सुपौल: मोटे अनाज की खेती करें किसान, होगा फायदा
त्रिवेणीगंज के प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरविंद कुमार रवि ने किसानों को मोटे अनाज की खेती करने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने बताया कि मरुआ, बाजरा, कोदो और चीना फसल मध्यम और ऊंचाई वाले भूमि के लिए...
Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरSun, 8 June 2025 05:47 PM

त्रिवेणीगंज। प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरविंद कुमार रवि ने किसानों से मोटे अनाज की खेती करने पर बल दिया है। बताया कि मध्यम और ऊंचाई वाले भूमि के लिए मरुआ, बाजरा, कोदो, चीना फसल सबसे उपयुक्त है। मोटा अनाज करीब तीन माह के बाद फसल तैयार हो जाता है। मोटे अनाज में कैल्सियम, मैग्नीसियम, आयरन सहित अन्य पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। सरकार मोटे अनाज पर शत-प्रतिशत अनुदान ही नहीं, बल्कि चार हजार प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि भी देती है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।