Monsoon Concerns Jamui Faces Persistent Waterlogging and Development Issues बोले जमुई, सफाई कर्मियों की सूची वार्ड वार नप की बोर्ड पर लगे, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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बोले जमुई, सफाई कर्मियों की सूची वार्ड वार नप की बोर्ड पर लगे

शहर जमुई में मानसून के नजदीक आने से जलभराव की समस्या बढ़ गई है। महिसौड़ी चौक से महाराजगंज जाने वाली सड़क, पंचमंदिर और खैरा मोड़ पर बारिश के बाद कई दिनों तक पानी जमा रहता है। नगर परिषद विकास कार्यों पर...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरThu, 12 June 2025 06:44 PM
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बोले जमुई, सफाई कर्मियों की सूची वार्ड वार नप की बोर्ड पर लगे

प्रस्तुति- संतोष कुमार सिंह शहर वासियों को अभी से यह चिंता सता रही है मानसून नजदीक है अब शहर के सड़कों जलभराव दो माह के समस्या बनी रहेगी। महिसौड़ी चौक से महाराजगंज जाने वाली सड़क पर हल्की बारिश के बाद ही कई दिनों तक सड़क पर पानी जमा रहता है। कुछ यही हाल पंचमंदिर के समीप का है। खैरा मोड़ से पीएनबी जाने वाली सड़क पर तो तालाब का रूप ले लेता है। ऐसे में नगर परिषद नागरिक सुविधा का ख्याल न रखकर सिर्फ योजनाओं पर फोकस करने का काम करते हैं। नतीजा है कि आज भी शहरवासी जमुई के विकास में चार चांद लगने की अपेक्षाएं पाल रखे हैं।

नगर परिषद द्वारा बनाए गए पूर्व के नाले में पूरी तरह गाद भरा पड़ा है। कई शहरवासी तो नालियों को भरकर अतिक्रमण कर दुकान तक रख चुके हैं। बावजूद नगर परिषद के कानों तक जूं नहीं रेंगता है। शहर वासियों की अपेक्षाएं आज तक भी पूरी नहीं हुई हैं। कच्छप गति से चल रहे विकास कार्य लोगों को झकझोर रहा है। नगरवासी अगल-बगल के नगर क्षेत्र में लगे स्ट्रीट लाइट एवं दूसरे विकास कार्यों की दुहाई देकर नगर परिषद पर अफसोस जता रहे हैं। हालांकि नगर परिषद के द्वारा हाल के बने नालों की सफाई कर खूब फोटो वायरल किया जा रहा है। हकीकत है कि हल्की बारिश होने के बाद ही पूरे शहर की सड़कें जलमग्न हो जाती है। वहीं शहरी दर से बिजली शुल्क भी भरना पड़ रहा है। परंतु नगर क्षेत्र का महिसौड़ी, खैरा रोड, कृष्णपट्टी सरीखे कई ऐसे जगह भी हैं जहां ठीक से शहरी योजनाओं का लाभ शहरवासियों को नहीं मिल पा रहा है। हालात है कि महिसौड़ी चौक से महाराजगंज जाने वाली सड़क पर हल्की बारिश के बाद ही कई दिनों तक सड़क पर पानी जमा रहता है। कुछ यही हाल पंचमंदिर के समीप का है। खैरा मोड़ से पीएनबी जाने वाली सड़क पर तो तालाब का रूप ले लेता है। ऐसे में नगर परिषद नागरिक सुविधा का ख्याल न रखकर सिर्फ योजनाओं पर फोकस करने का काम करते हैं। नतीजा है कि आज भी शहरवासी जमुई के विकास में चार चांद लगने की अपेक्षाएं पाल रखे हैं। सिर्फ कागजी खानापूर्ति कर झाड़ लेते हैं पल्ला साफ-सफाई के नाम पर नगर परिषद सिर्फ कागजी खानापूर्ति कर शहरवासी को चिढ़ाने का काम करते हैं। शहर में न अब तक एक अशोक सम्राट भवन, विवाह भवन और न ही अन्य कोई बड़े भवन का निर्माण कराया जा सका हैं। शहरविासयों का आरोप हैं कि जमई शहर में कई नाले ऐंसे हैं जो सड़क से उपर बनाकर सिर्फ राशि निकासी का माध्यम बना है। स्ट्रीट लाइट, पर्किंग, सब्जी स्टॉल एवं सड़क पर रेहड़ी लगाने वाले के लिए एक व्यवस्थित बाजार अविलंब