बीस सूत्री की बैठक आयोजित, दिया निर्देश
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चकाई । निज प्रतिनिधि चकाई के किसान भवन में प्रखंड कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति बीस सूत्री की बैठक समिति के अध्यक्ष अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई। यह नवगठित बीस सूत्री कमिटी की पहली बैठक थी। बैठक की शुरुआत समिति के सदस्य एवं पदाधिकारी के बीच परिचय के साथ हुआ। उसके बाद हुआ बैठक की विधिवत कार्रवाई आरंभ की गई । पहली बैठक में ही कई पदाधिकारी बैठक में मौजूद नहीं थे। बताया गया कि सप्ताह के बुधवार और शनिवार को पंचायत स्तर पर विकास शिविर एवं अन्य शिविर का आयोजन होता है। जिसमें पदाधिकारी नामित होते हैं । वहीं आज आयुष्मान कार्ड को लेकर पंचायतों में शिविर का आयोजन किया था।
कमिटी के अध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने बैठक में अगली बार से बैठक बुधवार और शनिवार को छोड़कर रखे जाने का निर्देश दिया। अध्यक्ष श्री सिंह ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों को अगली बैठक में बिहार सरकार के द्वारा चलाई जा रही लोक कल्याण योजना की प्रगति रिपोर्ट के साथ बैठक में आने के लिए निर्देशित किया,ताकि बैठक में प्रखंड में चल रही विकास कार्यों की समीक्षा की जा सके। मौके पर विधायक प्रतिनिधि राजीव रंजन पांडेय, बीडीओ के के सिंह, सीओ राजकिशोर साह, उपाध्यक्ष कृष्णा गुप्ता, सांसद प्रतिनिधि प्रसादी पासवान, सदस्य नूनधन शर्मा, मिथलेश राय, राजीव कुमार पासवान, मो. अब्बास सहित अन्य लोग मौजूद थे। गिद्धौर में कन्या मध्य विद्यालय के सामने बना कचड़े का डंप फोटो - 19 परिचय - कचड़ा का अंबार गिद्धौर, निज संवाददाता प्रखंड मुख्यालय स्थित कन्या मध्य विद्यालय के सामने कचड़े का विशाल डंप बन जाने से विद्यालय की छात्राओं और राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विद्यालय के ठीक सामने स्थित एक खाली जमीन में स्थानीय लोगों ने कचड़ा फेंकना शुरू कर दिया है। जिससे अब वहां कचड़े का पहाड़ बन गया है। स्थानीय लोग अपने घरों से पॉलीथिन में कचड़ा लाकर इस जमीन पर डालते हैं। इसके कारण वहां हर समय मक्खियों, मच्छरों और अन्य कीट पतंगों का जमावड़ा लगा रहता है। जिससे गंभीर बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं की सेहत भी इस कारण खतरे में पड़ गई है। कचड़े से उठती दुर्गंध के कारण राहगीरों को नाक-मुंह ढ़ंककर इस रास्ते से गुजरना पड़ता है। स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने प्रशासन से इस समस्या के समाधान की मांग की है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों को जल्द से जल्द इस दिशा में उचित कदम उठाना चाहिए ताकि विद्यालय का वातावरण स्वच्छ और सुरक्षित बना रहे।
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