JoSAA counselling: 1,72000 ने विकल्प का किया चुनाव, एक रैंक वाले एक से अधिक दावेदार, तो सभी का होगा दाखिला
JoSAA counselling mock seat allotment: छात्र दिए गए समय में अपने द्वारा भरे गए कॉलेज विकल्प को लॉक नहीं कर पाते हैं, तो अंतिम सेव च्वाइस स्वतः ही ऑटो लॉक हो जाती है। ज्वाइंट सीट काउंसिलिंग के पहले मॉक सीट एलोकेशन जारी कर दिया गया है।

JoSAA: जोसा की ओर से आईआईटी-एनआईटी व अन्य शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 127 कॉलेजों की 60 हजार से अधिक सीटों के लिए प्रक्रिया चल रही है। काउंसलिंग के लिए च्वाइस फिलिंग का अंतिम दिन 12 जून शाम 5 बजे तक है। छात्र 127 कॉलेजों की 927 ब्रांच के लिए च्वाइस भर सकते हैं।
छात्र दिए गए समय में अपने द्वारा भरे गए कॉलेज विकल्प को लॉक नहीं कर पाते हैं, तो अंतिम सेव च्वाइस स्वतः ही ऑटो लॉक हो जाती है। ज्वाइंट सीट काउंसिलिंग के पहले मॉक सीट एलोकेशन जारी कर दिया गया है। इसमें 1 लाख 72 हजार 782 छात्रों ने 1 करोड़ 93 लाख 71 हजार 842 विकल्प को चुना है। पहले मॉक सीट आवंटन के बाद छात्र अपने भरे हुए कॉलेज विकल्प को एक बार अवश्य चेक कर लें। क्योकि एक बार लॉक करने पर भरे ब्रांच में कोई बदलाव संभव नहीं है। अभी दूसरे मॉक सीट आवंटन में हजारों छात्रों के नई विकल्पों को भरने की पूरी संभावना है। दूसरा मॉक सीट आवंटन 11 जून को जारी किया जाएगा।
जेईई एडवांस्ड या जेईई मेन-2025 मेधा के तहत एक जैसे रैंक वाले दो या इससे अधिक दावेदार हुए, तो भी दाखिला सभी को मिलेगा। यदि किसी ब्रांच में एक ही सीट बची हो और एक जैसे रैंक वाले दावेदारों की संख्या तीन हो, तो उनकी पसंदीदा ब्रांच में सीट देने के लिए अतिरिक्त सीट जोड़ी जायेंगी। अतिरिक्त सीट जोड़ने पर किसी भी आरक्षित वर्ग की सीट में कोई कटौती या छेड़छाड़ नहीं होगी। 128 उच्च शिक्षण संस्थानों में बीटेक, बीई, बीप्लान, बीआर्क पाठ्यक्रमों में ये अतिरिक्त सीटें जोड़ी जायेंगी। हालांकि, रैंक जेइइ एडवांस्ड व जेइइ मेन-2025 की मेरिट के तहत अलॉटमेंट में आना जरूरी है। 2,916 सीटें इस साल उच्च शिक्षण संस्थानों में बढ़ीं हैं। 2025 में 62,853 सीटें हैं।
12 आईआईटी ने बंद किए ब्रांच चेंज के ऑप्शन : देश के लाखों विद्यार्थी हर वर्ष जेईई-एडवांस्ड के रिजल्ट के आधार पर टॉप-7 आईआईटी में लोअर ब्रांच लेकर ब्रांच अपग्रेड करने का सपना लेकर प्रवेश लेते हैं। लेकिन कई वर्षों में कई शीर्ष आईआईटी ने ब्रांच चेंज के विकल्प को बंद कर दिया है। इस वर्ष 12 आईआईटी जिनमें बाम्बे, मंडी, खड़गपुर, हैदराबाद, मद्रास, पटना, धनबाद, वाराणसी, जम्मू एवं धारवाड़ आईआईटी हैं, जिन्होंने ब्रांच चेंज का विकल्प बंद कर दिया है।