CBI के हत्थे चढ़ा घूसखोर बैंक मैनेजर, सब्सिडी देने के लिए ले रहा था 15 हजार, बिचौलिया भी धराया
बिहार ग्रामीण बैंक (बभनगामा शाखा) सीतामढ़ी के शाखा प्रबंधक और एक दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी को शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि सरकारी योजना की सब्सिडी जारी करने के लिए घूस मांगी थी।

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सीतामढ़ी के बभनगामा स्थित ग्रामीण बैंक के प्रबंधक विवेक कुमार और एक प्राइवेट कर्मी को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। शुक्रवार को मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई ने बैंक प्रबंधक द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत मिलने के बाद यह कार्रवाई की। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) लोन से जुड़ी सब्सिडी जारी करने के लिए रिश्वत मांगी गई थी।
सीबीआई ने प्रेस रिलीज कर कहा कि बिहार ग्रामीण बैंक (बभनगामा शाखा) सीतामढ़ी के शाखा प्रबंधक और एक दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी को शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम भी जारी किए गए हैं। इनमें सीतामढ़ी के बिहार ग्रामीण बैंक के बभनगामा ब्रांच मैनेजर का नाम विवेक कुमार है। जबकि, बैंक के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी का नाम सौरव कुमार है। पीएमईजीपी लोन एक सरकारी योजना है। इसका उद्देश्य छोटे कारोबारियों को लोन देना है। इस योजना के तहत, सरकार लोन पर सब्सिडी भी देती है। इसी सब्सिडी के पैसे को बैंक मैनेजर हड़पना चाहते थे।
सीबीआई द्वारा 29 मई को उक्त आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि आरोपियों ने 2022 में पहले से स्वीकृत और वितरित पीएमईजीपी ऋण से संबंधित सब्सिडी राशि जारी करने के लिए शिकायतकर्ता से 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। सीबीआई ने जाल बिछाया और दोनों आरोपियों को शिकायतकर्ता रिश्वत मांगते रंगे हाथों पकड़ लिया।