लाइन मेंटेनेंस को लेकर 6 घंटे बिजली आपूर्ति बाधित
लाइन मेंटेनेंस को लेकर 6 घंटे बिजली आपूर्ति बाधित लाइन मेंटेनेंस को लेकर 6 घंटे बिजली आपूर्ति बाधितलाइन मेंटेनेंस को लेकर 6 घंटे बिजली आपूर्ति बाधितला

कुरसेला, निज प्रतिनिधि रविवार को रंगरा और नवगछिया के बीच 33 केवी पावर लाइन के मेंटेनेंस कार्य को लेकर क्षेत्र में 6 घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। सुबह 9 बजे से लेकर शाम 3 बजे तक बिजली नहीं रहने के कारण लोगों को उमस और गर्मी से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बिजली विभाग की ओर से इसके लिए पहले से कोई सूचना जारी नहीं करने के कारण लोगों में नाराजगी देखी गई। बिजली नहीं रहने से घरों में पंखे-कूलर बंद रहे और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर कामकाज भी प्रभावित हुआ। मोबाइल टावरों और जलापूर्ति सेवाओं पर भी इसका असर पड़ा।
बिजली विभाग के मुताबिक 33 केवी लाइन की मरम्मत और पोल बदलने के चलते बिजली कटौती की गई थी। यह कार्य आगामी दिनों में निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया। स्थानीय लोगों ने विभाग से आग्रह किया है कि भविष्य में ऐसी कटौती की जानकारी समय रहते दी जाए और वैकल्पिक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं, ताकि आम जनजीवन प्रभावित न हो। बताते चलें कि इन दिनों बिजली आपूर्ति व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है। कभी हवा बारिश में बिजली काटी जाती है तो कभी लाइन मेंटेनेंस के नाम पर बिजली की आपूर्ति बाधित हो रही है। दिन में कई कई बार बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश पनप रहा है। लोगों ने बिजली कट की समस्या के स्थाई समाधान की मांग की है। -- भीषण गर्मी और धूप की तपिश से पशु पक्षी बेहाल कुरसेला, निज प्रतिनिधि प्रचंड गर्मी से तापमान दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। भीषण धूप की तपिश और उमस के कारण लोगों का जीना मुहाल हो रहा है। मानव तो मानव पशु, पक्षी भी बूंद-बूंद पानी और छाया के लिए तरसने को विवश हैं। नदियों और जलाशय में पानी घटता जा रहा है। ऊपर से झुलसा देने वाली गर्मी इतनी बढ़ गई है कि आसपास के पोखरे और तालाब सूखने के कगार पर हैं। ग्रामीणों में पेयजल संकट के अलावा पशु, पक्षियों को पीने के लिए नदी नालों में पानी की कमी होने लगी है। जानवर भी नदियों में जाकर अपने तन बदन की तपिश मिटा रहे है। लोगों को पेयजल के लिए मुख्य रूप से अपने घरों के आसपास हैंडपंप या सबमर्सिबल पंप पर निर्भर रहना पड़ रहा है। ऐसे में मवेशियों का भोजन, पानी, मवेशी को नहलाने, धुलाने में परेशानी बढ़ गई है। जागरूक लोग इन जानवरों और पंक्षियों के लिए घर के बाहर और छतों पर पानी दाना रखना शुरू कर दिए है। फोटो कैप्शन। कटिहार- 07 रविवार को धूप की तपिश से बचने के लिए नदी का सहारा लेते पशु
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