Special 15-Day Campaign for Kala-Azar Patient Identification and Treatment in Gopalganj आगामी पंद्रह जून तक कालाजार रोगियों की होगी जिले में खोज , Gopalganj Hindi News - Hindustan
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आगामी पंद्रह जून तक कालाजार रोगियों की होगी जिले में खोज

रे संवाददाता। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले में 1 जून से 15 जून 2025 तक कालाजार रोगियों की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान का उद्देश्य छुपे हुए मरीजों की...

Newswrap हिन्दुस्तान, गोपालगंजTue, 3 June 2025 10:46 PM
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आगामी पंद्रह जून तक कालाजार रोगियों की होगी जिले में खोज

15 दिनों तक चलेगा मरीजों की पहचान के लिए विशेष अभियान,मरीजों का होगा उपचार आशा कार्यकर्ताओं को सौंपी गई ज़िम्मेदारी, जन-प्रतिनिधियों का लिया जाएगा सहयोग गोपालगंज,हमारे संवाददाता। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले में 1 जून से 15 जून 2025 तक कालाजार रोगियों की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान का उद्देश्य छुपे हुए मरीजों की शीघ्र पहचान और समुचित उपचार करना है। इस कार्य में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग करेंगी। राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार सिन्हा द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि कालाजार प्रभावित गांवों में हर घर के कम से कम एक 15 से 60 वर्ष आयु वर्ग के पुरुष सदस्य की स्क्रीनिंग की जाएगी।

इस दौरान जनप्रतिनिधियों और पंचायत स्तर के मुखिया से भी सहयोग लिया जाएगा। प्रखंड स्तर पर आशा कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण किया जा रहा है। अभियान के लिए प्रभावित गांवों को पंचायतवार चिन्हित किया गया है। जहां प्रचार-प्रसार के लिए माइक्रोप्लान के तहत जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। पंपलेट्स और अन्य सामग्रियों के माध्यम से लोगों को जानकारी दी जाएगी। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुषमा शरण ने बताया कि कालाजार की पहचान के लिए आशा कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। 15 दिनों से अधिक समय से बुखार से पीड़ित व्यक्ति, जिन पर मलेरिया या एंटीबायोटिक दवा का असर नहीं हुआ हो, और जिनमें भूख की कमी तथा पेट (तिल्ली) का बढ़ना जैसे लक्षण हों, उन्हें किट से जांच के लिए स्वास्थ्य केंद्र भेजा जाएगा। यदि कोई व्यक्ति पूर्व में कालाजार का इलाज करवा चुका है, लेकिन लक्षण फिर से दिख रहे हों, तो उसे बोन मैरो या स्प्लीन सप्रेशन जांच के लिए सदर अस्पताल रेफर किया जाएगा। पुराने रोगियों पर रहेगा विशेष ध्यान जिन मरीजों को बुखार नहीं है। लेकिन शरीर पर चकते या दाग हैं और वे पूर्व में कालाजार से ग्रसित रह चुके हैं, उनकी भी अनिवार्य जांच कराई जाएगी। 2022 से अप्रैल 2025 तक पहचाने गए मरीजों के घरों के आसपास 250 घरों तक चारों ओर पचास-पचास घर स्क्रीनिंग की जाएगी। अभियान में सक्रिय भागीदारी के लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि देने का भी प्रावधान है। उनके कार्यों का पर्यवेक्षण आशा फैसिलिटेटर द्वारा किया जाएगा।

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