लोन लेकर पढ़ाई करने में लड़कियां अव्वल, पटना के बाद इस जिले से आए सबसे ज्यादा आवेदन
- वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य में सबसे अधिक पटना जिले से 7176 लोन के आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसके बाद मुजफ्फरपर जिला है, जहां से 4767 के आवेदन आये हैं। इसी प्रकार पूर्वी चंपारण से 4231, समस्तीपुर से 4101 आवेदन मिले हैं।

बिहार में बड़ी संख्या में लड़कियां उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए लोन ले रही हैं। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के आंकड़े बताते हैं कि पिछले छह वर्षों में एक लाख 25 हजार लड़कियों ने लोन के लिए आवेदन किया है। यह संख्या कुल प्राप्त आवेदनों का 30 प्रतिशत है। राज्यभर में अगस्त, 2018 से अब तक इस योजना में कुल चार लाख 26 हजार लोन के आवेदन प्राप्त हुए हैं। ये लड़कियों सभी जातिवर्ग की हैं।
इनमें सर्वाधिक 52 हजार 200 से अधिक लड़कियां ओबीसी की हैं। वहीं, सामान्य वर्ग की 35 हजार 200, हजार 800, ईबीसी की 22 हजार 800 और एससी की 12 हजार 700 लड़कियों के लोन स्वीकृत हुए हैं। अनुसूचित जनजाति वर्ग की 1266 लड़कियों ने आवेदन किया है। प्रति विद्यार्थी दो लाख 96 हजार के लोन स्वीकृत हुए हैं। कुल 4.26 विद्यार्थियों के लिए 11 हजार 59 करोड़ के लोन स्वीकृत हुए हैं। वहीं, 6842 करोड़ की राशि का भुगतान भी कर दिया गया है। शेष राशि के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। 13 ट्रांसजेंडर के लोन भी स्वीकृत हुए हैं।
मालूम हो कि राज्य सरकार के द्वारा सामन्यतया इंटरमीडिएट के बाद की शिक्षा प्राप्त करने के लिए उक्त योजना के तहत चार लाख रुपये तक के लोन दिये जाते हैं। लड़कियों को मात्र एक प्रतिशत ब्याज पर लोन मिलते हैं।
पटना के बाद सर्वाधिक मुजफ्फरपुर से आवेदन
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य में सबसे अधिक पटना जिले से 7176 लोन के आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसके बाद मुजफ्फरपर जिला है, जहां से 4767 के आवेदन आये हैं। इसी प्रकार पूर्वी चंपारण से 4231, समस्तीपुर से 4101, गया से 4086 और वैशाली से 4059 विद्यार्थियों के आवेदन आये हैं। शेष जिलों से 400 से 3900 तक आवदेन प्राप्त हुए हैं। इस वर्ष राज्यभर से 90 हजार 834 आवेदन आये हैं। इनमें 8475 आवदेन विभिन्न कारणों से स्वीकृत किये जा चुके हैं।