सारण की सभी पंचायतों में विशेष अभियान चलाकर बनाया जायेगा आयुष्मान कार्ड
जिलाधिकारी ने आयुष्मान प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना व अन्य छपरा, नगर प्रतिनिधि। सरकार का उद्देश्य राज्य के हर नागरिक को बिना पैसे के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना है। प्रधानमंत्री...

छपरा, नगर प्रतिनिधि। सरकार का उद्देश्य राज्य के हर नागरिक को बिना पैसे के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना है। प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर जिले के सभी पंचायतों में विशेष अभियान चलाया जायेगा। अभियान के तहत सभी पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जायेगा। यह अभियान 28 मई 2025 तक राज्यभर में आयोजित किया जाएगा।इस अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार कर जनजागरूकता फैलाने के उद्देश्य से सोमवार को प्रचार रथ निकाला गया। जिलाधिकारी अमन समीर ने सोमवार आयुष्मान प्रचार रथ को समाहरणालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
डेडिकेटेड काउंटर की होगी स्थापना आयुष्मान भारत के प्रभारी जिला समन्वयक अभिनय कुमार ने बताया कि प्रत्येक पंचायत स्तर पर एक समर्पित हेल्प डेस्क काउंटर की स्थापना की जाएगी, जहां कार्ड बनाए जाएंगे। पंचायत स्तर पर शिविर आयोजन के य आवश्यक मानव संसाधन और संसाधनों की सूची बनाकर माइक्रो प्लान तैयार कर कार्य किया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों को योजना से जोड़ना और उन्हें मुफ्त चिकित्सा सुविधा दिलाना है। इस अभियान में 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के प्रत्येक व्यक्ति का कार्ड बनाया जायेगा, चाहे उसकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति जैसी भी हो। इसके तहत योग्य लाभार्थियों को पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी। कॉमन सर्विस सेंटर, पंचायत स्तर पर कार्यरत प्रतिनिधियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की मदद से विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। आयुष्मान ऐप और पोर्टल के माध्यम से बेनिफिसिरी लॉगिन की प्रक्रिया को भी सरल बनाने के लिए जागरूकता फैलाई जा रही है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए पंचायत भवन, ब्लॉक ऑफिस, सीएससी केंद्रों, अनुमंडल कार्यालय, जिला अस्पताल, सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों एवं निजी सूचीबद्ध अस्पतालों में डेडिकेटेड काउंटर स्थापित किए गये हैं। जिले में 12 लाख से अधिक लाभार्थियों का बना कार्ड: जिले में 27 लाख 61 हजार 472 लाभार्थियों का कार्ड बनाने का लक्ष्य विभाग ने तय किया है। अब तक 12 लाख 32 हजार 472 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है। वहीं अब तक 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के 7406 लाभार्थियों का कार्ड बन चुका है। अभियान के ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों का कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है। राशन कार्ड जरूरी आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए राशन कार्ड होना जरूरी है। आयुष्मान वय वंदना कार्ड के लिए केवल आधार कार्ड होना जरूरी है। इन कार्डों पर 5-5 लाख रुपए का मुफ्त इलाज सभी सरकारी अस्पतालों और चयनित निजी अस्पतालों में कराया जा सकता है। आयुष्मान कार्ड पंचायत सरकार भवन, आंगनवाड़ी केंद्र, जनवितरण प्रणाली केंद्र, वसुधा केंद्र और महिला संवाद स्थलों में बनाया जा सकता है। मालूम हो कि आयुष्मान कार्ड और आयुष्मान वय वंदना कार्ड पर इलाज करने के लिए सभी सरकारी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। जिले के कुछ निजी अस्पतालों का भी पंजीकरण आयुष्मान के लिये किया गया है जहां मरीज कार्ड पर इलाज करा सकते हैं। आयुष्मान कार्ड बनाने में कंप्यूटर शिक्षकों के लगाने पर नाराजगी शिक्षकों ने जिला पदाधिकारी को दिया मांग पत्र गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त करने का अनुरोध फोटो 17 गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त करने के अनुरोध संबंधी आवेदन को कलेक्ट्रेट में दिखाते कम्प्यूटर शिक्षक छपरा, नगर प्रतिनिधि। जिले के विभिन्न प्रखंडों में कार्यरत कंप्यूटर विज्ञान शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति आयुष्मान कार्ड बनाने में होने पर शिक्षकों ने नाराजगी जताई है। सोमवार को शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिलकर मांगों से संबंधित आवेदन दिया। आवेदन में कहा है कि जिले के सभी उच्च माध्यमिक विद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान शिक्षक को आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए टोला सेवक के साथ जिम्मेवारी दी गई है। इस कारण छात्रों के पठन-पाठन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पर रहा है। कई शिक्षकों ने यह भी कहा है कि वे लोग एमटेक, एमसीए, एमएससी इन कंप्यूटर साइंस एवं बीएड योग्यताधारी है। विद्यालय में योगदान के बाद से ही जिला स्तर एवं प्रखंड स्तरीय शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा डाटा एंट्री ऑपरेटर संबंधित कार्य के लिए वरीय पदाधिकारी के निर्देशों का अनदेखी करते हुए प्रतिनियुक्ति की जाती है। साथ ही विभिन्न प्रकार की कार्यवाही का भय दिखाकर शोषण किया जाता है। इसका प्रतिकूल प्रभाव शैक्षणिक कार्यों के साथ-साथ शिक्षकों के मनोबल पर भी पड़ रहा है । इस कारण शिक्षकों को छात्रों एवं अभिभावकों का कोपभाजन का भी शिकार होना पर पड़ता है। आवेदन में शिक्षकों का कहना है कि डीईओ के आदेश से जिले के सभी कंप्यूटर विज्ञान शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति टोला सेवक, विकास मित्र के साथ किया गया है। यह सरकार के मुख्य सचिव के आदेश के विपरीत है। ऐसे में जिलाधिकारी को इस बारे में सकारात्मक पहल करने की जरूरत है। शिक्षकों ने जिला पदाधिकारी से कंप्यूटर शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से गैर शैक्षणिक कार्य के अलावा आयुष्मान कार्ड निर्माण से मुक्त करने के लिए समुचित पहल का अनुरोध किया है। आवेदन देने वालों में नवीन कुमार सिंह, नवनीत कुमार, नीलू कुमारी ,शांतनु कुमार ,निर्मला ,रितु कुमार शर्मा, राजेश रंजन, सृजन, पंकज कुमार व अन्य शामिल हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।