Ongoing Construction of Bhola Nath Flyover Causes Severe Issues for Residents of RBS Road in Bhagalpur बोले भागलपुर: भोलानाथ पुल फ्लाईओवर निर्माण कार्य की रफ्तार धीमी होने से बढ़ रही लोगों की परेशानी, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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बोले भागलपुर: भोलानाथ पुल फ्लाईओवर निर्माण कार्य की रफ्तार धीमी होने से बढ़ रही लोगों की परेशानी

भागलपुर के आरबीएसएस रोड पर भोलनाथ पुल फ्लाईओवर का निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है। इससे स्थानीय लोगों को जर्जर सड़क और जलजमाव के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। व्यवसाय प्रभावित हो...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरTue, 29 April 2025 08:05 PM
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बोले भागलपुर: भोलानाथ पुल फ्लाईओवर निर्माण कार्य की रफ्तार धीमी होने से बढ़ रही लोगों की परेशानी

भागलपुर शहर को दक्षिणी क्षेत्र से जोड़ने वाली राय बहादुर शिवशंकर सहाय सड़क के आसपास रहने वाले लोगों की समस्या बढ़ती जा रही है। एक ओर जहां इस मार्ग में रहने वाले स्थानीय लोगों और व्यवसायियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर इस सड़क से सीधे तौर पर जुड़ने वाले इलाकों के लोगों को भी भारी दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है। दरअसल, पिछले दो वर्षों से बहुप्रतीक्षित भोलानाथ पुल फ्लाईओवर का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसकी रफ्तार बहुत धीमी होने के कारण इस इलाके के लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। स्थानीय लोगों को अपने कार्यालय, बाजार और जरूरी कार्यों से निकलना भी मुश्किल हो रहा है। शहर की मुख्य सड़क और नाला की स्थिति बदहाल होने के कारण यहां रहने वालों के साथ रोजाना इस मार्ग से आवागमन करने वाले को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। बात अगर रोजगार औैर व्यवसाय को बढ़ावा देने की करें तो यह सड़क पूरी तरह से जर्जर और नाला जाम होने के कारण हर तरह की गतिविधियां काफी प्रभावित हो रही हैं। प्रशासनिक उपेक्षा के कारण यहां काम करने वाली निर्माण एजेंसी का कार्य काफी धीमी गति से चल रहा है, जो यहां रहने वालों के साथ शहर के विभिन्न मार्गों से इशाकचक समेत मिरजान और दक्षिणी क्षेत्र आवागमन करने वाली बड़ी आबादी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

इसको लेकर स्थानीय नागरिक आशुतोष कुमार ने बताया कि किसी भी देश और राज्यों में होने वाले निर्माण कार्य वहां के विकास के लिए एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। विकास कार्य लोगों की सुविधाओं के लिए होता है और किसी भी तरह के निर्माण या विकास कार्य का मतलब स्थानीय लोगों को परेशान करना बिल्कुल भी नहीं हो सकता है। जब से भोलानाथ फ्लाईओवर निर्माण कार्य शुरू हुआ है, तब से किसी न किसी तरह से स्थानीय लोगों को परेशानी होती रहती है। पिछले कुछ महीनों में पुल निर्माण निगम एवं एजेंसी के द्वारा फ्लाईओवर निर्माण के नाम पर सड़क को खोदकर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। इसके कारण लोगों का अपने घरों से निकलना तक मुश्किल हो गया है। नाला का पानी सड़क पर कई घरों में प्रवेश कर जाता है जिसके कारण स्थानीय लोग नारकीय जीवन जीने को विवश हैं। जेनरल स्टोर चलाने वाले दुकानदार सोमनाथ ने बताया कि वैसे तो फ्लाईओवर निर्माण कार्य पिछले दो वर्षों से चल रहा है, लेकिन उनलोगों की समस्या पिछले एक साल से काफी बढ़ गई है। पुल निर्माण कार्य के नाम पर जहां निर्माण एजेंसी मनमानी करती है, वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि से भी अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पाने के कारण उनलोगों का व्यवसाय एवं दिनचर्या पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। जगह-जगह गंदगी का ढेर लगा है, जबकि नाला की भी सफाई नहीं होने से जाम हो जाता है। इस कारण जलजमाव की समस्या उत्पन्न होती है।

