वेब सीरीज देखकर आया आइडिया; CBI अधिकारी बनकर लोगों को लूटा, पटना से 3 शातिर गिरफ्तार
अरविंद खुद को सीबीआई का स्पेशल ऑफिसर बता लोगों को रोक कर जांच के नाम पर उनके पास मौजूद गहने और नकदी लूट लेता था। वहीं, गिरोह के बदमाश हथियार का भय दिखाकर नकदी लाने ले जाने वाले कर्मियों से भी लूटपाट करते थे। फिल्म और वेब सिरीज देखकर बदमाशों को अपराध का आइडिया आया था।

पटना की एसके पुरी पुलिस ने सीबीआई अधिकारी बनकर लोगों से ठगी और लूट करने वाले तीन बदमाशों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से दो पिस्टल, एक कट्टा, तीन कारतूस, सेना की वर्दी, सीबीआई का फर्जी आई कार्ड और पुलिस का स्टीकर लगी बाइक बरामद की गई है। आरोपितों की पहचान धनरुआ निवासी नीतीश कुमार, सहरसा के रहने वाले रीतन कुमार और वैशाली के लालगंज निवासी अरविंद कुमार के रूप में हुई है। आरोपित खुद को सीबीआई अधिकारी बता जांच के नाम पर लोगों से ठगी करने के साथ ही मौका मिलने पर पिस्टल के बल पर लोगों से लूटपाट किया करते थे।
एसके पुरी थाना क्षेत्र स्थित शिवपुरी इलाके में बीते 10 मई की दोपहर एक बिस्कुट कंपनी के कलेक्शन बॉय अमर कुमार राजीव नगर से रुपये लेकर वापस लौट रहा था। इसी दौरान बाइक सवार बदमाशों ने पिस्टल दिखाकर उससे 17 हजार रुपये लूट लिये। सचिवालय डीएसपी-2 साकेत ने रविवार को बताया कि एसके पुरी थानेदार प्रभात कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। वहीं, डायल-100 की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी। सीसीटीवी फुटेज जांच में पता चला कि लूट करने वाले अपराधियों के साथ एक अन्य बाइक पर सवार बदमाश चिरैयाटांड़ इलाके में चक्कर लगा रहे हैं।
इसकी जानकारी मिलते ही 17 मई की रात पुलिस की टीम ने नीतीश कुमार को धर दबोचा। उसकी निशानदेही पर बाद में अलामगंज थाना क्षेत्र स्थित किराए के कमरे से गिरोह के दो अन्य सदस्यों रीतन कुमार और अरविंद कुमार की गिरफ्तार हुई। तलाशी में उनके पास से पिस्टल, कारतूस, सेना की वर्दी, सीबीआई का फर्जी आई कार्ड, वारदात में प्रयुक्त बाइक, कई बैकों के ब्लैंक चेक और छह मोबाइल फोन इत्यादि बरामद किए गए। पूछताछ में पता चला कि पांच लोगों का गिरोह लोगों से ठगी और लूटपाट कर रहा था। अरविंद खुद को सीबीआई का स्पेशल ऑफिसर बता लोगों को रोक कर जांच के नाम पर उनके पास मौजूद गहने और नकदी लूट लेता था। वहीं, गिरोह के बदमाश हथियार का भय दिखाकर नकदी लाने ले जाने वाले कर्मियों से भी लूटपाट करते थे।
फिल्म और वेब सिरीज देखकर बदमाशों को अपराध का आइडिया आया था। वे पटना में किराए का कमरा लेकर लंबे समय से अपराध कर रहे थे। आरोपितों पर अन्य थानों में भी मुकदमे दर्ज हैं और वे पहले जेल भी जा चुके हैं। रीतन कुमार के खिलाफ दीदारगंज और दरभंगा, नीतीश कुमार पर धनरुआ और दीदारगंज और अरविंद कुमार पर दीदारगंज व बेऊर थाने में केस दर्ज है।