शिक्षक-अभिभावक गोष्ठी के साथ स्कूलों में हुई गर्मी की छुट्टी
शिक्षा विभाग ने प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया कि वे 'पढेंगे, बढ़ेंगे और सीखेंगे हम' थीम पर संगोष्ठी आयोजित करें। यह संगोष्ठी 1 अप्रैल से 31 मई तक हुई पढ़ाई की जानकारी देने के लिए की गई। अभिभावकों को...

शिक्षा विभाग ने प्रधानाध्यापकों को विद्यालयों में पढेंगे, बढ़ेंगे और सीखेंगे हम की तर्ज पर संगोष्ठी करने का दिया था निर्देश विद्यालय में एक अप्रैल से 31 मई तक हुई पढ़ाई की अभिभावको को दी गई जानकारी गर्मी की छुट्टी में मिले टास्क को पूरा करने में अभिभावकों के सहयोग की हुई बात भभुआ, एक प्रतिनिधि। प्रारंभिक विद्यालयों में शनिवार को अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी संपन्न होने के साथ बच्चों की गर्मी की छुट्टी भी हो गई। अब बच्चे गर्मी की छुट्टी बिताकर 23 जून से विद्यालय में पढ़ने आएंगे। विद्यालय में नए सत्र की शुरुआत एक अप्रैल से हुई थी। दो महीने की पढ़ाई में बच्चों ने क्या सीखा और उन्हें किन-किन विषयों में नई जानकारियां मिली तथा विद्यालयों में पढ़ाए गए पाठ घर में किस तरह से छात्रों ने तैयारी की, इन सब बातों की जानकारी अभिभावकों को देने के लिए शिक्षा विभाग के निर्देश पर गोष्ठी आयोजित की गई।
विभाग की ओर से संगोष्ठी को लेकर पढेंगे, बढ़ेंगे और सीखेंगे हम का थीम दिया गया था, जिसके अनुरूप विद्यालयों में गोष्ठी में मौजूद अभिभावको से शिक्षकों ने वार्ता की। इस दौरान शिक्षकों ने अभिभावकों को बताया कि विद्यालय में नए सत्र की शुरुआत एक अप्रैल से हुई है। इस दौरान बच्चे नई कक्षा में प्रवेश किए हैं। हर महीने अभिभावक- शिक्षक संगोष्ठी का आयोजन करना है, जिसमें की छात्रों की शैक्षणिक गतिविधि की जानकारी अभिभावको को देनी है। इन दो महीने में विद्यालय में छात्रों ने जो शिक्षा ग्रहण की है, उसकी जानकारी घर में आपलोगों को दी होगी। गोष्ठी में शिक्षकों ने अभिभावकों से छात्रों को विषयवार होनेवाली परेशानी की जानकारी का साझा किया। शिक्षकों ने अभिभावकों से जानकारी ली कि वह बच्चे की डायरी व नोट बुक जांच करते हैं या नहीं? अगर होमवर्क पूरा कराने या अन्य कोई शैक्षणिक परेशानी आ रही हो, तो उसकी जानकारी दें, ताकि उसे दूर करने की दिशा में पहल की जा सके। कई अभिभावकों ने अपने बच्चों की परेशानियों को शिक्षकों से साझा किया। शिक्षकों की ओर से कहा गया कि गर्मी की छुट्टी हो रही है। लंबे समय तक बच्चे घर में रहेंगे। विद्यालय द्वारा उन्हें टास्क दिए गए हैं। ऐसे में यह ध्यान देना होगा कि घर में बच्चे पढ़ाई करें और विद्यालय के दिए हुए टास्क को पूरा करें। इसकी चिंता अभिभावको करनी होगी, ताकि विद्यालय खुलने के बाद बच्चे दिए हुए कार्य को पूरा करके आए। नई गतिविधियों में बच्चों को शामिल करें शिक्षकों ने बताया कि अभिभावको को जानकारी दी गई कि गर्मी की छुट्टी इसलिए होती है, ताकि बच्चे नई चीजें सीखें। घरेलू गतिविधि, कार्य, कहानियां से सीख लेकर ज्ञान अर्जित करें। गीत-संगीत, खेलकूद, टाइपिंग, राइटिंग, पोस्टर बनाने आदि की कला सीख सकते हैं। घर में बेहतर शैक्षणिक वातावरण बनाया जाना जरूरी है। उपलब्ध संसाधनों में अभिभावक अपने बच्चों को बेहतर करने की शिक्षा दे सकते हैं। पठन कक्ष में महापुरुषों की तस्वीरें लगें शिक्षकों शिवकुमार गुप्ता, अरुण कुमार, धीरज कुमार, पीयूष कुमार, राकेश कुमार, सत्य प्रकाश तिवारी, विजय कुमार ने अभिभावकों से कहा कि जिस कक्ष में बच्चे पढ़ाई करते हैं, उसमें महापुरुषों की तस्वीर लगाएं, ताकि वह उनकी जीवनी से सीख सकें। छात्रों के गृह कार्य को पूरा कराने में मदद करें। परिवार और समाज में रहन-सहन, अदब की बातें बच्चों को सीखाएं। जरूरत पड़े तो उनसे भी मदद ले सकते हैं। शिक्षकों का मोबाइल नंबर छात्रों को दिया गया है। जब बच्चे न पहुंचे स्कूल तो सूचना दें अभिभावक रामवृक्ष सिंह, अयोध्या प्रसाद, रामप्रसाद गोंड ने शिक्षकों से कहा कि जिस दिन बच्चे स्कूल में नहीं पहुंच पाते हैं, उसके बारे में उन्हें सूचना मिलनी चाहिए, ताकि वह बच्चों से जानकारी ले सकें। कुछ बच्चे ऐसे भी हैं, जो घर से विद्यालय के लिए निकलते हैं, पर विद्यालय नहीं पहुंच पाते हैं। होमवर्क दूसरे सहपाठी से नोट कर लेते हैं। जब शिक्षक व अभिभावक मिलकर मॉनिटरिंग करेंगे तो बच्चे बेहतर करेंगे। कोट विद्यालयों में गर्मी की छुट्टी हो गई है। अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी में बच्चों को दिए गए टास्क की जानकारी दी गई है। प्रधानाध्यापक को बच्चों के साथ व्यवस्था में आने वाली परेशानियों पर नजर रखने की बात कही गई है। अक्षय कुमार पांडेय, जिला शिक्षा पदाधिकारी फोटो 31 मई भभुआ- 10 कैप्शन- भभुआ प्रखंड के कंुज विद्यालय में शनिवार को आयोजित संगोष्ठी के दौरान भाग लेते अभिभावक व शिक्षक।
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