बैकुंठपुर में मौसम की बेरूखी से किसानों की बढ़ी चिंता
एक सप्ताह से बारिश नहीं होने से खेतों की नमी हुई गायब धूल उड़ रहे खेतों में धान की नर्सरी की जमीन में फटी दरारें

बैकुंठपुर। एक संवाददाता प्रखंड क्षेत्र में मौसम की बेरूखी से किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है। एक सप्ताह से क्षेत्र में बारिश नहीं हुई है। आग उगल रहे सूर्य देव का प्रकोप किसान परेशान हैं। पिछले सप्ताह बारिश होने के बाद खेतों में नमीं आई थी। जिससे किसान व्यापक पैमाने पर धान की नर्सरी तैयार करने के लिए खेतों में बीज गिराए थे। वहीं बारिश नहीं होने से बीज गिराने के बाद खेतों से नमी गायब हो गई है। नर्सरी के खेतों की जमीनों में तेजी से दरारें फट रही हैं। इससे किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है। धूल उड़ रहे खेतों में धान की नर्सरी में नमी बचाने के लिए किसान पंप सेट चलाकर सिंचाई कर रहे हैं।
गम्हारी गांव के किसान प्रहलाद प्रसाद ने बताया कि प्रतिदिन संध्या समय धान की नर्सरी में पंपसेट से सिंचाई करनी पड़ रही है। ताकि बिचड़े समय से तैयार हो सकें। अगले सप्ताह से मानसून की बारिश शुरू होने की संभावना है। लेकिन समय पर बिचड़ा तैयार नहीं होने पर बारिश होने के बावजूद किसान रोपनी शुरू नहीं कर पाएंगे। बता दें कि इस वर्ष बैकुंठपुर प्रखंड में 965 हेक्टेयर भूमि में खरीफ की खेती का लक्ष्य कृषि विभाग की ओर से निर्धारित किया गया है।
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