विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के दिग्गजों का दनादन दौरा, राहुल गांधी के बाद खरगे 2 दिन बिहार में
- लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे दो दिनों के लिए बिहार आ रहे हैं। राजधानी पटना और बक्सर में खरगे चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे।

बिहार में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। इसे देखते हुए राजनीति के बड़े-बड़े दिग्गज बिहार पर फोकस कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी इसमें आगे है लेकिन कांग्रेस पार्टी भी पीछे नहीं रहना चाहती। यह वजह है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे दो दिनों के लिए बिहार आ रहे हैं। राजधानी पटना और बक्सर में खरगे चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। राहुल गांधी 7 अप्रैल को बिहार आए थे। उन्होंने बेगूसराय में कन्हैया कुमार और अन्य पार्टी नेताओं के साथ पलायन रोको नौकरी दो पदयात्रा में भाग लिया। उसके बाद पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शामिल हुए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मल्लिकार्जुन खरगे 19 अप्रैल को बिहार आ रहे हैं। 19 अप्रैल को बक्सर में रैली का आयोजन किया गया है। खरगे रैली में कांग्रेस नेताओं और कार्रकर्ताओं को 2025 के विधानसभा चुनाव में जीत का मंत्र देंगे। उसके बाद 20 अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष पटना में रहेंगे। यहां भी वे सभा को संबोधित करेंगे। दोनों स्थानों पर राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी नेताओं के साथ बैठक भी करेंगे।
इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट पटना आए थे। उन्होंने पलायन रोको नौकरी दो पदयात्रा के समापन में हिस्सा लिया। उस दिन सदाकत आश्रम से सीएम आवास मार्च का आयोजन किया गया था। हालांकि सचिन पायलय थोड़ी दूर चलकर ही निकल गए। आगे जाने पर पुलिस ने मार्च को पानी की बौछाड़ कर रोक दिया और कन्हैया समेत कई पार्टी नेताओं को हिरासत में ले लिया। बाद में सबको छोड़ दिया गया।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रभागी कृष्णा अल्लावरू भी बार बार बिहार आ रहे हैं। दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी बिहार में मजबूती के लिए काम कर रही है। अभी तक कांग्रेस पार्टी राजद की बैसाखी के सहारे राजनीति कर रही है। इस वजह से राजद चुनावों के समय सीट शेयरिंग और टिकट बंटवारे में मनमानी करती है। बताया जा रहा है कि बिहार कांग्रेस राजद के साय से मुक्त होना चाहती है। राहुल गांधी के विश्वस्त अल्लावरू को पार्टी को ग्राउंड स्तर तक मजबूत करने के लिए बिहार में तैनात किया गया है। संभवत इसी रणनीति के तहत अखिलेश सिंह के बिहार की कमान लेकर राजेश राम को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है क्योंकि अखिलेश सिंह को लालू परस्त माना जा रहा है।
कृष्णा अल्लावरू इसके विपरीत राजद से दूरी बना कर रख रहे हैं। कई बार बिहार आने के बाद भी उन्होंने कभी लालू या तेजस्वी से मुलाकात नहीं की। शुरू से ही कहते आ रहे हैं कि कांग्रेस अब किसी की बी टीम बनकर नहीं रहेगी। तेजस्वी यादव के महागठबंधन सीएम फेस पर भी उन्होंने हरी झंडी नहीं दी। इन सब परिस्थितियों में मल्लिकार्जुन खरगे का बिहार दौरा बहुत महत्पूर्ण है।