जन सुराज के 90% प्रत्याशी कैसे होंगे? प्रशांत किशोर ने बताया, 243 सीटों पर लड़ेगी पार्टी
मुजफ्फरपुर में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उनकी पार्टी राज्य की सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। जिसमें 90 प्रतिशत ऐसे प्रत्याशी होंगे, जो कभी चुनाव मैदान में नहीं उतरे होंगे।

बिहार बदलाव यात्रा पर निकले जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने रविवार को मुजफ्फरपुर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होने बताया कि जन सुराज पार्टी प्रदेश की सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। जिसमें 90 प्रतिशत ऐसे उम्मीदवार होंगे, जो कभी चुनाव मैदान में नहीं उतरे होंगे। गली मोहल्लों में कई उम्मीदवार अपना बैनर पोस्टर भी संभावित उम्मीदवार के रूप में लगाए हैं, यह जन सुराज की रणनीति का हिस्सा है। जिन उम्मीदवार की क्षेत्र में अधिक पकड़ होगी। वह उसके दावेदार होंगे। हम लूटने वालों को टिकट नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के कांग्रेस में दम है तो बिहार में अपने बूते चुनाव लगे। राजद की वैशाखी पर नहीं आएं।
पीके ने कहा कि वो बिहार बदलाव अभियान के तहत यात्रा पर निकले है। हर जिले में छोटी छोटी सभाएं कर रहे है। लोगों की बातों को और पीड़ा को सुन रहे है। उन्होंने कहा कि हम शिक्षा और रोजगार के मुद्दे पर वोट मांगेंगे, जाति, धर्म और समुदाय के नाम पर नहीं उन्होंने कहा कि 70 के दशक में बिहार पिछड़ा राज्यों में गिना जाता था। अब भी देश के सबसे पिछड़े राज्यों में आता है। अबतक बिहार में करीब सवा करोड़ लोग जन सुराज से जुड़ चुके है। यह सिलसिला जारी है, उन्होंने ने कहा कि जन सुराज के दो संकल्प है। पहला बिहार से पलायन रोकना और दूसरा 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को दो दो हजार रुपए देने की व्यवस्था करनी है।
समस्तीपुर सांसद शांभवी चौधरी के मैदान में उतरकर चुनाव लड़ने की चुनौती पर प्रशांत किशोर ने कहा कि वह किसी से डरते नहीं है। वो राघोपुर या हरनौत बाघी जाने से नहीं डरते। उन्होने सांसद के पिता पर तीखी टिप्पणी भी की है, और कहा कि वो टूटपूजिया नेता है। कुर्सी के लिए कांग्रेस छोड़कर जेडीयू में आए थे। उनके नेता के सामने वो कैसे दरबार लगाते थे, हम सब ने देखा है। खुद मंत्री, बेटी संसद, दामाद धार्मिक न्यास का सदस्य है, सभी पद घर में ही है, दूसरे लोग कहां जाएंगे। यह अपनी कुर्सी के लिए दलित की राजनीति करते है। 30 साल की राजनीति में दलित के लिए क्या किया है। दो चार उपलब्धि भी हों तो गिना दें।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रशांत किशोर ने बोलने के लिए जैसे ही माइक थामा, बिजली गुल हो गई। इस बीच जन सुराज के कार्यकर्ता अब्दुल मजीद ने कहा कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस रोकने के लिए सरकार की साजिश है। साजिशन प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होने से पहले बिजली काट दी गई। हालांकि फिर पांच मिनट के बाद बिजली आई और प्रशांत किशोर ने पत्रकारों को संबोधित किया।