Industry Institute Meet 2025 Enhancing Technical Education and Industrial Collaboration in Munger Division बिहार के भविष्य को सशक्त बना रहे हैं शिक्षा और उद्योग का संगम, Jamui Hindi News - Hindustan
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बिहार के भविष्य को सशक्त बना रहे हैं शिक्षा और उद्योग का संगम

बिहार के भविष्य को सशक्त बना रहे हैं शिक्षा और उद्योग का संगम बिहार के भविष्य को सशक्त बना रहे हैं शिक्षा और उद्योग का संगम बिहार के भविष्य को सशक्त

Newswrap हिन्दुस्तान, जमुईSat, 31 May 2025 04:52 AM
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बिहार के भविष्य को सशक्त बना रहे हैं शिक्षा और उद्योग का संगम

जमुई । नगर प्रतिनिधि शुक्रवार को जिला के अमरथ स्थित राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में इंडस्ट्री इंस्टीट्यूट 2025 मुंगेर प्रमंडल मीट। आयोजित किया गया कार्यक्रम में अपर सचिव सह निदेशक विज्ञान प्रविधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग बिहार अहमद महमूद, अध्यक्ष जमुई पर्यटन बिहार उद्योग सुनील कुमार सिंह, जनरल मैनेजर जिला उद्योग केंद्र मितेश कुमार सांडिल्य समेत 30 से अधिक कंपनियों एवं प्रतिष्ठित उद्योगों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। साथ ही मुंगेर प्रमंडल में अवस्थित अन्य राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज एवं राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों के प्राचार्य एवं शिक्षकों द्वारा कार्यक्रम में भाग लिया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य तकनीकी शिक्षा और उद्योगों के बीच समन्वय स्थापित करना, छात्रों को व्यावसायिक अवसरों से जोड़ना एवं उद्योग के आवश्यकता अनुसार टेक्निकल मानव बल तैयार करने में उद्योग जगत का सहयोग प्रदान करना था ।

