बिहार में हैं चुनाव, तो 1000 किमी दूर में क्यों प्रचार कर रही है भाजपा; क्या प्लान
इनमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, अंबाला, हिसार, झज्जर, करनाल, कुरुक्षेत्र, पंचकूला, पानीपत, रेवाड़ी, सोनीपत और यमुनानगर शामिल है। यहां बिहार से आकर बसे लोगों की संख्या काफी ज्यादा मानी जाती है।

बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जारी हैं। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी ने राजधानी पटना से करीब 1 हजार किमी की दूरी पर हरियाणा के हिसार में प्रचार तेज कर दिया है। पार्टी ने यहां प्रचार के लिए रणनीति भी तैयार की है, जिसमें नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक शामिल हैं। राज्य में अक्तूबर या नवंबर में चुनाव हो सकते हैं।
ट्रिब्यून की रिपोर्ट में भाजपा के सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि पार्टी ने टीम भी तैयार की है, जो बिहार से आकर हरियाणा में काम कर रहे मतदाताओं की पहचान करेगी। अखबार को सूत्रों ने बताया कि एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत हरियाणा भाजपा ने प्रवासियों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। पार्टी के एक नेता ने कहा, 'शुरुआत में भाजपा ने 12 जिलों की पहचान की थी, जहां पार्टी कार्यकर्ता बिहार से आए प्रवासी मजदूरों से बात कर रहे हैं।'
इनमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, अंबाला, हिसार, झज्जर, करनाल, कुरुक्षेत्र, पंचकूला, पानीपत, रेवाड़ी, सोनीपत और यमुनानगर शामिल है। यहां बिहार से आकर बसे लोगों की संख्या काफी ज्यादा मानी जाती है। अखबार ने भाजपा सूत्रों के हवाले से लिखा है कि हरियाणा की भाजपा सरकार भी छठ पूजा जैसे कार्यक्रम में सक्रिय भूमिका निभाकर समुदाय से जुड़ने की कोशिश में है।
क्या है तैयारी
खबर है कि शुरुआती दौर में भाजपा ने प्रवासी समुदाय के कुछ प्रभावी चेहरों को भी पार्टी में किया है। रिपोर्ट के अनुसार, एक पार्टी कार्यकर्ता ने कहा, 'पार्टी की टीमें हरियाणा में रहने वाले बिहार के लोगों से मिल रही है। ये लोग बिहार चुनाव के दौरान अहम साबित होंगे, क्योंकि हरियाणा में काम करने वाले प्रवासियों का एक बड़ा समूह बिहार में ही मतदान करता है।'
अखबार से बातचीत में भाजपा की राज्य महासचिव अर्चना गुप्ता ने कहा कि बिहार के प्रवासियों का डेटा जुटाया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'लेकिन हम अब तक सीमित डेटा ही जुटा सके हैं, क्योंकि प्रवासी समुदाय व्यापक स्तर पर फैला है। हम अगले दो महीने में बड़ा डेटा जुटा लेंगे।'