बोले भागलपुर: महादलित परिवारों का आवास जर्जर, नया बनाकर दे सरकार
भागलपुर के बरारी हाउसिंग बोर्ड मुसहरी टोला में महादलित परिवार जर्जर मकानों में रह रहे हैं। यहां शौचालय, पेयजल और स्कूल जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी है। लोग अधिकारियों से समाधान की उम्मीद कर रहे हैं,...
भागलपुर जीरोमाइल और विक्रमशिला पुल के बीच सड़क के पश्चिम में स्थित है बरारी हाउसिंग बोर्ड मुसहरी टोला। वार्ड 29 के इस मोहल्ले में अधिकांश महादलित परिवार रहते हैं। इनको करीब 25 साल पहले सरकार ने मकान बनाकर दिया था। उसमें से अधिकांश मकानों की हालत जर्जर है। जान जोखिम में डालकर परिवार रह रहा है। मोहल्ले में शौचालय, पेयजल, सड़क आदि की भी सुविधाएं नहीं हैं। स्कूल नहीं होने से बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि अधिकारी और नेता आकर आश्वासन तो देते हैं, लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। इनकी मांग है कि पुराने मकान को तोड़कर नया मकान बनाकर सरकार दे।
नगर निगम के वार्ड संख्या 29 के अन्तर्गत बरारी हाउसिंग बोर्ड मुसहरी टोला में बड़ी आबादी रहती है। करीब तीन सौ परिवार वर्षों से यहां रह रहा है। मजदूरी कर लोग परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं, लेकिन विकास नहीं होने के चलते स्मार्ट सिटी का यह मोहल्ला पिछड़ा हुआ है। मोहल्ले में न सड़क अच्छी है न सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था। सफाई की हालत भी अच्छी नहीं है। बच्चों को पढ़ने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। सबसे बड़ी समस्या आवास को लेकर है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि बरसात के दिन में छत से पानी टपकता है। इसके चलते लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
वार्ड 29 के पार्षद प्रतिनिधि नंद गोपाल के बताया कि गंदी बस्ती योजना के तहत इस मोहल्ले में करीब 25 साल पहले महादलित परिवारों को रहने के लिए आवास बनाया गया था। उस समय का सभी मकान जर्जर हो चुका है। मकान का प्लास्टर टूट कर गिर रहा है। बारिश होने पर छत से पानी टपकता है। मकान अब रहने लायक नहीं है। मोहल्ले की आबादी लगातार बढ़ रही है। बहुत परिवारों के पास रहने के लिए मकान भी नहीं है। मोहल्ले में शौचालय की स्थिति भी अच्छी नहीं है। महिलाओं को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है। पहले जो शौचालय बना था, वह भी जर्जर हालत में है। कई बार नगर निगम की बैठक में जर्जर मकानों को तोड़कर नया मकान बनाने का प्रस्ताव दिया गया। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पायी है। अधिकारियों के समक्ष भी इस मामले को उठाया गया। आठ जून को विधानसभा की प्रत्यायुक्त समिति ने जर्जर मकानों का निरीक्षण किया था। समिति ने स्थानीय लोगों की समस्याओं की जानकारी ली थी। सरकार को तत्काल पुराने मकानों को तोड़कर नया मकान बनाना चाहिए। सफाई की भी बेहतर व्यवस्था नहीं है।
वार्ड 29 नगर निगम के बड़े वार्ड में शामिल है। इस वार्ड में कई मोहल्ले हैं। काफी संख्या में नौकरी और कारोबार करने वाले लोग इस वार्ड में रहते हैं। नगर निगम द्वारा इस वार्ड में 18 सफाईकर्मी दिया गया है। इसमें चार चालक भी शामिल हैं। इस वार्ड में कम से कम 40 सफाईकर्मी होना चाहिए। सफाईकर्मियों की कमी के चलते कई मोहल्लों में सफाई नहीं हो पाती है। मोहल्ले में दो प्याऊ पहले से है। इससे लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है। नगर विधायक अजीत शर्मा के फंड से एक प्याऊ स्वीकृत हुआ है। उसका प्राक्कलन तैयार हो रहा है। नगर निगम को भी पेयजल की अतिरिक्त व्यवस्था करनी चाहिए। सभी योग्य लोगों को वृद्धा, विधवा और दिव्यांग आदि पेंशन मिलने में परेशानी होती है। मोहल्ले में कैंप लगाकर इस समस्या का समाधान करना चाहिए।
