रोज सात हजार से अधिक महिलाएं संवाद कार्यक्रम में ले रहीं हिस्सा
1,215 स्थानों पर हो चुका है महिला संवाद का कार्यक्रम 23,365 आकांक्षाओं को मोबाइल एप

भागलपुर, वरीय संवाददाता। महिला सशक्तीकरण की दिशा में बिहार सरकार द्वारा क्रियान्वित अनेक योजनाओं की गूंज महिला संवाद कार्यक्रमों में सुनाई दे रही है। इन योजनाओं का लाभ लेकर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने वाली महिलाएं संवाद कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर अपना अनुभव साझा कर रही हैं। संवाद कार्यक्रम में महिलाएं अपनी आकांक्षाओं एवं मंतव्यों को भी सामने रख रही हैं। महिलाओं से प्राप्त आकांक्षाओं से न केवल योजनाओं के क्रियान्वयन में सुधार होगा बल्कि इससे नीति निर्धारण में भी मदद मिलेगी। यही कारण है कि सरकार राज्य की आधी आबादी से संवाद स्थापित कर रही है। ये बातें जीविका के डीपीएम सुनिर्मल गरेन ने कही।
उन्होंने कहा, राज्य भर में पिछले 40 दिनों से लगातार महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को जिले के विभिन्न प्रखंडों में कुल 30 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किये गए। इस प्रकार अब तक 1,215 स्थानों पर महिला संवाद का आयोजन हो चुका है। जिसमें 2 लाख 61 हजार से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया। खास बात यह है कि प्रत्येक दिन करीब 7 हजार से अधिक महिलाएं संवाद कार्यक्रमों में हिस्सा ले रही हैं। संवाद कार्यक्रमों के दौरान महिलाओं से प्राप्त होने वाली आकांक्षाओं को मोबाइल के माध्यम से दर्ज किया जा रहा है। अब तक 23 हजार 365 आकांक्षाओं को दर्ज किया गया है। सरकार महिलाओं की आकंक्षाओं पर त्वरित संज्ञान ले रही है। यही कारण है कि इन आकांक्षाओं को विभागवार वर्गीकृत करते हुए संबंधित विभागों के पास निष्पादन के लिए भेजा जा रहा है। संवाद के दौरान महिलाएं अपनी निजी मांगों के अलावा सामुदायिक सुविधाओं के विस्तार, बुनियादी ढांचे में गुणात्मक सुधार के अलावा रोजगार के अवसरों में वृद्धि करने जैसे मुद्दों को प्राथमिकता दे रही हैं। अधिकांश महिलाओं का कहना है कि सरकार के प्रयास से महिलाओं के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है। लेकिन इस तरह के और भी प्रयास की जरूरत है। संवाद कार्यक्रमों में महिलाओं ने अपनी सरकार की योजनाओं के बारे में अपनी बातें भी रखीं। जगदीशपुर प्रखंड में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में उपस्थित साधना देवी ने कहा- मैंने पहले कभी अपने घर के बाहर कदम नहीं रखा था, लेकिन आज मैं धड़ल्ले से अपना सारा काम करती हूं। जीविका ने मुझे इतनी हिम्मत, हौसला और साधन दिया है कि आज मैं अपने पैरों पर खड़ी हो सकी हूं। इसी तरह बिहपुर प्रखंड की रहने वाली काजल कुमारी सरकार से प्रोत्साहन राशि प्राप्त कर उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। वह शिक्षक बनना चाहती हैं, जिससे लड़कियों में शिक्षा का प्रसार कर समाज में ज्ञान की रोशनी फैला सकें।
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