मिलने की कल्पना थी। मगर जिले के 34 साल बनने के बाद भी मयस्सर नहीं हो सका। ना ही सम्राट अशोक भवन के लिए ही जगह मिल पायी है। बाजार क्षेत्र में भी शौचालय एवं पेयजल तथा यात्री शेड जैसी मूलभूत सुविधाएं भी आज तक लोगों को मयस्सर नहीं है। अतिक्रमण से लग रहा जाम सब्जी बाजार के व्यवस्थित तरीके से नहीं लगने एवं सड़क पर रेहड़ी लगाए जाने के कारण जाम की समस्या दिन प्रतिदिन नासूर बनती जा रही है। अलबत्ता नगर परिषद के बीचोंबीच अवस्थित महिसौड़ी चौक, महाराजगंज समेत शहर के सभी 30 वार्डों पर सफाई के नाम पर प्रत्येक माह 65 लाख रुपए तक खर्च हो रहे हैं। विकास के नाम पर नगर क्षेत्र में चार वर्ष पूर्व खरीद किया गया स्टील का कूड़ादान आज भी नगर परिषद के उपरी तल्ले पर धूल फांक रही है। इसे शहर के हर चौक-चौराहो पर तथा वार्डों की गलियों में लगाया जाना था। नगर परिषद ने सिर्फ साहबों के दफ्तर परिसर और इक्के दूक्के वार्ड के एकाध जगह पर लगाकर अपना पल्ला झाड़ लिया। स्थानीय लोगों ने संवाद के दौरान अपनी कई समस्या बताई। साथ ही इसके जल्द से जल्द समाधान की नगर प्रशासन से मांग की। नाला निर्माण कर जलजमाव की समस्या का हो समाधान नगर परिषद में कच्छप गति से चल रहे विकास के अलावा सबसे अधिक समस्या जल जमाव की है। खासकर कचहरी चौक, महिसौड़ी चौक, महारजगंज, खैरमा, सतगामा समेत कई वार्ड की सड़क पर जलजमाव की समस्या बरसात के दिनों में विकराल रुप धारण कर लेती। उसे याद कर आज भी लोग सिहर जाते हैं। सड़क के बीचोंबीच दो फीट तक पानी लगा होने के कारण लोगों का चलना दूभर हो जाता है। हालांकि बरसात आने से पूर्व नगर परिषद छिटपूट तरीके से नाला उड़ाही का कार्य शुरू किया गया है। बावजूद इसके सड़क पर जलजमाव की समस्या पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। नाला निर्माण करने एवं जल निकासी की स्थायी व्यवस्था की मांग की। नहरों पर भी बना लिया है कब्जा महिसौड़ी से गायत्री मंदिर की और जाने वाली नाली आगे जाकर नहर में मिल जाती थी। लेकिन अब इस नाली सहित नहर पर भी कई लोगों ने भरकर अपना आशियाना बना लिया है। बिजली ऑफिस, नीरज साह का अस्पताल समेत महिसौड़ी चौक तक लोगों ने पूरी तरह से सरकारी नाले पर कब्जा कर रखा है। पंचमंदिर के समीप हाल के दिनों में लाखों रूपये की लागत से बने नाले में भी बारिश का एक बूंद भी पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। इस पर भी शहरवासियों ने खूब नगर परिषद को कोसा। कहा कि नए बसावट वाले एरिया में तो सरकारी जमीन का जमकर दोहन हुआ है। जिस जमीन के आगे सरकारी जमीन रहता है उसकी कीमत सीधा डेढ़ गुणा हो जाता है। यहां तक की इसकी बिक्री के लिए दलालों का भी बोलवाला होता है। 1 पूरे शहर का पानी महिसौड़ी चौक होकर ही बहता है। कईलोगों ने नाले पर कब्जा जमा कर रखा है। नगर प्रशासन को इस पर पहल करनी चाहिए। मुनचुन मिस्त्री 2 बहुत दिन पहले महिसौड़ी चौक का नाला नहर में गिरता था। लेकिन अब वैसा नहीं रहता है। अनुमंडल पदाधिकारी को भी इस पर ध्यान देने की जरूरत है। राजेश कुमार वर्मा, जदयू नेता 3 नाले का पानी घर में घुसना तो आम बात है। बैशाख माह में भी शहर में जलजमाव की स्थिति बनी रहती है। इस पर पहल कर कोई ठोस कदम उठाना चाहिए। कृष्णा रावत 4 मस्जिद मार्केट से जनक सिंह मार्केट तक हल्की बारिश में दुकान में पानी प्रवेश कर जाता है। इससे दुकानदारों के सामान का