पंडित मांझी ने बताया कि पहले मोहल्ले में बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल था। अब उस स्कूल को सेन्ट्रल जेल परिसर में स्थित स्कूल से टैग कर दिया गया था। बच्चों को व्यस्त सड़क को पारकर लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इसके चलते कई बच्चे पढ़ने के लिए स्कूल नहीं जा पाते हैं। मोहल्ले में एक मध्य विद्यालय होना चाहिए। ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके। मोहल्ले के लोगों को बैठने के लिए एक सामुदायिक भवन बनाना चाहिए।
बिहारी मांझी ने बताया कि रोजागर का कोई साधन नहीं है। सरकार को रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए। मजदूरी से परिवार का भरण-पोषण करने में परेशानी होती है। लोगों को रहने के लिए जमीन भी नहीं है। मोहल्ले में पर्याप्त संख्या में सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए। शौच के लिए लोगों को बाहर जाना पड़ता है। मोहल्ले की सड़क की स्थिति भी अच्छी नहीं है। मुन्नी देवी ने बताया कि पुराना घर जर्जर हो चुका है। शौचालय किसी को मिला है किसी को नहीं मिला है। इसके चलते परेशानी हो रही है। सभी लोगों के घर में शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए। जीरा देवी ने बताया कि पुराना मकान होने के चलते टूटकर गिर रहा है। रात में सोने में डर लगता है। कभी भी कोई हादसा हो सकता है। सरकार को रहने के लिए नया मकान बनाकर देना चाहिए। माधो देवी ने बताया कि मोहल्ले के लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिलता है। मोहल्ले में कैंप लगाकर पेंशन से संबंधित आवेदनों का निपटारा करना चाहिए। शोभा देवी ने बताया कि बारिश के समय छत से पानी टपकता है। बच्चों के साथ रहने में परेशानी होती है।
बोले जिम्मेदार
बरारी हाउसिंग बोर्ड मुसहरी टोला में मकानों के जर्जर होने की जानकारी मिली है। लोगों को रहने के लिए आवास की व्यवस्था की जाएगी। मोहल्ले का नगर निगम के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कराया जाएगा। सोमवार को पटना में नगर विकास मंत्री से मिलकर शहरी क्षेत्र में बेघर को बहुमंजली इमारत बनवाने के संबंध में पत्र दिया गया है। मंत्री ने आश्वासन दिया है। सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद बहुमंजिली इमारत बनायी जाएगी, ताकि बेघर लोगों को रहने की व्यवस्था की जा सके। मोहल्ले में पेयजल और सफाई की बेहतर व्यवस्था की जाएगी। शौचालय की समस्या का भी समाधान होगा।
-डॉ. बसुंधरा लाल, मेयर, भागलपुर नगर निगम
जर्जर मकान में रहने पर लगता है डर
वार्ड नंबर 29 के पार्षद प्रतिनिधि नन्द गोपाल ने बताया कि सरकार द्वारा करीब 25 साल पूर्व बरारी हाउसिंग बोर्ड स्थित मुसहरी टोला में महादलित परिवारों के लिए मकान बनाया गया था। जिसमें महादलित समाज के करीब तीन सौ परिवार रहते हैं। यह मकान काफी पुराना हो जाने के कारण जर्जर हो गया है। कई वर्षों से छत का निचला हिस्सा टूटकर गिर रहा है। जिससे लोगों को रहने में परेशानी होती है। हमेशा छत का टुकड़ा टूटकर गिरने से चोट लगने या बड़ी घटना होने की आशंका बनी रहती है। आवास बोर्ड और नगर निगम प्रशासन के समक्ष इसकी जानकारी दी गई है, लेकिन अभी तक जर्जर मकान की मरम्मत कराने या तोड़कर नया निर्माण कराने की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। कभी भी मुसहरी टोला में मकान ध्वस्त होने से बड़ा हादसा हो सकता है।
मुसहरी टोला में सामुदायिक शौचालय बने
