जिला मुख्यालय को ट्रैफिक जाम से मिलेगी निजात,रिंग रोड को मिली मंजूरी
जिला मुख्यालय को ट्रैफिक जाम से मिलेगी निजात,रिंग रोड को मिली मंजूरी जिला मुख्यालय को ट्रैफिक जाम से मिलेगी निजात,रिंग रोड को मिली मंजूरी

झाझा । निज संवाददाता सोमवार को उधर केंद्र में मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने बीते 11 सालों में देश व देशवासियों को क्या-क्या मिला व क्या बदला का बखान जारी था,तो इधर जमुई के एनडीए सांसद अरुण भारती ने भी जिला व जिलावासियों को एक उनकी एक बहुप्रतीक्षित मांग के पूरा हो जाने की सौगात की खुशखबरी देते मिले। जिला मुख्यालय की वर्षों से लंबित रिंग रोड परियोजना पर आखिरकार केंद्र सरकार ने अपनी मंजूरी की मुहर लगा दी है। प्रस्तावित रिंग रोड का निर्माण करीब 10.28 कि.मी के रेडियस में होगा और इस पर 37.36 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
ध्यान रहे कि इस परियोजना हेतु बीते लोस सत्र के दौरान जमुई लोस क्षेत्र के सांसद अरुण भारती ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात कर जिले के लिए जरूरी उक्त महत्वाकांक्षी परियोजना को स्वीकृति की गुजारिश की थी। सांसद का उक्त प्रयास अंतत: सार्थक हुआ और मंत्रालय ने केंद्र सरकार की सड़क और बुनियादी ढांचा विकास योजना (सीआरआईएफ) के तहत स्वीकृति दे दी है। बताने की जरूरत नहीं कि उक्त रिंग रोड परियोजना के धरातल पर उतरने के बाद जिला मुख्यालय को ट्रैफिक जाम और भीड़भाड़ वाली रोजमर्रा की सीन से निजात मिलेगी है। यह होगा रिंग रोड का रूट: यह रिंग रोड जमुई-लखीसराय मुख्य मार्ग (एसएच 18) से शुरू होकर एनएच 333ए तक जाएगी और रास्ते में हंंसडीह,आरके होटल, मलयपुर रोड,घोड़ा अस्पताल, गिरिश सिनेमा,आईटीआई कॉलेज और इंदपे आदि क्षेत्रों को एक सूत्र में पिरोते हुए शहर की परिधि में एक वैकल्पिक व सुगम मार्ग की सहूलियत नसीब कराएगी। बड़ा लाभ यह होगा कि शहर के अंदरूनी भाग से होकर गुजरने वाले भारी वाहनों और बाहरी यातायात को रिंग रोड के जरिए बाहर का रास्ता दिखाया जा सकेगा,नतीजतन शहर के अंदर ट्रैफिक का लोड काफी हद तक कम हो जाएगा। सांसद अरुण भारती की स्त्रिरयता से मिली मंजूरी: बताया जाता है कि उक्त परियोजना को स्वीकृति दिलाने के पीछे सांसद अरुण भारती की महती भूमिका रही है। उन्होंने खुद भी बताया कि सांसद बनने के बाद से ही वे इसे प्राथमिकता में रखे हुए थे। इसको ले उन्होंने संसद में सवाल उठाने से लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय तथा संबंधित तकनीकी व अन्य अधिकारियों संग लगातार बैठकें करने के अलावा मंत्री नितिन गडकरी,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अपनी पार्टी के सुप्रीमो सह केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के समक्ष भी सतत रूप से उक्त योजना समेत अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं का सवाल उठाते रहे और उन्हें बताया कि जमुई के लिए रिंग रोड कोई विलासिता नहीं,बल्कि एक बुनियादी ज़रूरत है। यह सिर्फ सड़क नहीं, बल्कि विकास की रीढ़ बनेगी। जनता ने दिया साधुवाद, व्यापारी वर्ग ने जताया आभार: रिंग रोड परियोजना की स्वीकृति पर जिले के लोगों,व्यापारी संगठनों और छात्र संगठनों ने इस हेतुक सांसद को साधुवाद दिया बताया जाता है। स्थानीय व्यापारियों का कहना था कि इससे बाजार क्षेत्र में जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा जिससे ग्राहकों की आवाजाही बढ़ेगी और व्यापार को रफ्तार मिलेगी। पार्टी के जिलाध्यक्ष जीवन सिंह सिंह ने कहा कि रिंग रोड हमारे शहर की दशा और दिशा दोनों को बदल देगी। नगर के वरिष्ठ लोगों ने इसे जमुई के विकास का प्रवेश द्वार बताया। जमीन अधिग्रहण व निर्माण का टास्क बाकी: परियोजना की स्वीकृति के बाद अब अगला चरण जमीन अधिग्रहण और निर्माण कार्य होगा। सांसद श्री भारती ने जिला प्रशासन से अपेक्षा की है कि वह तेज़ी से प्र्त्रिरया पूर्ण करे ताकि निर्माण कार्य शीघ्र शुरू हो सके और जनता को इसका लाभ जल्द मिल सके। शहर के विस्तारीकरण की राह में भी मील का पत्थर साबित होगा: जमुई जैसे बढ़ते हुए नगर के लिए यह रिंग रोड परियोजना केवल एक यातायात समाधान नहीं,बल्कि आर्थिक, सामाजिक और शहरी विस्तार की नई आधारशिला साबित हो सकती है। यह परियोजना आने वाले वर्षों में विकास की कई और श्रृंखलाओं का द्वार खोल सकती है।
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