भी नुकसान होता है। सोनू रावत 5 वार्ड संख्या 13 में प्याउ महीनों दिन से टूटा हुआ है। विकास के नाम पर नगर प्रशासन सिर्फ कागजी खानापूर्ति में जुटी है। वरीय अधिकारी को संज्ञान लेने की जरूरत है। श्रवण विश्वकर्मा 6 गैरमजरूआ जमीन पर कई लोगों ने कब्जा जमा कर रखा है। इससे मुक्ति दिलाने पर नगर परिषद को ध्यान देने की जरूरत है। नए नाले का निर्माण कर इस पर पहल हो। सुनील भगत 7 हर वार्ड में जमजमाव की समस्या भीषण है। बरसात के दिनों में तो कई मुहल्ला पूरी तरह टापू बन जाता है। विभाग इस पर पहल कर कोई उचित कार्रवाई करे। विनय साह 8 नागिरक सुविधा का ख्याल न कर सिर्फ अपनी सुविधा पर नगर परिषद का ध्यान है। यहां बिल्ली को मिली दूध की निगरानी वाली कहावत चरितार्थ है। वरीय अधिकारी को चाहिए कि इस पर ध्यान दें। उमेश मांझी 9शहर में न तो सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया गया है। न ही एक अच्छा से मूत्रालय अब तक बनाया जा सका है। सबसे ज्यादा महिलाओं को परेशानी होती है। रोहित कुमार 10 अतिक्रमण अगर नगर परिषद हटा दे तो हद तक जलजमाव और जाम की समस्या से मुक्ति मिल सकती है। यहां तो सिर्फ दोनों के नाम पर खानापूर्ति कर छोड़ दी जाती है। छोटू कुमार 11 शहर में अब तक न ही विवाह भवन, अशोक सम्राट भवन न ही सब्जी मंडी का निर्माण कराया जा सका है। जलजमाव से तो शहर का हर वार्ड हांफ रहा है। निवास सिंह 12 जाम से लेकर जलजमाव तक के मामले में नगर परिषद पूरी तरह फिसड्डी है। फूटकर विक्रेताओं के लिए तो अब तक वैडिंग जोन का निर्माण भी नहीं किया जा सका है। रामाकांत मंडल 13 फूटकर विक्रेताओं के कब्जे के कारण शहर में जाम की समस्या बनी रहती है। इसे भी स्थायी जगह अगर मिल जाय तो हद तक राहत मिलेगी।नए अधिकारी से शहर वासी को उम्मीद है। रविन्द्र यादव 14 कई प्याउ में स्थानीय लोग कब्जा कर रहने का काम कर रहे हैं। न तो इसे कोई देखने वाला है और न ही नगर परिषद इस पर कोई पहल कर रही है। रामलखन मंडल 15 शहर का विकास हो इस पर फोकस होना चाहिए। यहां नगर परिषद तो अखाड़ा का अड्डा बना है। हर माह विवादों से उलझा नगर परिषद विकास का काम नहीं कर पा रही है। नीतीश कुमार 16 नगर परिषद को चाहिए कि नागरिक सुविधा पर ध्यान दें। यहां नागरिक सुविधा का कोई ख्याल नहीं रखा जाता है। इस पर पहल होना चाहिए। अशोक रावत क्या कहते हैं पदाधिकारी कई विकास कार्य को नगर परिषद बोर्ड की बैठक में लिया गया है। विकास को लेकर नगर प्रशासन हर स्तर पर अपना प्रयास कर रही है। नाले की उड़ाही का कार्य मे भी तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। विभाग मानसुन आने से पूर्व शहर के सभी नालों की सफाई करा लेंगी। प्रियंका गुप्ता, इओ नगर परिषद जमुई। शिकायत 1 डस्टबीन का सही उपयोग नहीं हो रहा है। लोगों को जागरूक करने के लिए नहीं हुई है पहल 2 नगर परिषद क्षेत्र में पर्याप्त रौशनी नहीं 3 पर्याप्त सफाई कर्मी का अभाव 4आवास योजना सूची में नाम जोड़ने के लिए लाभार्थी हैं परेशान 5 व्यापक पैमाने पर नाले की उड़ाही का कार्य नहीं होता है सुझाव 1 सफाई कर्मियों की सूची वार्ड वार नप की बोर्ड पर लगे 2 जिम्मेदार लोगों को चाहिए कि इस पर विशेष ध्यान दे 3 गलियों की सफाई पर हो विशेष जोर 4 कूड़ेदान का वार्ड में है व्यापक प्रबंध 5 सीटी की आवाज अब हो गयी गुम

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