स्थानीय निवासी मनोज कुमार घोष ने बताया कि जर्जर सड़क और जलजमाव के कारण यहां के लोगों को घर से निकलना तक मुश्किल हो जाता है। महिलाओं और बुजुर्गों को टहलना और कहीं बाहर जाना नहीं हो पाता है। अगर किसी की तबीयत खराब हो जाती है तो उसे डॉक्टर के यहां ले जाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। वाहन घर तक नहीं पहुंच पाते हैं, जिसके कारण किसी भी जरूरी कार्य या मरीजों को चिकित्सक के पास ले जाना मुश्किल हो जाता है। अमरनाथ ने बताया कि मुख्य सड़क की ऐसी बदतर हालत होने के कारण जलजमाव होने पर गलियों में भी नाला और बारिश का पानी प्रवेश कर जाता है। साथ ही बताया कि पुल निर्माण और फ्लाईओवर निर्माण एजेंसी वाले किसी की नहीं सुनते हैं। वहीं स्थानीय निवासी गौरव कुमार उर्फ पप्पू साह ने बताया कि जर्जर सड़क और जलजमाव के कारण हालत इतनी बुरी हो गई है कि घर से बाहर निकलने के बाद गारंटी नहीं है कि व्यक्ति सुरक्षित घर वापस पहुंच जाएंगे। जरा सी बारिश के बाद जलजमाव हो जाता है, जबकि पुल निर्माण कंपनी द्वारा भी नाला का पानी सड़क पर बहा दिया जाता है, जिसके कारण हालत और बदतर हो जाती है। कूड़ा-कचरा और नाला जाम होने के कारण डेंगू, मलेरिया, टायफायड जैसी कई बीमारियों का खतरा बना रहता है, जबकि कई लोग बीमारियों की चपेट में आकर इसका शिकार भी हो चुके हैं। कभी भी कुछ पूछे जाने पर कर्मियों के द्वारा भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है। बच्चों को स्कूल कोचिंग जाने में भी परेशानी होती है। जर्जर सड़क के कारण दुकान बंद होने से लोगों को घरेलू उपयोग के सामान की खरीदारी के लिए भी त्रिमूर्ति चौक या बाजार जाना पड़ता है।

राजीव रंजन झा ने बताया कि नगर निगम को टैक्स देते हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं मिलता है। कई जगहों पर आवेदन दिया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है। हमेशा व्यस्त रहने वाली सड़क पर जलजमाव और अव्यवस्थित होने के कारण असमाजिक तत्वों की भी गतिविधि काफी बढ़ गई है। जिससे लोगों के मन में भय बना रहता है।

घरों में घुस जाता है नाला और बारिश का पानी

शहर के आरबीएसएस रोड निवासी आशुतोष कुमार ने बताया कि भोलानाथ पुल फ्लाईओवर निर्माण के कारण लंबे समय से रोड और नाला की हालत खराब है। कुछ दिनों पूर्व नाला निर्माण कार्य कराया गया, लेकिन वह काम भी ठीक ढंग से नहीं हुआ। इस कारण नाला कहीं उंचा तो कहीं नीचे हो गया, जिससे पानी की निकासी ठीक से नहीं हो पाती है। इसके कारण जलजमाव की स्थिति बन जाती है और बारिश के अलावा आमदिनों में बिना बारिश के ही नाला का पानी कई घरों में प्रवेश कर जाता है, जिससे काफी परेशानी होती है। विकास कार्य के नाम किसी की उपेक्षा करना ठीक नहीं है, जबकि जर्जर सड़क के साथ नाला और साफ-सफाई की व्यवस्था बदहाल होने के कारण केंद्र सरकार के स्वच्छता अभियान की सफलता पर भी सवाल खड़ा होता है। पुल निर्माण कार्य आवश्यक है, लेकिन इसके साथ ही स्थानीय लोगों की सुविधा और आमलोगों के आवागमन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।

