बोले जमुई: एनएच 333 पर जलजमाव हो दूर, सफाई की व्यवस्था हो नियमित
चकाई चौक के पास एनएच 333 पर जलजमाव की समस्या पिछले चार-पांच सालों से बनी हुई है। हल्की बारिश में भी सड़क झील में तब्दील हो जाती है, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जल निकासी की...

बोले जमुई: एनएच 333 पर जलजमाव हो दूर, सफाई की व्यवस्था हो नियमित
बोले जमुई: चकाई चौक के पास एनएच 333 पर जलजमाव हो दूर तो सुधरे व्यापार
चकाई चौक के पास एनएच 333 पर जलजमाव की समस्या पिछले चार पांच सालों से बनी है। हल्की बारिश में भी चकाई चौक के पास देवघर की ओर जाने वाली सड़क झील में तब्दील हो जाती है। यह प्रखंड मुख्यालय का इलाका है। इसे चकाई की हृदयस्थली भी कह सकते हैं। यहां की सबसे बड़ी समस्या गंदगी और जलजमाव की है। पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं रहने से हल्की बारिश में ही सड़क पर पानी भर जाता है। नाले का गंदा पानी भी सड़क पर आने से जलजमाव से सड़क पर चलना दूभर हो जाता है। शिकायत के बाद भी जनप्रतिनिधियों और प्रशासन ने समस्याओं को दूर करने का प्रयास नहीं किया। पहले चौक के पास सड़क किनारे की जमीन खेती योग्य थी। जिससे बारिश का पानी आसानी से निकल जाता था। अब सड़क किनारे घर एवं दुकान बन जाने से जल निकासी प्रभावित हो गई, जिससे वहां जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है।
प्रस्तुति : राजीव कौशिक
जिले के चकाई एनएच चौक प्रखंड मुख्यालय से बिल्कुल ही सटा है। इसे चकाई प्रखंड का हृदयस्थली भी कह सकते हैं। लेकिन हल्की बारिश होने पर चकाई एनएच चौक के पास देवघर की ओर जाने वाली सड़क अक्सर झील में तब्दील हो जाती है। जो यहां के लोगों को लंबे समय से समस्या बनी रही है। करीब चार पांच साल से यहां बारिश होने पर जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो रही है। जिससे बारिश होने के बाद उस होकर गुजरने वाले वाहनों के साथ ही पैदल आने जाने वाले लोगो को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं बारिश होने पर सड़क किनारे जल निकासी के लिए बनाए गए पक्के नाला निर्माण की भी पोल खोलकर रख देता है। लाखो खर्च किये जाने के बाद भी जलजमाव की समस्या से लोगो को निजात नही मिल पाया है। सड़क के सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ीकरण होने के बाद पूर्व में बने मकान की जमीन सड़क से नीचे हो गई। जिससे किनारे स्थित घरों में बारिश और नाला का गंदा पानी घुस जाता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क के सुदृढ़ीकरण के दौरान जलनिकासी की सुविधा का बिना ध्यान रखे सड़क के अनुसार नाला का निर्माण कर दिया गया है। जिससे चकाई चौक के पास जलजमाव की समस्या से निजात मिलने के बजाय समस्या और गहरा गयी है। बारिश होते ही सड़क झील में तब्दील हो जा रहा है। यहां के लोगों की सबसे बड़ी समस्या गंदगी और जलजमाव की है। यहां के लोगों को जलजमाव से जुझना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण जल निकासी की व्यवस्था नहीं रहना है। स्थानीय विनोद वर्मा, राजीव रंजन वर्मा, संजय वर्मा, भीष्म वर्णवाल आदि ने बताया कि कुछ साल पहले यहां जलजमाव नहीं होता था। खेतों से होकर पानी निकल जाया करता था। अब खेतों में घर बन गया है। जिससे अब पानी निकलने के लिए कोई जगह नहीं है। घरों का पानी सड़क पर ही बहता है। जलजमाव रहने से लोगों के आवागमन में परेशानी होती है। बरसात के दिनों में बारिश का पानी घरों में घुस जाता है। परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोगों को घरों ने निकलना मुश्किल हो जाता है।
जलजमाव से बिगड़ रही सड़क की सेहत :
