परसा:नब्बे के दशक से वीरान नहर से किसानों को लाभ नहीं
पइन में उपजे खरपतवार परसा,एक संवाददाता। प्रखंड के किसानों के लिए खोदी गई तितिरा-पचरुखी पइन से किसानों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। नब्बे के दशक में खोदी गयी इस नहर में आज तक एक बूंद भी पानी किसानों...

परसा,एक संवाददाता। प्रखंड के किसानों के लिए खोदी गई तितिरा-पचरुखी पइन से किसानों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। नब्बे के दशक में खोदी गयी इस नहर में आज तक एक बूंद भी पानी किसानों को नसीब नहीं हुआ जिस कारण किसान अपने खेतों की सिंचाई कर सके। नहर की इस बदहाल स्थिति को देख इस समस्या को लेकर भाजपा पश्चिमी मंडल के पूर्व अध्यक्ष युवा सामाजिक कार्यकर्ता तूफान सिंह ने स्थानीय सांसद से लिखित शिकायत की है।उन्होंने कहा है कि करीब दस किमी लंबी यह नहर फुलवरिया पंचायत स्थित गडंक मेन नहर से पंचायत के पूरे छपरा, भाथा, जमलकी, सगुनी पंचायत के तितिरा बाजीतपुर,लालापुर चंवर होते,पचलख पंचायत के लालापुर,नारायणपुर,पचलख,चैनपुर,बनकेरवा भाव चंवर व पचरूखी पंचायत के पचरूखी चंवर तक गई है। नहर के किनारे इन संबंधित पंचायत के दर्जनों गांव के सैकड़ों एकड़ जमीन है जिसके सिंचाई के उद्देश्य से इस नहर का निर्माण कार्य नब्बे के दशक में किया गया जिससे किसानों को सिंचाई में सुविधा होगी लेकिन दुर्भाग्य की आज तक नहर में पानी नहीं आया।हर साल मनरेगा के माध्यम से नहर उगाही के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए खर्च भी होते हैं लेकिन इससे किसानों को अभी तक कोई लाभ नहीं मिल सका है।युवा सामाजिक कार्यकर्ता ने शिकायत के माध्यम से इस बदहाल नहर के जीर्णोद्धार की मांग की है अन्यथा किसानों को उनकी जमीन लौटाने का आग्रह किया है।उन्होंने यह भी कहा है कि यदि आवेदन पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया तो गांव-गांव जाकर किसानों की समिति बना कर आन्दोलन करेंगे।
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