सदर अस्पताल में बुजुर्गों के लिए नहीं खुला जीरियाट्रिक वार्ड
हाजीपुर के सदर अस्पताल में पुराने इमरजेंसी वार्ड के गिरने के बाद जीरियाट्रिक वार्ड बंद हो गया है। वरिष्ठ नागरिक सेवा संघ ने कई बार जीरियाट्रिक वार्ड की मांग की है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के...

हाजीपुर, एक प्रतिनिधि सदर अस्पताल में पुराने इमरजेंसी वार्ड का भवन टूटने के साथ विलुप्त हो गया जीरियाट्रिक वार्ड। पुराने इमरजेंसी वार्ड से सटा 10 बेड का जीरियाट्रिक वार्ड भी था जिसमें एक छत के नीचे बुजुर्गों का इलाज हो रहा था। परन्तु नये-नये भवनों का निर्माण पर भी अस्पताल परिसर में बुजुर्गों के लिए जीरियाट्रिक वार्ड नहीं खुला। जीरियाट्रिक वार्ड की मांग को लेकर वरिष्ठ नागरिक सेवा संघ की ओर बार बार विभिन्न माध्यम से बुजुर्गों के लिए जीरियाट्रिक वार्ड की व्यवस्था अस्पताल परिसर में कराने की मांग गई, लेकिन वर्षों बाद भी जीरियाट्रिक वार्ड नहीं खुला। जीरियाट्रिक वार्ड नहीं खुलने के कारण वरीय नागरिक चिकित्सीय परामर्श के लिए परेशान दिखते हैं। वरीय नागरिकों को जेनरल ओपीडी में लंबी कतार में खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। वरिष्ठ नागरिक सेवा संघ के वरिष्ठ सदस्य गोविन्द कांत वर्मा कहते हैं कि एनपीएचसीई के तहत सदर अस्पताल में परिसर में जीरियाट्रिक वार्ड खोलने का प्रावधान है, लेकिन वर्षों से वार्ड की व्यवस्था की मांग करने के बावजूद जीरियाट्रिक वार्ड नहीं खोला गया। जीरियाट्रिक वार्ड खुल जाता तो बुजुर्गों को एक छत के नीचे सभी तरह के चिकित्सीय सुविधा का लाभ मिलता, लेकिन स्वास्थ्य विभाग का उदासीन रवैया बुजुर्गों को परेशान कर रहा है। बीपी, सुगर की जांच के लिए ओपीडी स्थित एनसीडी क्लीनिक में लाइन लगाना पड़ता है। इस संबंध में एनसीडीओ डॉ. आरके साहू का कहना है कि जीरियाट्रिक वार्ड खोलने के लिए जगह की मांग की गई है।
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