स्थानीय निवासी पंडित मांझी ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण उनलोगों को जान जोखिम में डालकर जर्जर मकान में रहना पड़ता है। प्रशासन और आवास विभाग इस समस्या के समाधान के लिए कुछ भी नहीं कर रहा है। बरारी मुसहरी टोला में सामुदायिक शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण घर के बच्चों और महिलाओं को भी खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है। जिससे महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सरकार द्वारा महादलित समाज के लिए जो मकान बनवाया गया था। उसमें से अधिकांश में शौचालय की व्यवस्था नहीं की गई थी। सरकार को तत्काल सामुदायिक शौचालय बनवाना चाहिए। जलस्तर नीचे जाने के चलते मोहल्ले में पानी का भी संकट बना हुआ है।
रोजगार के लिए शहर में लगे उद्योग
स्थानीय निवासी दीपक कुमार ने बताया कि रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण उनलोगों को नियमित काम नहीं मिल पाता है। जिससे परिवार के भरण-पोषण में काफी कठिनाई होती है। सरकार को मुसहरी टोला हाउसिंग बोर्ड के महादलित परिवार के लिए रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए। ताकि मेहनत मजदूरी कर ठीक से जीवन यापन कर सकें। भागलपुर में कारखाना नहीं होने के कारण उनलोगों को रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में जाकर काम करना पड़ता है। इससे भी घरेलू जरूरत पूरा नहीं कर पाते हैं। सरकार को भागलपुर में उद्योग लगाना चाहिए। उद्योग लगने से स्थानीय लोगों को काम मिलेगा। शहरी क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलने पर वह दूसरे राज्यों में नहीं जायेंगे।
मोहल्ले में बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल की व्यवस्था हो
स्थानीय निवासी बिहारी मांझी ने बताया कि बरारी मुसहरी टोला में विद्यालय की व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण सभी बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं। पहले यहां पर प्राथमिक विद्यालय था। जहां मोहल्ले के बच्चे पढ़ाई करने जाते थे। लेकिन कुछ वर्ष पूर्व विद्यालय यहां से हटा दिया गया। अब बच्चों को पढ़ाई के लिए लंबी दूरी तय करके सेन्ट्रल जेल परिसर स्थित स्कूल में जाना पड़ता है। वहां जाने के दौरान बच्चों को व्यस्त सड़क पार करना पड़ता है। जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसके कारण कई बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं। सरकार मुसहरी टोला बरारी या आसपास में विद्यालय की व्यवस्था करे। जिससे बच्चे भी पढ़ लिखकर आगे बढ़ सकें। मोहल्ले की जर्जर सड़क को भी मरम्मत कराने की जरूरत है।
इनकी भी सुनिए
बरारी मुसहरी टोला के महादलित परिवारों के लिए सरकार द्वारा बनाया गया जर्जर मकान को ध्वस्त कर नया मकान बनाने की जरूरत है। नये मकान में शौचालय, पानी और बिजली की सुविधा की भी व्यवस्था होनी चाहिए।
-सिम्पी कुमारी, पार्षद, वार्ड 29
मुसहरी टोला बरारी में शिविर लगाकर वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांगता पेंशन और राशन कार्ड सहित अन्य योजनाओं के तहत मिलने वाले लाभ के लिए प्रमाण पत्र बनावाने की व्यवस्था करनी चाहिए।
-विकास मांझी
सरकार द्वारा बनाकर दिये गये मकान की छत टूटकर गिर रहा है। जिससे हमेशा घायल होने की संभावना बनी रहती है। छत से पानी भी टपकता है। सरकार जर्जर मकान को तोड़कर नया मकान बनवाए।
-फेकनी देवी
वृद्धा पेंशन और विधवा पेंशन नहीं मिलता है। जिसके कारण महिलाओं को अधिक परेशानी होती है। परिवार का भरण-पोषण करने के लिए आय का कोई साधन नहीं है।
-शकुनिया
मुसहरी टोला में स्कूल की व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। प्रशासन इलाके में स्कूल की व्यवस्था करे। सेंट्रल जेल रोड में स्कूल जाने के दौरान वाहनों की आवाजाही के कारण दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
