सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए किशोरियों को दिया गया एचपीवी वैक्सीन
सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए किशोरियों को दिया गया एचपीवी वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए किशोरियों को दिया गया एचपीवी वैक्सीन
किशनगंज । एक प्रतिनिधि गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर (सर्वाइकल कैंसर) से बचाव के लिए जिले में दूसरा चरण का ह्यूमन पेपीलोमा वायरस (एचपीवी) वैक्सीनेशन की शुरुआत मंगलवार को हुआ। किशनगंज शहर के बालिका उच्च विद्यालय में एचपीवी टीकाकरण कैम्प में किशोरियों का वैक्सीनेशन किया गया। खबर लिखे जाने तक 15 किशोरी का वैक्सीनेशन किया गया। सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए जिले के 9 से 14 वर्ष के किशोरियों का एचपीवी वैक्सीनेशन के लिए जिले में 2 हजार 2 सौ वैक्सीन उपलब्ध हुआ है। गौरतलब हो कि जिले में पहले फेज में चालू वर्ष के फरवरी माह में 240 किशोरियों को एचपीवी वैक्सीनेशन किया गया था।
सिविल सर्जन डॉ.राजकुमार चौधरी ने बताया कि एचपीवी की वैक्सीन 9 से 14 वर्ष में लगवाने से ज्यादा प्रभावशाली होती है। एचपीवी का टीका सर्वाइकल कैंसर से बचाव करता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर दूसरा सबसे बड़ा जानलेवा कैंसर है। उन्होंने बताया कि एचपीवी वैक्सीन और नियमित जांच से सर्वाइकल कैंसर का बचाव संभव है। एचपीवी वैक्सीन को लेकर अभिभावकों को जागरूक होना चाहिए। किशोरियों को इसे लगवाना चाहिए। उन्होंने कहा सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला एक घातक लेकिन बचाव योग्य रोग है, जो मुख्य रूप से के संक्रमण से होता है। यह वायरस महिलाओं में 30 वर्ष की उम्र के बाद कैंसर की स्थिति उत्पन्न कर सकता है। लेकिन वैज्ञानिकों ने इस खतरनाक बीमारी से बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीन विकसित किया है। जो किशोरावस्था में दिए जाने पर जीवनभर का सुरक्षा प्रदान कर सकती है। डीआईओ डॉ. देवेंद्र कुमार ने बताया कि यह अभियान जिले के चिन्हित प्राथमिक व उच्च विद्यालयों में चरणबद्ध रूप से संचालित किया जाएगा। बालिका उच्च विद्यालय के बालिकाओं को दिया गया एचपीवी का पहला डोज: सिविल सर्जन डॉ. राजकुमार चौधरी ने कहा स्वास्थ्य विभाग जिले के बालिका उच्च विद्यालय में आयोजित टीकाकरण कैम्प में 9 से 14 आयुवर्ग की बालिकाओं को एएनएम द्वारा एचपीवी का पहला डोज लगाया गया। टीकाकरण के बाद सभी लाभार्थियों को 30 मिनट तक चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया ताकि किसी भी तरह की प्रतिक्रिया होने पर त्वरित चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जा सके। किसी भी बालिका में किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या नहीं पाई गई और सभी को सुरक्षित घर भेजा गया। बताया कि पूर्णिया जिला को राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा एचपीवी टीकाकरण के लिए 2 हजार 200 डोज वैक्सीन उपलब्ध कराए गए हैं। इन टीकों को चिन्हित बालिकाओं को मुफ्त में लगाया जा रहा है। एचपीवी वैक्सीन के दो डोज से मिलेगी जीवनभर की सुरक्षा : सीएस डॉ. राजकुमार चौधरी ने बताया कि एचपीवी टीका बालिकाओं को 30 वर्ष की उम्र के बाद होने वाले गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है। निजी अस्पतालों में यह टीका प्रति डोज कैब 5 हजार रुपये से अधिक की लागत में उपलब्ध होता है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा इसे सरकारी अस्पतालों के माध्यम से नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। इस अभियान से 9 से 14 आयुवर्ग की बालिकाओं को मुफ्त टीकाकरण कर लाभान्वित किया जा रहा है।
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