इस वर्ष भी नहीं पूरा हो पाएगा नवादा पुल का निर्माण कार्य
बोले खगड़िया:::इस वर्ष भी नहीं पूरा हो पाएगा नवादा पुल का निर्माण कार्यइस वर्ष भी नहीं पूरा हो पाएगा नवादा पुल का निर्माण कार्यइस वर्ष भी नहीं पूरा हो

चौथम। एक प्रतिनिधि वर्ष 2025 में भी बागमती नदी पर नवादा पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाएगा। ऐसे में इस वर्ष भी दियारा के लोगों को नावों की सवारी करनी पड़ेगी। अगले वर्ष यानि मार्च 2026 में पुल के निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। जी हां। बता दें कि जिले के चौथम प्रखंड अंतर्गत नवादा और खरैता घाट के बीच बागमती नदी पर उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया जा रहा है। जिसका निर्माण कार्य इस वर्ष भी पूरा नहीं हो पाएगा। बता दें कि इन दिनों बागमती नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है।
नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव के कारण निर्माण कार्य धीमा हो गया है। नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी रही तो आने वाले कुछ दिनों में पुल का निर्माण कार्य भी बंद हो जाएगा। जानकारी के अनुसार बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के देखरेख में नवादा घाट पुल निर्माण का जिम्मा बांका के गणेश राम डोकानियां कंपनी को मिला है। 56 करोड़ की लागत से बनने वाली इस पुल निर्माण में बिलो रहने के कारण साढ़े पचास करोड़ में निर्माण किया जा रहा है। फाउंडेशन का निर्माण कार्य 95 प्रतिशत हो चुका है पूरा: जानकारी के अनुसार लगभग 500 मीटर के इस लंबे पुल में कुल 21 पाया है। जिसमें स्पेन की संख्या 20 है। इसके अलावा पुल के खरैता साइड में 980 मीटर में गाइड बांध का भी निर्माण किया जाना है। जिसमें खरैता साइड में 865 मीटर में और अग्रहन साइड में 115 मीटर में गाइड बांध का भी निर्माण कार्य किया जा रहा है। निर्माण कर रही कंपनी के प्रोजेक्टर मैनेजर सुभाष पांडे के अनुसार पुल के फाउंडेशन का कार्य लगभग 95 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। वहीं 275 मीटर में डेक स्लैब का निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है। 75 मीटर में नवादा की ओर से पुल के तीन छत की भी ढलाई का कार्य कर लिया गया है। 30 महीने में होना था कार्य पूरा, छह वर्षों में नहीं बन पाया पुल: इस पुल का शिलान्यास 11 जून 2019 को पटना से रिमोट के माध्यम से सीएम नीतीश कुमार द्वारा किया गया था। उसी दिन बेलदौर विधायक ने नवादा में पुल का शिलान्यास शिलापट्ट का अनावरण कर किए थे। उस वक्त कंपनी को पुल निर्माण कार्य के लिए 30 महीने का समय दिया गया था। शिलान्यास को छह वर्ष बीत गए, लेकिन निर्माण कार्य आज तक पूरा नहीं हो पाया है। कंपनी के अधिकारियों की मानें तो अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो अगले वर्ष यानि मार्च 2026 तक निर्माण कार्य पूरा किया जा सकेगा। कोरोना के कारण दो वर्षों तक निर्माण कार्य रहा था प्रभावित : जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में शिलान्यास होने के बाद उस वर्ष कार्य शुरू नहीं हुआ। फिर वर्ष 2020 में पुल का निर्माण कार्य शुरू किया गया, लेकिन कोरोना के संक्रमण के बढ़ने के बाद पुल निर्माण कार्य पर ब्रेक लग गई। जिस कारण दो वर्षों तक निर्माण कार्य लगभग बाधित रहा। जबकि हरेक वर्ष बाढ़ के आ जाने से भी चार से पांच महीने काम पूरी तरह से बाधित रहता है। पुल बनने से दियारा के लोगों को नावों की सवारी से मिल जाएगी मुक्ति: नवादा घाट में पुल बन जाने से दियारा क्षेत्र के लाखों की आबादी को सीधा फायदा होगा। एक ओर जहां नावों की सवारी से मुक्ति मिल जाएगी। वहीं आवागमन भी सुलभ हो जाएगा। दियारा के किसानों और पशुपालकों को मक्का और दूध का उचित कीमत मिल सकेगा। साथ ही दियारा इलाके में अपराध पर भी अंकुश लगेगा। मत्स्यपालकों को काफी फायदा होने की उम्मीद है। माता कात्यायनी मंदिर जाना आसान हो जाएगा। कुल मिलाकर कहा जाय तो पुल बन जाने से दियारा क्षेत्र के लोगों का समुचित विकास हो पाएगा। बोले अधिकारी कोरोना के कारण दो वर्षों तक काम बाधित रहा। बाढ़ के कारण हर वर्ष काम प्रभावित होता है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले वर्ष मार्च 2026 तक निर्माण कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। सुभाष पांडे, प्रोजेक्ट मैनेजर, निर्माण कंपनी नोट: इस खबर में छह सिंगल तस्वीर भी लगनी है। वह थोड़ी देर में देंगे। फोटो और कैप्सन भी उसी समय दिया जाएगा।
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