-कविता देवी
मुसहरी टोला में नगर निगम से प्याऊ की व्यवस्था की गई है। लेकिन आबादी अधिक होने के कारण प्याऊ से पानी की आपूर्ति सभी को नहीं हो पाती है। नगर निगम द्वारा डीप बोरिंग या सप्लाई पानी देने की व्यवस्था करे।
-फूलो देवी
नगर निगम के प्याऊ से लोगों को काम चलाना पड़ता है। अधिक आबादी होने के कारण प्याऊ से सभी घरों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है। जिससे गर्मी के दिन काफी दिक्कत होती है।
-रीना देवी
महादलित परिवार की बड़ी आबादी सरकार द्वारा बनवाए गए मकानों में रहती है। यहां सामुदायिक भवन बनाया जाना चाहिए। ताकि शादी-विवाह या किसी भी समारोह को करने में परेशानी नहीं हो।
-जागो देवी
बुडको द्वारा सप्लाई पानी की पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है। जिसके कारण यहां रहने वाले सैकड़ों महादलित परिवार को पानी की दिक्कत होती है।
-रेखा देवी
खुले में शौच जाने में मोहल्ले की महिलाओं को काफी परेशानी होती है। नगर निगम को पानी की सुविधा के साथ सामुदायिक शौचालय बनवाना चाहिए।
-माधो देवी
सामुदायिक भवन की व्यवस्था नहीं होने के कारण महादलित परिवारों को बेटियों की शादी या कोई भी कार्यक्रम करने में परेशानी होती है। सरकार को सामुदायिक भवन का निर्माण करवाना चाहिए।
-पुर्णी देवी
सरकार द्वारा रोजगार की सुविधा नहीं है। परिवार का भरण-पोषण करने के लिए लोगों को दूसरे शहरों में रोजगार करने के लिए जाना पड़ता है। भागलपुर में सरकार उद्योग लगाये तो लोगों को रोजगार मिल सकता है।
-रिंकू देवी
शिकायतें
1. पूर्व में बना मकान जर्जर हो चुका है। मकान को तोड़कर नया निर्माण कराने की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। जर्जर मकान के चलते कभी भी हादसा हो सकता है।
2. रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण महादलित टोला के सभी लोगों को काम नहीं मिल पाता है। काम के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है।
3. बरारी मुसहरी टोला में विद्यालय नहीं होने के कारण सभी बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं। महादलित परिवारों के बच्चों को पढ़ाई के लिए मुख्य सड़क को पार कर स्कूल जाना पड़ता है।
4. मोहल्ले में सामुदायिक भवन नहीं रहने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। शादी-विवाह या अन्य सामाजिक कार्यक्रम करने के लिए जगह नहीं मिल पाती है।
5. सरकार द्वारा महादलित समाज के लोगों को रहने के लिए जो मकान बनवाया गया था। उसमें अधिकांश में शौचालय नहीं होने के कारण खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है।
सुझाव
1. सरकार बरारी हाउसिंग बोर्ड मुसहरी टोला में जर्जर मकानों को तोड़कर नया मकान बनवाए। ताकि लोगों को रहने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
2. सरकार मुसहरी टोला बरारी या आसपास में विद्यालय की व्यवस्था करे। ताकि मोहल्ले के सभी बच्चे स्कूल जाएं और उन्हें अच्छी शिक्षा मिल सके।
3. पानी की व्यवस्था के लिए बुडको द्वारा बरारी हाउसिंग बोर्ड मुसहरी टोला में पाइपलाइन बिछाकर जलापूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।
4. सरकार को भागलपुर में उद्योग लगाना चाहिए। ताकि यहां के लोगों को रोजगार मिल सके और उन्हें कमाने के लिए दूसरे राज्यों में पलायन नहीं करना पड़े।
5. महादलित परिवारों को सामुदायिक भवन के साथ वैध रूप से और रियायती दर पर बिजली कनेक्शन की सुविधा मिले। ताकि सभी परिवार बिजली का उपयोग कर सके।
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