चकाई एनएच चौक से देवघर की ओर जाने वाली सड़क पीसीसी ढ़लाई सड़क है। अक्सर सड़क पर जलजमाव से अब उसकी सेहत प्रभावित होने लगी है। सड़क में दरार आ रही है। ऊपरी परत टूटने के कगार पर पहुंच गया है। लेकिन जलजमाव से निजात की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। राहगीरों को बारिश के बाद पैदल चलने में भी दिक्कत होती है। लोगों का कहना है कि हर साल बारिश होने पर सड़क की स्थिति बिगड़ जाती है। सड़क एवं आसपास जलजमाव से बदबू फैलने लगती है और मच्छरों का अड्डा बन जाता है। सफाई और स्वच्छता की समस्या से लोगों का जीना दूभर हो जाता है। यहां सड़क किनारे बड़ी संख्या में चाय, पान, नाश्ता, टायर, इलेक्ट्रॉनिक्स समान की दुकानें हैं। जलजमाव होते ही उनलोगों की दुकानदारी बुरी तरह प्रभावित हो जाती है। नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बहने लगता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों तक से कई बार जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया। लेकिन अब तक इस दिशा में कोई सार्थक पहल नहीं हुई है। किसी का इस ओर ध्यान नहीं गया है। यहां के लोगों का कहना है कि वह अब ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
चकाई चौक पर नीची है सड़क :
चकाई चौक के पास सड़क नीचा क्षेत्र में है। चकाई चौक से जमुई, देवघर, गिरिडीह और चकाई बाजार की ओर सड़क जाती है। बाजार की सड़क छोड़ उसके तीनों ओर जाने वाली सड़क चकाई चौक से ऊंचाई की ओर जाती है। सड़क निर्माण के समय जलनिकास की व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दिया गया और सड़क की ऊंचाई-निचाई के अनुसार ही सड़क किनारे नाले का निर्माण कर दिया। जो अब स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत बन कर रह गई है। पहले तो जमुई एवं देवघर की ओर जाने वाली ही सड़क का नाला था। फिलहाल गिरिडीह की ओर जाने वाली सड़क के सुदृढ़ीकरण एवं नाला निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। इस साल तो स्थिति और खराब होने वाली है। पहले दो तरफ की सड़क के नाला का पानी जमा हो रहा था। अब तीसरी सड़क के नाले का भी पानी चौक के पास जमा होगा। चौक के पास ज्यादा पानी जमा होने पर पानी चकाई बाजार की सड़क से होकर बहने लगती है। इस सड़क में नाला नहीं है। बहरहाल बीच सड़क पर ही पानी बहती है। जगह जगह नीची सड़क पर पानी भर जाता है। जिससे जलजमाव की नई समस्या उत्पन्न हो रही है। यह लोगो के लिए परेशानी का सबब बन गया है। कांग्रेस नेता रामेश्वर यादव के नेतृत्व में सर्वदलीय नेताओं ने पिछले साल जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने के लिए बीडीओ से मिलकर उन्हें मांग पत्र दिया था। जिसके बाद प्रखंड प्रशासन कुछ देर के लिए हरकत में भी आई थी। प्रखंड प्रशासन द्वारा मौके पर जाकर जलजमाव की समस्या का जायजा लिया गया। तब जल निकासी के लिए प्रखंड कैंपस से होकर पक्का नाला बनाकर उत्तर दिशा की ओर पानी को निकाले जाने की बात कही गई थी। लेकिन यह प्लान कोरा ही साबित हुआ। एक साल से अधिक समय बीतने के बाद भी उसपर कोई अमल नहीं हो पाया। स्थिति जस की तस बनी हुई है।
शिकायत व सुझाव :
1. जलजमाव से हालत इतनी खराब है कि लोगों को गंभीर बीमारियों का सता रहा है डर।
2. नाली का पानी घरों एवं दुकानों में घुस रहा है। यह जलजमाव लोगों पर आफत बना है।
3. जलजमाव के कारण सहक पर गड्ढा दिखता नहीं है। कई बार खासकर दोपहिया वाहन दुर्घटनाग्रस्त भी चुका है।
4. सड़क पर पानी जमा होने से यहां के निवासी एवं दुकानदार को होती है परेशान।
5. नाली की बदहाली के साथ वहां पूरा सिस्टम फेल हो गया है।
1. चकाई चौक के पास जल निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि लोगों की परेशानी दूर हो।
2. जलजमाव से निजात दिलाने के लिए अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ध्यान देने की जरूरत है।
3. इस समस्या से निपटने के लिए दीर्घकालिक उपाय करने की जरूरत है।
4. सड़क पर पानी निकासी को लेकर कोई ठोस पहल करने की जरूरत है ताकि स्थानीय निवासी और दुकानदार राहत मिले।
5. नाली की बदहाली को पूरी तरह दुरूस्त करने की जरूरत है ताकि पानी का निकासी हो सकें।
हमारी भी सुनें :
घरों के पास काफी समय तक पानी जमा रहने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। मलेरिया और डेंगू जैसी * बीमारी फैलने का डहर लोगों को सताते रहता है। बरसात के दिनों में बारिश का पानी घरों में घुसा जाता है। लोगों को जीना मुहाल हो जाता है। तत्काल पानी निकासी की व्यवस्था हो।
-किशोरी राय
मच्छर, मक्खी और बदबू से मुश्किल हो जाता है। नाली के गंदा पानी बारिश होने पर सड़क पर जमा होता है। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है।
-नारायण पासवान
बारिश होने पर जलजमाव के कारण से कोई आना नहीं चाहते। हमलोग यहां से कहां जाएं। पानी निकासी की तत्काल व्यवस्था होनी चाहिए।
