Kishanganj Achieves National Quality Assurance Standards for 6 Health and Wellness Centers जिले के 6 एचडब्लूसी को मिला राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणीकरण, Kishanganj Hindi News - Hindustan
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जिले के 6 एचडब्लूसी को मिला राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणीकरण

जिले के 6 एचडब्लूसी को मिला राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणीकरण जिले के 6 एचडब्लूसी को मिला राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणीकरण

Newswrap हिन्दुस्तान, किशनगंजFri, 30 May 2025 11:04 PM
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जिले के 6 एचडब्लूसी को मिला राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणीकरण

किशनगंज, एक प्रतिनिधि। जिले के 6 एचडब्ल्यूसी को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस )के तहत राज्यस्तरीय प्रमाणीकरण प्राप्त कर चुका है राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणीकरण में शामिल टेढ़ागाछ प्रखंड का एचडब्ल्यूसी झाला को 88 , बहादुरगंज का बैसा को 89 दिघलबैंक का धनतोला को 88, कोचाधामन का डेरामारी को 88 , ठाकुरगंज का भोगडाबर को 88, और किशनगंज प्रखंड के मोतिहारा एचडब्ल्यूसी को 91 अंक प्राप्त हुआ है। ये सभी अब बिहार के 200 राज्य-प्रमाणित एचडब्ल्यूसीकी सूची में शामिल हो चुके हैं। सिविल सर्जन डॉ. राजकुमार चौधरी ने बताया कि यह प्रमाणीकरण न केवल एक उपलब्धि है, बल्कि स्थानीय समुदाय की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बढ़ती अपेक्षाओं और विश्वास का सम्मान भी है।

एचडब्ल्यूसी में आने वाले ग्रामीण, खासकर महिलाएं, बुज़ुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाएं,इन सेवाओं से बेहतर इलाज, समय पर परामर्श, जांच और दवाएं मिलने की उम्मीद रखते हैं। अब जब इन केंद्रों को गुणवत्ता की मुहर मिल चुकी है, तो यह उम्मीद ठोस भरोसे में बदल चुकी है। ग्रामीणों की उम्मीदों को मिला आधार: सिविल सर्जन डॉ.राज कुमार चौधरी पूरे स्वास्थ्य टीम एवं डीक्यूएसी सुमन सिन्हा एवं के अथक प्रयास से यह प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है। एनक्यूएएस प्रमाणीकरण यह सुनिश्चित करता है कि प्राथमिक स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं भी राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है। यह सिर्फ इमारतों या उपकरणों का मूल्यांकन नहीं, बल्कि सेवा की गरिमा, प्रक्रिया की पारदर्शिता और मरीज की संतुष्टि पर केंद्रित होता है। अब जिले के ये 6 एचडब्ल्यूसी ग्रामीणों के स्वास्थ्य और जागरूकता का सशक्त मंच बनकर उभरेंगे। एनक्यूएएस प्रमाणीकरण से खुलेंगे नए अवसर: डीक्यूएसी सुमन सिन्हा ने बताया कि जिले के6 एचडब्ल्यूसी अधिकतम अंकों के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जो सेवा गुणवत्ता में उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस प्रमाणीकरण के पश्चात इन एचडब्ल्यूसी को हर वर्ष विशेष सहयोग राशि प्रदान की जाएगी, जिसमें से 75 प्रतिशत सेवा सुदृढ़ीकरण और 25 प्रतिशत प्रोत्साहन के रूप में उपयोग किया जाएगा। इससे न केवल सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि स्वास्थ्यकर्मी भी और अधिक उत्साह के साथ कार्य करेंगे। अब इन केंद्रों पर प्राथमिक जांच, मधुमेह और ब्लड प्रेशर की स्क्रीनिंग, गर्भावस्था परीक्षण, मानसिक स्वास्थ्य परामर्श, नियमित टीकाकरण, पोषण सेवाएं और आवश्यक दवाएं स्थानीय स्तर पर ही समय पर उपलब्ध होंगी। इससे न केवल ग्रामीणों का समय बचेगा, बल्कि शहर के अस्पतालों पर निर्भरता भी घटेगी। सामुदायिक स्वास्थ्य की दिशा में सशक्त पहल इन एचडब्ल्यूसीका उन्नयन केवल चिकित्सा नहीं, बल्कि समग्र स्वास्थ्य जागरूकता का भी माध्यम बनेगा। अब ग्रामीण क्षेत्रों में न केवल बीमारियों का इलाज होगा, बल्कि रोगों से बचाव, जीवनशैली सुधार और मानसिक स्वास्थ्य जैसे पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। सीमावर्ती जिला बना राज्य के लिए प्रेरणा: जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. मुनाजिम ने बताया कि यह उपलब्धि किशनगंज को बिहार के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर नेटवर्क में एक प्रेरणास्पद मॉडल के रूप में प्रस्तुत करती है। अब अन्य प्रखंडों को भी इन छह केंद्रों से प्रेरणा लेकर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में अग्रसर होने का मार्ग मिलेगा। यह प्रमाणीकरण न केवल एक सम्मान है, बल्कि एक नई ज़िम्मेदारी और निरंतर सुधार का संकल्प भी है। किशनगंज स्वास्थ्य विभाग ने यह दिखा दिया है कि जब उद्देश्य स्पष्ट हो और टीम में समर्पण हो, तो सीमाएं नहीं, केवल सफलताएं होती हैं।

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