बाघी गांव में पांच माह से नहीं हो रहा कचरे का उठाव
रामपुर के जलालपुर पंचायत के बाघी गांव में पिछले पांच महीने से कचरे का उठाव नहीं हो रहा है। गांव में कचरा चारों ओर फैला हुआ है, जिससे दुर्गंध और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से...

कचरे का उठाव नहीं किए जाने से निकल रही दुर्गंध से बढ़ी परेशानी वार्ड सदस्य से कहने पर भी नहीं हटा कचरा, कूड़ा से नाली भी जाम (बोले भभुआ) रामपुर, एक संवाददाता। प्रखंड की जलालपुर पंचायत के बाघी गांव में पिछले पांच से कचरे का उठाव नहीं किया जा रहा है। पहले घर-घर जाकर कर्मी कचरे का उठाव करते थे। लेकिन, अब कर्मियों ने कचरा उठाव करने का काम बंद कर दिया है। ऐसे में ग्रामीण जहां-तहां कचरा फेंक रहे हैं। यह कचरा किसी के घर के पास तो रास्ते के बगल में फेंका जा रहा है। इन जगहों पर डस्टबिन भी नहीं रखा गया है, जिसमें कचरे को रखा जा सके।
ग्रामीण भोला दुबे ने बताया कि गांव के बासु मियां, साबिर मियां, वीरेंद्र प्रजापति, छांगुर मियां, बच्चा दुबे, दु:खी कुमार के घर के पास कचरा जमा है। जिस स्थल पर कचरा फेंका गया है, वहां के आसपास के लोगों को इसकी दुर्गंध से परेशानी हो रही है। घर में खाना पकाने व भोजन करने में दिक्कत हो रही है। वार्ड सदस्य से कचरे का उठाव कराने के लिए कई बार गुहार लगाई गई। लेकिन, पिछले पांच माह से कचरा उसी स्थल पर फेंका जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि बारिश होने पर कचरा पसरकर रास्ते में आ जाएगा और यह सड़ जाएगा। तब ग्रामीणों को आने-जाने में दिक्कत होगी और दुर्गंध से घरों में रहना मुश्किल होगा। लेकिन, इस समस्या की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। इससे ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने प्रखंड प्रशासन से कचरे का उठाव शुरू कराने की मांग की है, ताकि गांव में बीमारी फैलने से रोकी जा सके। अगर स्थानीय प्रशासन कचरा उठाव कराने की दिशा में पहल नहीं करता है, वह डीएम के जनता दरबार में गुजार लगाने जाएंगे। कर्मी बहाल होने व उपकरण खरीद के बाद भी सफाई नहीं ग्रामीण बताते हैं कि बाघी गांव में करीब 700 आबादी निवास करती है। पंचायत की ओर से हर घर में सूखा व गीला कचरा इकट्ठा करने के लिए बाल्टी दी गई है। सफाई कर्मी बहाल किए गए हैं। उन्हें ड्रेस कोड भी उपलब्ध कराया गया है। कचरा उठाव करने के लिए ई रिक्शा, फावड़ा, टोकरी आदि की खरीददारी की गई है। फिर भी कचरे का उठाव पिछले पांच माह से नहीं किया जा रहा है। सफाई कर्मियों से बात करने पर कहते हैं कि उन्हें पारिश्रमिक नहीं मिल रहा है। जबकि प्रशासन ने कहा है कि वह हर घर से स्वच्छता शुल्क के रूप में ग्रामीणों से 30 रुपया वसूल करके खाता में जमा कराएं। इस पैसे से उनका मानदेय भुगतान किया जाएगा। लेकिन, कर्मियों का कहना है कि कोई ग्रामीण पैसा नहीं देते हैं। फोटो- 16 जून भभुआ- 1 कैप्शन- रामपुर प्रखंड की जलालपुर पंचायत के बाघी गांव में फेंका गया कचरा और कूड़ा से जाम नाली।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।