कार्यक्त्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर व सरस्वती वंदना के साथ किया गया । इसके उपरांत संस्थान के प्राचार्य डॉक्टर आशीष कुमार द्वारा स्वागत भाषण एवं संस्थान के कार्यों के बारे में लघु प्रस्तुतीकरण देकर कार्यक्त्रम का प्रारंभ किया गया । अहमद महमूद द्वारा संगीत क्लब एवं वार्षिक उत्सव आरंभ 3.0 का उद्घाटन किया गया। उन्होंने विभाग की उपलब्धियां एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में विभाग द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों, योजनाओं एवं राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय एवं राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में उद्योग प्रतिनिधियों को अवगत कराया। उन्होंने तकनीकी शिक्षा को सुलभ बनाने के सरकार के प्रयासों को उजागर किया जिसमें इंजीनियरिंग कॉलेज की शैक्षणिक शुल्क 10 प्रतिमाह और पॉलीटेक्निक संस्थानों की फीस प्रतिमाह 5 निर्धारित की गई। उन्होंने औद्योगिक सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया जो शैक्षणिक एवं उद्योग जगत के बीच की दूरी को कम करने में आम भूमिका निभाती है एवं नवाचार अनुसंधान कौशल विकास और रोजगार क्षमता को बढ़ावा देने में मदद प्रदान करता है । उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर इंडस्ट्री मीट आयोजित की जाने की कार्य योजना है। साथ ही कई पहलुओं पर भी प्रकाश डाला जैसे पूर्णिया, मोतिहारी एवं जमुई में नए तारामंडल की स्थापना की जाएगी। राज्य के सभी अभियंत्रण महाविद्यालय एवं पॉलीटेक्निक संस्थानों में जर्मन, जापानी एवं फ्रेंच भाषा में प्रयोगशालाओं का अधिस्तापन कराया जाएगा। सभी संस्थाओं के छात्र-छात्राओं के लिए इंटर्नशिप पोर्टल का शुभारंभ किया जाएगा जिसके अंतर्गत छात्र-छात्राओं को इंटर्नशिप के लिए राज्य सरकार द्वारा राशि मुहैया कराई जाएगी । साथ ही साथ देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय एवं संस्थाओं से परि चर्चा की जा रही है जिसमें छात्रों एवं शिक्षकों को एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत प्रयोगिक अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होगा । उन्होंने आगे कहा कि कामयाबी तक पहुंचने के लिए कोई आसान तरीका नहीं होता सिर्फ मेहनत और धैर्य सफलता की असली कुंजी है । जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक मितेश कुमार सांडिल्य ने कहा कि इंडस्ट्री इंस्टिट्यूट मीट छात्रों को रोजगार- स्वरोजगार उद्यमिता को बढ़ावा देने में मददगार होगा। इस प्रकार के कार्यक्रम से स्टार्टअप एवं नवाचार को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि उद्योग और अकादमिक जगत के बीच परस्पर क्रिया छात्रों के भविष्य को आकार देने और उन्हें कार्य बल के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण है । सुनील कुमार सिंह अध्यक्ष पर्यटन बिहार उद्योग संघ ने बिहार के विकास के लिए उद्योग अवसरों और तकनीकी मानव शक्ति के उपयोग के महत्व पर प्रकाश डाला और जमुई पर्यटन की आर्थिक विकास की संभावनाओं पर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में रोबो मंथन प्राइवेट लिमिटेड , इकोस्पेस समेत 24 प्रमुख उद्योगों मुंगेर डिवीजन के राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय एवं राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन एमओयू पर हस्तांतरित किया गया । समझौते के तहत छात्रों के लिए इंटर्नशिप आफ प्लेसमेंट कार्यक्रमों को बढ़ावा देना, संयुक्त शोध परियोजनाएं चलाना, बीटेक और एमटेक छात्रों के प्रोजेक्ट को उद्योगों से जोड़ना, संयुक्त संगोष्ठी, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किया जाना है । इसके अतिरिक्त भाग लेने वाले उद्योगों के प्रतिनिधियों के साथ एक पैनल चर्चा आयोजित की गई जिसमें इंडस्ट्री इंस्टिट्यूट सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार विमर्श किया गया। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों एवं उद्योग प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया । इंडस्ट्री इंस्टिट्यूट मीट 2025 में मुंगेर प्रमंडल में तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक सहयोग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया। इस बैठक से छात्रों को वैश्विक स्तर पर व्यावसायिक दक्षता प्राप्त करने और नए अवसरों से जुड़ने का मार्ग प्रशस्त हुआ। आंगनबाड़ी केंद्रों पर हुई बच्चों की स्वास्थ्य संबंधी जांच फोटो - 03 परिचय - आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चो की स्वास्थ्य जांच करते चिकित्सक झाझा, निज प्रतिनिधि प्रखंड क्षेत्र के करहरा पंचायत अंतर्गत यादव, पंडित टोला में अवस्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 224 पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों के स्वास्थ संबंधी जांच की गई। बता दें कि पूर्व में भी प्रखंड के अन्य कुछ केंद्रों पर भी इसी तरह की जांच की गई। