परबत्ता : आईटी भवन का लिफ्ट सिस्टम बेकार
1. बोले खगड़िया:परबत्ता: हाथी का दांत बना भवन का लिफ्ट सिस्टमपरबत्ता: हाथी का दांत बना भवन का लिफ्ट सिस्टमपरबत्ता: हाथी का दांत बना भवन का लिफ्ट सिस्टम

परबत्ता । एक प्रतिनिधि प्रखंड मुख्यालय स्थित आईटी भवन में लाखों की राशि से लगाए गए लिफ्ट सिस्टम हाथी का दांत बनकर रह गया है। उदघाटन के एक माह बाद से ही खराब पड़ा हुआ है। लाखों की राशि से आईटी भवन में संवेदक द्वारा लगाए गए लिफ्ट सिस्टम बेकार पड़ा है,लेकिन संवेदक इसके प्रति उदासीन बने हुए हैं। आज अपने जरूरी कार्य से आये वृद्ध व उम्रदराज लोगो को तीन मजिला भवन पर जाने के लिये सौ बार सोचना पड़ता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा वर्ष 2018 के जनवरी माह में तक़रीबन सात करोड़ 86 लाख 99 हजार रुपया की राशि से जरुरी हर सुविधाओ से लैस तीन मंजिल आईटी भवन का निर्माण शुरू किया गया क वर्ष 2019 के अंत में भवन बनकर तैयार हो गया क आईटी भवन के रोडमेप के अनुसार तीन मंजिल भवन पर जाने के लिये पक्की सीढ़ी व जरुरत मंद लोगो को ऊपरी मंजिल पर जाने के लिये लाखों की राशि से लिप्त भी लगाया गया क आईटी भवन के उदघाटन बाद लोगं को लगा कि अब जरूरतमंद व्यक्ति भी लिप्त के सहारे ऊपरी मंजिल तक पहुंचकर अपनी जरूरी कार्य को पूर्ण करा लेंगे, लेकिन उन्हें क्या था की इस सुविधाओं पर गिद्ध दृष्टि जामाए हुए लोग बैठा हुआ है।
संवेदक द्वारा इतना उच्च क्वालिटी का लिफ्ट लगाया गया कि एक माह के अंदर ही खराब होकर उद्धारक का इंतजार कर रहा है। लोगो की आशाएं ढाक के तीन पात होकर रह गया है। आईटी भवन में लगाए गए लिफ्ट सिस्टम सिर्फ हाथी का दांत बंद कर रह जाएगा। लिफ्ट को लगाए कई वर्ष बीत गए, लेकिन वृद्धजनों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल पाता है। जबकि ऊपरी मंजिल पर कई कार्यालय सहित प्रमुख बैठक के अलावा सर्वे संबंधित कार्यालय ऊपरी मंजिल पर शिफ्ट किया गया है। इससे सहज़ ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक लिफ्ट सिस्टम के खराब रहने से प्रति दिन कितने वृद्धजनों का कार्य प्रभावित होता होगा। होनी थी सुविधा : प्रखंड मुख्यालय स्थित आईटी भवन में सरकार द्वारा प्रखंडवासियों के लिए राजस्व एवं विकास के अलावे आम लोगों की सुविधाओं के मद्देनजर बैंक, एटीएम, आरटीपीएस काउंटर, कैंटीन आदि की सुविधा मुहैया करायी जानी थी, लेकिन विभाग की उदासीनता के कारण आज तक प्रखंड के सामान्य कार्यों के अलावा कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करायी जा सकी है। जबकि प्रखंड में संचालित सभी बैंक किराए के भवन में संचलित हैं। इतना ही नहीं अपने जरूरी कार्य से आए लोगों व प्रखंड सह अंचल कार्यालयो में कार्य कर्मी आदि के लिए कैंटीन तो दूर एक चाय की दुकान तक उपलब्ध नहीं हो सकी है। सरकार द्वारा भले आईटी भवन निर्माण को लेकर काफी लंबी चौड़ी रोड मैप तैयार की गई हो, लेकिन वह सिर्फ और सिर्फ फाइलों में ही सिमट कर रह गई है। आईटी भवन में लिफ्ट बनकर तैयार है जब उसका लाभ स्थानीय ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है तो अन्य सुविधाओं की बात करना तो सूर्य को दीपक दिखाने के बराबर है। प्रतिदिन आते सैकड़ों जरूरतमंद लोग : परबत्ता प्रखंड में तीन नगर पंचायत सहित 22 पंचायत के तकरीबन तीन लाख आबादी के बीच इसकी स्थापना की गई है। प्रखंड के विभिन्न पंचायत से प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में जरूरतमंद लोग यहां आया करते हैं, लेकिन इस जरूरतमंद लोगों की समुचित व्यवस्था को लेकर कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। नए आईटी भवन के निर्माण होते हैं लोगों को लगा था कि इस नए भवन में आमजनों के लिए समुचित व्यवस्था की सुविधा होगी, लेकिन लोगों की आशा पर पानी फिर गया है। बोले अधिकारी : आईटी भवन में लगाए गए लिफ्ट बहुत दिनों से ख़राब पड़ा हुआ है। इसे चालू करने को लेकर जल्द पहल की जाएगी। जिससे लोगों को सुविधाएं मिल सके। संतोष कुमार पंडित, बीडीओ, परबत्ता।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।