किसान भाई घबराएं नहीं, मवेशी की मौत पर पैसों की होगी भरपाई; हेमंत सोरेन का क्या है प्लान?
सोरेन ने कहा कि राज्य के किसान भाइयों को घबराने की जरूरत नहीं है। हम उन्हें कोई भी मवेशी बीमा कराकर ही दे रहे हैं, ताकि मवेशियों की मौत होने पर उन्हें आर्थिक क्षति की भरपाई हो सके। उन्होंने अधिकारियों को भी स्पष्ट निर्देश दिया कि किसानों को कोई भी मवेशी बिना बीमा के नहीं दें।

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की तरफ से राज्य के किसानों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। सोरेन ने कहा कि राज्य के किसान भाइयों को घबराने की जरूरत नहीं है। हम उन्हें कोई भी मवेशी बीमा कराकर ही दे रहे हैं, ताकि मवेशियों की मौत होने पर उन्हें आर्थिक क्षति की भरपाई हो सके। उन्होंने अधिकारियों को भी स्पष्ट निर्देश दिया कि किसानों को कोई भी मवेशी बिना बीमा के नहीं दें। मुख्यमंत्री शुक्रवार को होटवार के मेधा डेयरी प्लांट परिसर में झारखंड के पहले मेधा मिल्क पाउडर प्लांट की आधारशिला रखने के बाद किसानों को संबोधित कर रहे थे।
सीएम ने कहा कि वक्त बेवक्त कई ऐसी बीमारियां आ जाती हैं, जिससे अचानक उनके मवेशी (गाय, बकरी, सूअर के अलावा मुर्गी आदि) मर जाते हैं। बीमा होने से लागत मूल्य की भरपाई हो सकेगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में दूध संग्रहण की प्रक्रिया ज्यादा से ज्यादा प्रखंड और पंचायत स्तर तक ले जाने की योजना पर काम हो रहा है। इससे पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा कि अगले 5-7 वर्षों में राज्य दूध के साथ-साथ मछली और मुर्गी उत्पादन में आत्मनिर्भर हो सकेगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाएं। सरकार उनके साथ खड़ी है। यह भी कहा कि अगर कुपोषण की समस्या बच्चों में तेजी से बढ़ रही है तो इसके पीछे कहीं न कहीं पौष्टिक भोजन का अभाव और रसायनयुक्त व नकली सामग्री के इस्तेमाल बढ़ना बड़ा कारण है। ऐसे में घर में गाय और अन्य पशु हो तो शुद्ध और पौष्टिक भोजन मिलेगा, जो स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा है।
इस मौके पर सीएम ने मेधा रागी लड्डू, सुधन खाद लांच किया। नगड़ी में साइलेज(चारा) प्लांट का ऑनलाइन शिलान्यास किया। मौके पर कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, विधायक सुरेश बैठा, सचिव अबुबकर सिद्दीक, पशुपालन निदेशक किरण पासी, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष डॉ मीनेश शाह मिल्क फेडरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर जयदेव विश्वास आदि मौजूद थे।