परबत्ता: गर्मी के शुरू होते ही नल जल योजना की स्थिति चरमरायी
1. बोले लीड:परबत्ता: गर्मी के शुरू होते नल जल योजना कीपरबत्ता: गर्मी के शुरू होते नल जल योजना कीपरबत्ता: गर्मी के शुरू होते नल जल योजना की

परबत्ता। एक प्रतिनिधि भीषण गर्मी के शुरू होते ही नल जल योजना की स्थिति प्रखंड क़े विभिन्न पंचायतों में खास्ता बनी हुई है। जबकि गत एक माह से प्रखंड मुख्यालय के जलमीनार से पानी नहीं टपक रहा है। इतना ही नहीं पेयजल से वंचित लोगों ने इसकी शिकायत डीएम क़ो की है। पर, अभी तक विभाग के अधिकारी व संवेदक का नींद नहीं खुल सकी है। प्रखंड के विभिन्न पंचायत में सात निश्चय योजना अंतर्गत संचालित घर-घर नल का जल कार्यक्रम चालू होने के कुछ वर्षो बाद ही यह योजना दम तोड़ने लगा है। पीएचईडी विभाग के अधिकारी व संवेदक की मिलीभगत से सरकारी राशि की बंदरबांट की जा रही है।
आज योजना की स्थिति यह है कि इस योजना के पूर्ण होने से पहले ही दम तोड़ने लगी थी। यह सिर्फ और सिर्फ एक पंचायत का सवाल नहीं है। प्रखंड के अधिकांश पंचायत में लगातार शिकायतें आ रही हैं। सरकार द्वारा संचालित लोककल्याणकारी योजना पर नजर गये बैठे बिचौलिया हावी है। नल जल योजना में संवेदक के बहाल विचोलियां द्वारा लगाए गए सामानों में गुणवत्ता का घोड़ा भाव है। इस योजना पर अगर चर्चा की जाए तो पाइपलाइन का घटिया जोड़ के कारण पाइप का लीक होना तो आम बात बना हुआ है। जानकारी क़े अनुसार वर्ष 2018 में प्रखंड के विभिन्न पंचायत में सात निश्चय कार्यक्रम अंतर्गत हर घर नल का जल योजना संचालित किया गया। इस योजना के संचालन होते ही लोगों को शुद्ध पेयजल उयलब्ध होने लगा था। लोगों को आर्सेनिक व आयरन मुक्त शुद्ध पेयजल उपलब्ध होने लगा था लेकिन इस योजना में संवेदक द्वारा घटिया सामान लगाकर अपना पल्ला झाड़ लिए गया। क्या कहते हैं ग्रामीण: इधर ग्रामीणों ने बताया कि भीषण गर्मी क़े शुरू होते ही प्रखंड के विभिन्न पंचायत में इस योजना का खस्ता हाल बना हुआ है। अगर इस योजना की सत्यता को देखी जाए तो प्रखंड मुख्यालय क़े प्रांगण में विभाग द्वारा लाखो की राशि से लगाए गए जलमीनार क़ो देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। गत एक माह से इस जलमीनार से पानी नहीं टपक रहा है क इतना की नहीं कुल्हड़िया, जोरावरपुर आदि पंचायतोइसकी शिकायत देखने को मिल मिल सकता है। इस तपती धूप में जल मीनार के बंद रहने से स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। योजना की क्या है प्रगति: सूत्रों के मानें तो प्रखंड के 22 पंचायत के कुल 302 वार्डों में 390 स्थलों पर योजना का संचालन किया गया है। योजना शुरू होते ही तकरीबन दो साल बाद हर पंचायत में जल स्तंभ के नल का टूटना, पाइपलाइन के जोड़ से पानी का रिसाव होना, समय पर टंकी की साफ -सफाई नहीं होने से गंदे पानी का नल से निकलना आम बात बना हुआ है। शिकायत करते-करते लोग थक जाते हैं। लेकिन विभाग के कर्मी की नींद नहीं खुलता है। आज भीषण गर्मी में पेयजल की परेशानी से लोग काफी परेशान हैं। बोले लोग: 1 प्रखंड मुख्यालय परिषर में विभाग द्वारा प्रखंड सहित परबत्ता क़े पंचायत क़े लोगो क़े जलापूर्ति क़े लिए लाखो की राशि से जलमीनार का निर्माण किया गया है। सौरभ तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता। 2. गत एक माह पूर्व से जलमीनार ख़राब पड़ा हुआ है। इसकी शिकायत लगातार विभाग क़े अधिकारी व संवेदक क़ो की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अखिलेश दास, आरजेडी पूर्व प्रखंड अध्यक्ष। 3. जलमीनार क़े बंद होने से भीषण गर्मी में प्रखंड मुख्यालय सहित परबत्ता बाजार आदि क़े लोगो क़ो काफी परेशानी का सामना करना पर रहा है। सुभाष यादव, अधिवक्ता। 4. प्रखंड मुख्यालय का जलमीनार ख़राब होने से जहां स्थानीय लोगो क़ो काफी परेशनी होती है। वही दूसरी ओर बाजार वासियो क़ो काफी परेशानी हो रही है। हरिकिशोर गुप्ता, दुकानदार परबत्ता। 5. जलमीनार की खराबी क़े कारण इस भीषण गर्मी में लाखों की राशि बेकार पड़ी हुई है, लेकिन संवेदक इसके प्रति उदासीन बनी हुई है। निलेश कुमार, दुकानदार परबत्ता। 6. जलमीनार की समस्या क़ो लेकर विभाग क़े अधिकारी का ध्यान दिलाया जाएगा। अगर सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन की तैयारी की जाएगी। नवीन चौधरी, सीपीआईएम, अंचल मंत्री परबत्ता। बोले अधिकारी: जलमीनार का मोटर जल गया था। संवेदक क़ो इसकी सूचना दिया गया है। बहुत जल्द दुरुस्त किया जाएगा। वीरेंद्र कुमार सिंह, जेई पीएचईडी।
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