कार्य की धीमी रफ्तार और निर्माण एजेंसी की मनमानी से परेशानी

स्थानीय निवासी अभिनंदन कुमार ने बताया कि जब से फ्लाईओवर निर्माण कार्य शुरू हुआ है, तब से ही उनलोगों की परेशानी की शुरुआत भी हो गई। लोगों की सुविधा और शहर की बेहतरी के लिए किए जा रहे कार्य का सभी ने समर्थन किया। लेकिन कार्य की धीमी रफ्तार, पुल निगम एवं निर्माण एजेंसी की मनमानी के कारण उनलोगों को घर से निकलना तक मुश्किल होने लगा है। बिना बारिश के ही सड़क पर नाला का पानी ओवरफ्लो होकर जमा हो जाता है। नाला में कचरा और गाद भरी हुई है, जिसके कारण पानी की निकासी ठीक ढंग से नहीं हो पाती है और नाला की सफाई नहीं होने के कारण गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर जमा हो जाता है। हालत इतनी बुरी है कि कई बार घर से निकलने के लिए नाला के ढक्कन पर चढ़कर किसी काम से बाहर निकलना पड़ता है। स्कूली बच्चे और महिलाओं को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जबकि कई बार बच्चे और बड़े भी गिरकर घायल हो जाते हैं।

जर्जर सड़क और जलजमाव के कारण दुकान से दूर हो रहे ग्राहक

स्थानीय दुकानदार अमरनाथ ने बताया कि सड़क खराब होने के कारण ग्राहकों को आने में काफी परेशानी होती है। इससे ग्राहकों ने खरीदारी के लिए दूसरी दूकानों का विकल्प खोज लिया और उनका व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। व्यापार का नुकसान होने के कारण दुकान और स्टाफ का किराया भी नहीं निकल पाता है, जिसके कारण कई दुकानदारों का व्यवसाय ठप होता चला गया और भरण-पोषण की समस्या उत्पन्न होने से उन्हें दुकान बंद कर पलायन को मजबूर होना पड़ा। एक ओर सरकार आत्मनिर्भर बनाने की बात करती है, वहीं सरकारी सिस्टम की लापरवाही से लोग बेरोजगारी की तरफ खींचते जा रहे हैं। जर्जर सड़क और जलजमाव के कारण दुकान का सामान लाने में भी परेशानी होती है, जबकि एजेंसी या थोक विक्रेता भी खराब सड़क और नाला का पानी जमा होने के कारण दुकान पर सामान की डिलेवरी करने से मना कर देते हैं। जल्द ही अगर प्रशासन द्वारा उनकी सुविधा के लिए कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई तो आने वाले दिनों में उन्हें भी परिवार के भरण-पोषण के लिए दुकान बंद कर रोजगार का अलग विकल्प तलाशना होगा।

कभी धूल तो कभी कीचड़ के कारण झेलनी पड़ रही परेशानी

व्यवसायी और कवि मनोज सिंह ने बताया कि आरबीएसएस रोड पर बन रहे फ्लाईओवर का निर्माण कार्य सुचारू रूप से नहीं होने के कारण सिर्फ शहरी क्षेत्र ही नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के लाखों की आबादी का आवागमन अवरुद्ध हो गया है। जो लोग इस पथ के किनारे रह रहे हैं, उन्हें कभी धूल तो कभी कीचड़ के कारण परेशानी झेलनी पड़ रही है। सबसे अधिक परेशानी वैसे लोगों को है, जिनके घर तक जाने के लिए कोई वैकल्पिक पथ नहीं है। इसके कारण आए दिन लोग दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं, लेकिन पुल का निर्माण करने वाली कम्पनी इससे बिल्कुल बेपरवाह बनी हुई है। लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को विवश हैं। नाली और सड़क के बीच में गड्ढे तो कभी मलबा छोड़ दिया जाता है। कई जगहों पर नुकीले सरिया बीच सड़क पर निकले हुए हैं, जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। व्यवसायियों को बिजली बिल, टैक्स और किराया के साथ स्टाफ को भी सैलरी देनी पड़ती है। सरकार को व्यवसायियों और आमलोगों के हितों पर ध्यान देने की जरूरत है।