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आरबीएस के टीम के द्वारा उक्त आंगनबाड़ी केंद्र के लगभग 73 बच्चो की स्वास्थ्य जांच किया गया एक दो बच्चों को छोड़कर सभी स्वस्थ पाए गए। मौके पर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. नौशाद ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत आंख, कान से बहरापन, हृदय रोग, विकृति, घेघा रोग, डीपीसीएन डिफसेसी, बच्चो का कान बहना, श्वास नली में इन्फेक्शन, टीबी, बच्चों की वजन व लंबाई की सघन जांच की गई। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत शून्य से 18 वर्ष तक के सभी बच्चों के चार डी पर फोकस किया जाता है। जिनमें डिफेक्ट एट बर्थ, डिफिशिएंसी, डिजीज, डेवलपमेंट डिलेज इन्क्लूडिग डिसएबिलिटी यानि किसी भी प्रकार का विकार, बीमारी, कमी और दिव्यांगता शामिल है। इस कार्यक्रम में शून्य से 18 वर्ष तक के सभी बच्चों की बीमारियों का समुचित इलाज किया जाता है। शून्य से 6 वर्ष तक के बच्चों की स्क्रीनिग आंगनबाड़ी केंद्रों में होती है। जबकि 6 से 18 साल तक के बच्चों की स्क्रीनिग उनके स्कूलों में जाकर की जाती है, ताकि चिह्नित बीमारियों के समुचित इलाज में देरी न हो। स्क्रीनिग करने के बाद बच्चों को हेल्थ कार्ड भी उपलब्ध कराया जाता है। इस मौके पर श्री कांत कुमार फार्मासिस्ट, सेविका, सहायिका सहित दर्जनों बच्चे एवं उनके अभिभावक मौके पर मौजूद थे। आमसभा के माध्यम से सलैया व हरिहरपुर गांव में आशा कार्यकर्ता का हुआ चयन फोटो - 04 परिचय - आमसभा में मौजूद मुखिया, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व अन्य सोनो, निज संवाददाता प्रखंड के लोहा पंचायत के सलैया व हरिहरपुर गांव में आशा कार्यकर्ता के चयन हेतु शुक्रवार को आम सभा का आयोजन किया गया। पंचायत के मुखिया जमादार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित आमसभा में चयन समिति के सदस्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनो के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. शशिभूषण चौधरी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक गिरीश कुमार सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद थे। सलैया गांव में दो अभ्यर्थियों ने आशा के लिए आवेदन दिया था। दोनों की शैक्षणिक योग्यताओं की जांच व कार्यानुभव के आधार पर सलैया गांव के लिए इंदु कुमारी का चयन आशा पद पर किया गया। उसी तरह हरिहरपुर गांव के आशा के लिए चार अभ्यर्थियों रिंकू कुमारी, काजल कुमारी, सीमा देवी व ज्योति कुमारी ने आवेदन दिया था। सभी के शैक्षणिक योग्यताओं की जांच के बाद नियमानुसार सर्वसम्मति से ज्योति कुमारी का चयन हरिहरपुर गांव के आशा के लिए किया गया। खैरा के कई गांव में जल नल योजना बिफल महीनों से नहीं हो रहा है जलापूर्ति फोटो - 06 परिचय - बेकार पड़ा जलामिनार की तस्वीर खैरा, निज संवाददाता खैरा प्रखंड के कई गांव में जल नल टंकी से जलापूर्ति महीनो से ठप पड़ी हुई है और गांव के लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। जमुई नवादा की सीमा पर अवस्थित हरखार पंचायत के रोपावेल में सड़क के किनारे कई महीने से जल नल योजना का पानी टंकी बेकार है। अगल-बगल के लोग शिकायत करते रहे हैं कि यह टंकी कुछ दिनों तक तो चला था उसके बाद खराब हो गया आज तक बेकार ही पड़ा हुआ है। गरही पंचायत के बादिलडीह गांव में काली मंदिर के निकट जल नल का टंकी भी कई महीने से बेकार पड़ा हुआ है जिससे कि स्थानीय लोगों को पेयजल के लिए परेशानी हो रही है। उधर अरुणाबाँक पंचायत के मैनीजोर गांव का पानी टंकी भी कई महीने से बेकार पड़ा हुआ है इसके लिए ग्रामीणों ने विभाग को लगातार कई बार सूचना देते रहे हैं लेकिन उनकी कुछ भी नहीं सुनी जा रही है । इसी प्रकार खैरा प्रखंड के कई गांव में जल नल योजना बिफल होने की सूचना मिल रही है। स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि यह योजना एक आवश्यक ही नहीं बल्कि कल्याणकारी योजना है लेकिन विभाग को इसकी कोई चिंता नहीं है ।

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