-मो. रियाज
सड़क पर पानी जमा होने से यहां के निवासी एवं दुकानदार परेशान रहते हैं। जल्द समस्या का स्थाई समाधान हो।
-धर्मेंद्र चौधरी
जलजमाव से हालत इतनी खराब है कि लोगों को गंभीर बीमारियों का डर सता रहा है। नाली का पानी घरों एवं दुकानों में घुस रहा है। जलजमाव लोगों पर आफत है। परेशानी हो रही है।
- अमन चौरसिया
बरसात में सड़क और नाली का पानी घर में घुस जाता है। सड़क पर गंदा पानी जमा होने से बदबू के कारण नाक बंद करनी पड़ती है। आने-जाने में परेशानी होती है। यहां रहना दुश्वार हो रहा है।
- अरविंद केशरी
जलजमाव से निजात दिलाने के लिए कई बार अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक शिकायत करने के बावजूद कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है। जमीनी स्तर पर समस्या जस की तस बनी हुई है।
- कमल साह
सड़क में कई जगहों पर पानी जमा रहता है। बरसात मैं घरों में पानी घुस जाता है। काफी परेशानी होती है। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है। बारिश के बाद बाजार आने जाने में परेशानी होती है।
- बिनोद गुप्ता
चकाई चौक के पास जल निकासी की व्यवस्था बहुत ही खराब है। पहले जल निकासी की जो व्यवस्था थी वह अब बंद हो गयी है। पानी बह नहीं पाता है। सड़क पर ही पानी जम जाता है। पानी की निकासी कैसे होगी। इस पर किसी का ध्यान नहीं है।
- अनिल केशरी
अधिकारियों के कान में जू तक नहीं रेंग रहा है। सुनवाई नहीं हो रही है। सड़क किनारे घर बन जाने से जल निकासी की व्यवस्था बंद हो गया है। सड़क पर ही पानी जमा रहा है।
- कारू साह
जलजमाव के कारण सहक पर गड्ढा दिखता नहीं है। कई बार खासकर दोपहिया वाहन दुर्घटनाग्रस्त भी चुका है। प्रशासन से कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई पहल नहीं हुई। न नेता सुन रहे है न अधिकारी।
-लक्ष्मण वर्मा
जलजमाव का यही हाल रहा तो कई लोग यहां से पलायन कर जाएंगे। नाली निर्माण और पानी निकासी के लिए प्रखंड प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि तक से गुहार गई है। लेकिन कोई सार्थक पहल नहीं हुई।
- किशुन पासवान
जलनिकास की व्यवस्था नहीं रहने से नाली का पानी सड़क पर आ जाता है। दिन-ब-दिन हालत बिगड़ती जा रही है। अगर समय रहते प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो लोग यहां से पलायन करने पर मजबूर हो जाएंगे।
- डब्लू दुबे
जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए प्रखंड प्रशासन पूर्णत: फेल है। इस समस्या से निपटने के लिए दीर्घकालिक उपाय करने होंगे। कोई सुनने वाला नहीं है। कई बार शिकायत की गई है।
-बबलू साह
जलजमाव होने पर दुर्गंध से यहां के लोगों का जीना मुहाल हो जाता है। हमेशा बीमारी फैलने की आशंका रहती है। मलेरिया एवं डेंगू का भी डर सताते रहता है।
- सुरेश साह
नाली की बदहाली के साथ वहां पूरा सिस्टम फेल हो गया है। सड़क पर गंदा पानी जमा होने से राहगीरों को चलने में दिक्कत होती है।
- निरंजन यादव
जनप्रतिनिधियों तक शकायत करने के बावजूद कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है। समस्या जस की तस बनी हुई है।
- अशोक यादव
इतना बुरा हाल है कि लोग बारिश होने पर इधर आने से कतराते है। चलना भी दूभर है। जलजमाव लोगों के लिए खतरनाक है। गंभीर बीमारियों का लोगों में डर सता रहा है। अक्सर जलजमाव होता है।
-प्रमोद वर्णवाल
एनएच सड़क पर पानी जमने के बाद बाजार की सड़क पर पानी बहने लगता है । इन दिनों बारिश होने से अक्सर सड़क पर कई घंटों तक पानी भरा रहता है।
- संजीव सिन्हा
चकाई चौक के पास जल निकासी की व्यवस्था नहीं है। पूर्व के जल निकासी के रास्ते में मकान बन गया है। जिस कारण हल्की बारिश भी होने पर सड़क पर पानी जमा हो जाता है। इससे लोगों का जीना मुहाल हो जाता है।
-लक्ष्मण केशरी
बोले पदाधिकारी :
जलजमाव वाली सड़क एनएच की है। वह हमारे कार्य क्षेत्र में नहीं है। जलजमाव की समस्या को दूर करना एनएच द्वारा ही किया जाएगा। इसको लेकर पूर्व में उचित माध्यम से एनएच के इंजीनियर को पत्राचार किया गया था। पुन: फिर से पत्राचार कर जलजमाव की समस्या का शीघ्र समाधान करने का अनुरोध किया जायेगा।
-कृष्ण कुमार सिंह, बीडीओ, चकाई, जमुई
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