इनकी भी सुनिए

इस सड़क मार्ग से हजारों की आबादी रोजाना गुजरती है। पुल निर्माण के कारण जर्जर सड़क और जलजमाव के कारण लोगों का आवागमन कम हो गया है। दक्षिणी क्षेत्र से शहर को जोड़ने वाली यह महत्वपूर्ण सड़क है। कई बार इस सड़क से गुजरते समय गढ्ढे में जाने से बाइक चालक, राहगीर और स्थानीय लोग गिरकर घायल भी हो जाते हैं।

-सोमनाथ

आरबीएसएस रोड के निवासियों को चलने का रास्ता मिलना चाहिए। इससे लोगों को किसी भी जरूरी कार्य से घरों से बाहर जाने में परेशानी नहीं हो। गिरने के डर से ई-रिक्शा और ऑटो या कोई भी वाहन इस जर्जर सड़क पर आने से मना कर देते हैं और जब आते भी हैं तो मनमाना किराया वसूलते हैं। निर्माण कार्य चलते समय बिजली घंटों कट जाती है।

-सुनील साह

पुल निगम द्वारा मनमाने ढंग से काम कराया जा रहा है। जनता की समस्या को सुनने के लिए कोई भी तैयार नहीं है। आमलोगों के चलने लायक जगह दी जानी चाहिए। सप्लाई पानी की आपूर्ति भी नहीं होती है। जिलाधिकारी और नगर आयुक्त को भी आवेदन देकर गुहार लगाई गई है। सभी जगहों से केवल आश्वासन ही मिलता है।

-अजय कुमार शर्मा

भागलपुर के मुख्य बाजार, भीखनपुर मोहल्ला, शहर का दक्षिणी क्षेत्र और मुन्दीचक को जोड़ने वाली इस सड़क की हालत जर्जर है। पुल निर्माण के कारण थोड़ी परेशानी होना स्वाभाविक है, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण इस सड़क से गुजरने वालों को हर कदम पर परेशानी ही देखने को मिलती है।

-नीरज कुमार सिंह

एक तो सड़क की हालत जर्जर है, जिसके कारण स्थानीय लोगों को चलने में काफी परेशानी होती है। ऊपर से कूड़ा उठाव और नाला की साफ-सफाई की व्यवस्था भी बदतर है। वार्ड नंबर 36 आरबीएसएस रोड में गंदगी का अंबार लगा रहता है। लेकिन जनप्रतिनिधि या नगर निगम प्रशासन द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।

-राजू प्रसाद कुसुम

फ्लाईओवर निर्माण कार्य के कारण सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। छात्र-छात्राओं को कॉलेज और कोचिंग जाने में काफी परेशानी होती है। गंदगी के कारण मच्छर का लार्वा पनप रहा है, जो कई बीमारियों को आमंत्रण दे रहा है। परीक्षा के समय में तबीयत खराब हो जाने पर परीक्षा भी छूट सकती है, जिससे पूरे साल की मेहनत बर्बाद हो जाएगी। सड़क को चलने लायक बनाया जाना चाहिए।

-दिव्यांशु

बारिश होने से सड़क पर भारी जलजमाव हो जाता है। फ्लाईओवर निर्माण कार्य चलने तक बालू-गिट्टी गिराकर रोड को समतल करा देना चाहिए। जिससे लोगों को चलने में आसानी हो और स्थानीय लोगों के साथ मरीजों और दुकानदारों को भी आवागमन में परेशानी नहीं हो। पुल निर्माण कार्य काफी धीरे चल रहा है।

-कुमार गौरव

केंद्र और राज्य सरकार देश और राज्यों में स्वच्छता अभियान चलाने की बात करती है, लेकिन भागलपुर नगर निगम प्रशासन की कार्यशैली को देखकर स्थिति इस अभियान के ठीक उलट दिखाई देती है। हर जगह गंदगी और नाला जाम की समस्या बनी हुई है, जिसके कारण जलजमाव से सड़क चलने लायक नहीं रह जाती है।

