पिता का श्राद्ध कर ड्यूटी पर गया जवान विकास कुमार, एक्सीडेंड में हो गई मौत
जहानाबाद निवासी बिहार एसटीएफ के जवान विकास कुमार के पिता का कुछ दिनों पहले निधन हो गया था। अपने पिता का श्राद्धकर्म करने के बाद मंगलवार को ही वह ड्यूटी पर लौटा था। अगले ही दिन उसकी एक्सीडेंट में मौत की खबर आने से घर में कोहराम मच गया।

मध्य प्रदेश के रतलाम में बुधवार को सड़क हादसे में बिहार एसटीएफ के दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। इनमें जहानाबाद शहर के पाठक टोली मोहल्ले निवासी जवान विकास कुमार भी शामिल थे। मौत की सूचना के बाद उनके घर में मातम पसर गया। वहीं मृतक जवान के घर के पास काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए और उनकी पत्नी और मां को ढाढ़स बंधा रहे हैं। लेकिन महिलाओं के चीत्कार से हर लोगों की आंखे नम हो जा रही थी। विकास अपने पिता का श्राद्ध करने के बाद ड्यूटी पर गया था और अगले ही दिन उसके मौत की खबर आई गई।
जानकारी के अनुसार विकास कुमार के पिता का कुछ दिन पूर्व निधन हो गया था। इस कारण विकास छुट्टी लेकर घर आया हुआ था। पिता का श्राद्ध क्रम करने के बाद मंगलवार को ही छुट्टी समाप्त होने के बाद उसने ड्यूटी ज्वाइन की था। वह साहसी और कर्तव्यनिष्ट सिपाही था। इस कारण ड्यूटी पर आते ही गुजरात जा रही एसटीएफ की टीम में उसको भी शामिल कर लिया गया। मगर होनी को कोई नहीं जान रहा था कि यह उनका आखरी मिशन होगा।
बताया जा रहा है कि बिहार एसटीएफ के जवान गया जी से स्कॉपियो में बैठकर एक अपराधी को पकड़ने गुजरात के गांधीधाम जा रहे थे। बिहार एसटीएफ की गाड़ी रतलाम में दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस-वे पर पलट गई। हादसे में एक दारोगा समेत दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। मरने वालों में जहानाबाद के कांस्टेबल विकास कुमार भी शामिल हैं।
विकास की मौत से उसकी विधवा मां और पत्नी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। विकास ही घर का इकलौता वारिस था। उसके पिता की मौत के बाद पूरी जिम्मेवारी विकास पर आ गई थी। लेकिन पिता के मरे महीना भी नहीं हुआ कि विकास भी इस दुनिया से विदा हो गया। मृतक जवान का दो साल का एक बेटा और चार साल की बेटी है। दोनों के भरण-पोषण की जिम्मेवारी अब विकास की विधवा पत्नी पर आ गई है।