सुप्रीम कोर्ट में अब फुल हो गई सीट, CJI ने दिलाई तीन जजों को शपथ; जानें कौन हैं
सीजेआई बीआर गवई ने सुप्रीम कोर्ट परिसर के एक सभागार में आयोजित समारोह में न्यायमूर्ति एनवी अंजारिया, जस्टिस विजय बिश्नोई और न्यायमूर्ति ए एस चंदुरकर को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई।

सीजेआई बीआर गवई ने शुक्रवार को जस्टिस एनवी अंजारिया, जस्टिस विजय बिश्नोई और जस्टिस एएस. चांदुरकर को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ दिलाई। सीजेआई ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में आयोजित एक समारोह में न्यायाधीशों को शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के साथ ही शीर्ष अदालत में सीजेआई सहित जजों की संख्या 34 हो गई है। सुप्रीम कोर्ट में अधिकतम जजों की स्वीकृत संख्या 34 ही है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट में जजों की सारी सीटें फुल हो गई हैं।
26 मई को सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम की बैठक के दौरान हाई कोर्ट के इन तीन जजों को सुप्रीम कोर्ट लाने की सिफारिश की गई थी। 29 मई तो केंद्र सरकार ने तीनों जजों की नियुक्तियों को हरी झंडी दे दी। पूर्व सीजेआई संजीव खन्ना, जस्टिस ह्रषिकेश राय और जस्टिस एएस ओका के रिटायर होने की वजह से कई पद खाली हो गए थे। जून में जस्टिस एम बेला त्रिवेदी भी रिटायर होने वाली हैं।
जस्टिस एनवी अंजारिया
जस्टिस एनवी अंजारिया ने 1988 में गुजरात हाई कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की थी। उन्हें 21 नवंबर 2011 को गुजरात हाई कोर्ट का अडिशनल जज बनाया गया। इसके बाद 6 सितंबर 2013 को वह स्थायी जज बन गए। 25 फरवरी 2024 को उन्होंने कर्नाटक हाई कोर्ट के मुख्या न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली थी। संवैधानिक मुद्दों, सिविल और श्रम-सेवा संबंधी मामलों में उनका बड़ा अनुभव है।
जस्टिस विजय विश्नोई
जस्टिस विजय विश्नोई ने वकील के तौर पर प्रैक्टिस 8 जुलाई 1989 को शुरू की थी। वह राजस्थान हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करते थे। उन्हें 8 जनवरी 2013 को राजस्थान हाई कोर्ट में अडिशनल जज बनाया गया। इसके बाद 7 जनवरी 2015 वह पर्मानेंट जज बने। 5 फरवरी 2014 को वह गुवाहाटी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे।
जस्टिस एएस चांदुरकर
जस्टिस एएस चांदुरकर ने वकील के तौर पर 1988 में प्रैक्टिस शुरू की थी। मुंबई में रहकर ही वह प्रैक्टिस करतेथे। 1992 में वह नागपुर शिफ्ट हो गए। 21 जून 2013 को उन्हं बॉम्बे हाई कोर्ट का अडिशनल जज बनाया गया था। उन्होंने पुणए के सेंट विन्सेंट से हाई स्कूल की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद वाडिया कॉलेज से ग्रैजुएशन और फिर आईएलएस लॉ कॉलेज पुणे से कानून की पढ़ाई की है।