-राकेश कुमार उर्फ राजा

कोई अधिकारी, पुल निर्माण एजेंसी और जनप्रतिनिधि उनलोगों की बात सुनने के लिए भी तैयार नहीं होते हैं। जब कभी भी समस्या के समाधान की बात कही जाती है तो उनलोगों को अधिकारियों द्वारा नाकारात्मक जवाब मिलता है। स्थानीय लोगों के साथ इस सड़क से गुजरने वाले की परेशानी को ध्यान में रखकर जल्द समाधान किया जाना चाहिए।

-गौरव कुमार उर्फ पप्पू साह

फ्लाईओवर निर्माण कार्य से किसी को भी परेशानी नहीं है, लेकिन बड़ी आबादी के आवागमन का मुख्य मार्ग होने के कारण तत्काल लोगों की सुविधाओं का भी ख्याल रखा जाना चाहिए। नाला की नियमित सफाई हो, जिससे नाला जाम नहीं हो और घरों के साथ बारिश का पानी भी सड़क पर जमा होने के बजाय आसानी से नाला से निकल जाये।

-सौरभ सोनी उर्फ बिट्टू

ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त किए बिना नाला और जलजमाव की समस्या का समाधान संभव नहीं है। सबसे बड़ी समस्या नाला का व्यवस्थित नहीं होना है। जलजमाव के कारण भी सड़क टूट जाती है, जिससे परेशानी बढ़ जाती है। शहर को स्वच्छ बनाने के लिए नगर निगम प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को ध्यान देना होगा।

-अनिल कुमार साह

निर्माण एजेंसी की मनमानी के कारण लंबे समय से आरबीएसएस रोड के निवासियों को परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है। व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया है और लोग व्यवसाय छोड़कर दूसरी जगह या रोजगार की तलाश में पलायन करने को विवश हैं। दुकान या कार्यालय में काम करने वाले स्टाफ को सैलरी देना भी मुश्किल हो जाता है।

-पीयूष आनंद

शिकायतें

1. निर्माण एजेंसी की मनमानी के कारण लंबे समय से आरबीएसएस रोड के निवासियों को परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है।

2. जर्जर सड़क और जलजमाव के कारण व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया है। दुकान बंद कर लोग यहां से दूसरी जगह पर रोजगार की तलाश में पलायन करने को विवश हैं।

3. पुल निर्माण एजेंसी, कोई भी अधिकारी और जनप्रतिनिधि लोगों की बात सुनने के लिए भी तैयार नहीं होते हैं। समस्या के समाधान की बात पर अधिकारी भी नाकारात्मक जवाब देते हैं।

4. दक्षिणी क्षेत्र से शहर को जोड़ने वाली यह महत्वपूर्ण सड़क है। कई बार इस सड़क से गुजरते समय गड्ढे में जाने से बाइक चालक, राहगीर और स्थानीय लोग गिरकर घायल भी हो जाते हैं।

5. जलापूर्ति की समस्या से पिछले कई महीनों से आरबीएसएस रोड के लोगों पानी की काफी दिक्कत हो रही है। नियमित कूड़ा उठाव भी नहीं हो पाता है, जिससे परेशानी होती है।

सुझाव

1.ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त किया जाना चाहिए, जिससे नाला और जलजमाव की समस्या का समाधान हो सके। नाला और बारिश के पानी की निकासी की व्यवस्था की जाय।

2. आरबीएसएस रोड के निवासियों को चलने का रास्ता मिलना चाहिए। जिससे स्थानीय लोग और राहगीरों को किसी भी जरूरी कार्य से बाहर जाने या आवागमन में परेशानी नहीं हो।

3. इस सड़क से गुजरने वाले राहगीरों और स्थानीय लोगों के साथ वाहन चालकों की परेशानी को ध्यान में रखकर सड़क और नाला की समस्या का समाधान किया जाना चाहिए।

4. फ्लाईओवर निर्माण होने से दक्षिणी क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। इससे शहर में जाम की समस्या का भी समाधान होगा। प्रशासनिक तंत्र को भी सक्रिय होना होगा।

5. आरबीएसएस रोड में फ्लाईओवर निर्माण कार्य चलने तक बालू मिट्टी गिराकर रोड को समतल करा देना चाहिए, जिससे लोगों को चलने में आसानी हो।

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