने तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए पहलगाम मार्ग पर चेहरा पहचानने वाला सिस्टम लगाया है। एक अधिकारी ने इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इससे यह फायदा होगा कि अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति कैमरे की नजर में आता है तो कैमरा सुरक्षा एजेंसियों को तुरंत ही अलर्ट कर देगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमरनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को और भी ज्यादा पुख्ता करने के लिए इस सिस्टम को लगाया गया है। इस सिस्टम को और भी ज्यादा सटीक बनाने के लिए इसके अंदर घाटी में एक्टिव और संदिग्ध आतंकवादियों की तस्वीरें डाली गई हैं। अधिकारियों के मुताबिक, "जिन आतंकवादियों की तस्वीरे उपलब्ध कराई गई हैं यदि उनसे मेल खाता कोई संग्दिध व्यक्ति कैमरा फ्रेम में आएगा तो सुरक्षा बलों द्वारा संचालित निगरानी केंद्र पर हूटर बजने लगेगा, ताकि खतरे को समाप्त करने के लिए सटीक समय में कदम उठाए जा सकें।"
एफआरएस डिजिटल फोटोग्राफ या वीडियो से चेहरे की विशेषताओं का विश्लेषण करके तथा डाटाबेस में मिलान ढूंढकर किसी व्यक्ति की पहचान करता है। अधिकारी ने कहा, "अमरनाथ यात्रा पहले भी आतंकवादियों के निशाने पर रही है। इस यात्रा के लिए पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करना जरूरी हो गया है, क्योंकि हर वर्ष लाखों तीर्थयात्री पवित्र गुफा में दर्शन के लिए आते हैं।"
इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा के लिए तीन लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है।