आज से तटबंध पर तैनात होंगे होमगार्ड के जवान,खुलेगा नियंत्रण कक्ष
मानसून आने के बाद गंडक के जलस्तर में वृद्धि की है संभावनाश का असर गंडक नदी पर दिखने लगा है। वाल्मीकिनगर बराज से प्रतिदिन 22 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गंडक नदी की धारा तेजी से बढ़ रही है। बाढ़...

मानसून आने के बाद गंडक के जलस्तर में वृद्धि की है संभावना पिछले दिनों डीएम ने बाढ़ से निपटने की तैयारियों का लिया था जायजा बैकुंठपुर, एक संवाददाता। नेपाल में हुई प्री-मानसून बारिश का असर गंडक नदी पर दिखने लगा है। वाल्मीकिनगर बराज से प्रतिदिन 22 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गंडक नदी की धारा तेजी से बढ़ रही है। बाढ़ से सुरक्षा को लेकर 15 जून से गंडक नदी के तटबंधों पर होमगार्ड के जवानों की तैनाती शुरू की जाएगी। प्रशासन की ओर से 16 जून से जिला स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष भी खोला जाएगा। 31 मई के बाद से वाल्मीकिनगर बराज से प्रतिदिन करीब 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
जिससे गंडक की धारा दोनों किनारों से बह रही है। डुमरियाघाट स्थित नारायणी रिवर फ्रंट से नदी की धारा टकराने लगी है। जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता ओमप्रकाश कुमार ने बताया कि मानसून के आगमन के साथ ही जिले में गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने की संभावना है। इससे निपटने के लिए संवेदनशील व चिह्नित स्थलों पर आवश्यक सुरक्षा कार्य किए जा रहे हैं। विगत रविवार को जिले में गंडक नदी के किनारे बांधों पर किए गए कटाव निरोधात्मक कार्यों,संवेदनशील बांधों और पूर्व तैयारियों का डीएम पवन कुमार सिन्हा ने समीक्षा की थी। उन्होंने प्वाइंट 80 से लेकर प्वाइंट 120 पर डुमरिया से लेकर सरफरा बाजार तक निरीक्षण के दौरान बांध के किनारे जंगल व झाड़ सफाई कराने का निर्देश दिया था। बाढ़ नियंत्रण संबंधित सीपेज को चिन्हित कर मरम्मति कार्य, रैट होल, फॉक्स होल ,सुभेद्य क्षेत्र की मरम्मति, सभी चिन्हित संवेदनशील स्थलों पर जीओ बैग की व्यवस्था करने को कहा था।
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