दारोगा जी पर एफआईआर, वादी बने अपर थानेदार; बिहार के मोतिहारी में यह क्या हुआ
- पीपरा थाना में पदस्थापित पु.अ.नि. सूर्यदेव प्रसाद के विरुद्ध चिरैया थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है। एफआईआर अपर थानाध्यक्ष आशीष कुमार के लिखित बयान पर दर्ज की गई है। जिसमें केस का प्रभार नहीं देने का आरोप लगाया गया है।

बिहार के पूर्वी चम्पारण जिले से केस मुकदमा का एक विचित्र मामला सामने आया है। जिन दारोगा जी पर आपराधिक कांडों की छानबीन का जिम्मा था उन्हीं पर थाने में एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। आरोपी दारोगा पर कार्य में लापरवाही का आरोप लगाया गया है। मामले में केस दर्ज कराने वाले कोई और नहीं बल्कि अपर थानेदार ही हैं। मामला चिरैया थाना का है।
जानकारी के मुताबिक पीपरा थाना में पदस्थापित पु.अ.नि. सूर्यदेव प्रसाद के विरुद्ध चिरैया थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है। एफआईआर अपर थानाध्यक्ष आशीष कुमार के लिखित बयान पर दर्ज की गई है। जिसमें केस का प्रभार नहीं देने का आरोप लगाया गया है। उनके खिलाफ कार्रवाई करने की भी बात कही गई है।
सूर्यदेव प्रसाद वर्ष 2022 में चिरैया थाना में पदस्थापित थे। इस दौरान वे कई कांडों के अनुसंधान कर्ता बनाए गए थे। लेकिन उन्होंने अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन नहीं किया। जिसके कारण 14 कांड लम्बित रह गए। इसी क्रम में उनका स्थानांतरण पीपरा थाना में हो गया लेकिन, उन्होंने लम्बित कांडों का प्रभार दूसर अफसर को नहीं दिया। उन्हें कई बार नोटिस भेजा गया है। इसके बाद भी वे कांड का प्रभार नहीं दे रहे हैं। इससे अपराधियों को लाभ मिल रहा है।
दारोगा सूर्यदेव प्रसाद की लापरवाही के कारण आपराधिक कांडों का निष्पादन नहीं हो रहा है और आरोपी खुलेआम घुम रहे हैं। इधर, थानाध्यक्ष महेन्द्र कुमार ने बताया कि केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। आरोपी बनाए गये दारोगा ने कहा है कि जल्द ही प्रभार सौंप कर मामले का निपटारा कर लिया जाएगा।