बोले सीवान : महाराजगंज स्टेशन पर प्रतीक्षालय नहीं है, यात्रियों को होती है परेशानी
महाराजगंज स्टेशन सैकड़ों वर्ष पुराना है, लेकिन आज भी यात्रियों के लिए सुविधाओं का घोर अभाव है। गर्मी में वेटिंग रूम, शौचालय, पेयजल और रैंप जैसी सुविधाओं की कमी से यात्रियों को कठिनाई का सामना करना पड़...
महाराजगंज स्टेशन सैकड़ों वर्ष पुराना है। यह यह स्टेशन अंग्रेजों के जमाने मे प्रमुख व्यपारिक केंद्र हुआ करता था। इतने दिनों में इस इस स्टेशन ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं स्टेशन का पूर्ण रूप से बंद हो जाना फिर महाराजगंज से दरौंदा तक रेल बस का परिचालन शुरू होना बाद में महाराजगंज मशरख रेल लाइन बन जाने के बाद छपरा कचहरी से महाराजगंज होकर थावे कप्तानगंज तक ट्रेन का परीक्षा परिचालन शुरू होना शामिल है। इस स्टेशन का विकास यूं कहे तो कछुए की चाल से हो रहा है। आज भी स्टेशन पर रेलयात्रियों के लिए सुविधाओं का घोर अभाव है।
इस स्टेशन से होकर चार जोड़ी यात्री ट्रेनों का परिचालन कराया जाता है। सैकड़ों यात्री इस स्टेशन से यात्रा शुरू करने के लिए पहुंचते हैं। इससे रेलवे को राजस्व के रूप में कमाई भी होती है। लेकिन इसका लाभ किसी भी रूप में यात्रियों को नहीं मिल रहा है। वेटिंग रूम होने के बाबजूद इस भीषण गर्मी के मौसम में वेटिंग रूम की सुविधा भी यात्रियों को मुहैया नहीं हो पा रही है। अब साफ-सफाई नहीं होने के कारण इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। ऐसी सूरत में दिन व रात इस भीषण गर्मी में रिजर्वेशन टिकट लेकर दूसरे स्टेशनों से ट्रेन पकड़ने स्टेशन आने जाने वाले रेल यात्री गर्मी में प्लेटफार्म पर घंटों बैठकर ट्रेन का इंतजार करने को विवश हैं। इसके अलावा स्टेशन पर अभी दो शौचालय हैं। पुराना शौचालय महीनों से बिना पानी का होने के साथ साथ जाम पड़ा है। वर्तमान में प्लेटफार्म पर एक छोटा शौचालय है। वह सुबह साफ होता है तो कुछ देर के बाद गंदा हो जाता है। उसमें भी कोई ढंग की सुविधा मौजूद नहीं है। ऐसी सूरत में महिला यात्रियों की परेशानी बढ़ जाती है। किसी को शौच लग जाए तो फिर स्थिति और भयावह हो जाती है। इस भीषण गर्मी में शेड व ठंडे पेयजल की भी समस्या कम नहीं है। प्लेटफार्म पर मात्र दो जगह छोटे-छोटे शेड लगे हैं। प्लेटफार्म पर यात्रियों के सुविधा के लिए एक भी वाटर फ्रीजर नहीं है। स्टेशन पर दिव्यांगों व बुजुर्गों को प्लेटफार्म पर आने जाने के लिए रैंप की सुविधा नहीं है।ट्रेन पकड़ने के लिए उन्हें जल्दबाजी में या तो ट्रैक फांदने को मजबूर होना पड़ता है या फिर वे तकलीफ सहकर प्लेटफार्म तक पहुंचते हैं। दैनिक यात्री स्थानीय अधिकारियों को रैंप निर्माण का प्रस्ताव पहुंचा चुके हैं। लेकिन आज तक प्रस्ताव पर अमल नहीं हो सका है। इसके अलावा यात्रियों की सुविधा के लिए एटीवीएम, वाटर वेंडिंग मशीन, वाटर फ्रीजर व सीसीटीवी की भी कोई सुविधा नहीं है। हालांकि नए भवन का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे का बंदोबस्त नहीं होने से सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहा है। इसके अलावा इस स्टेशन पर ट्रेनों में पानी भरने की सुविधा को लेकर त्वरित जल प्रणाली भी नहीं है। यात्रियों ले लिए पेययल सुविधा बढ़ाने घोषणा विभाग द्वारा तो लगभग पूर्व में ही कर दी गई है। लेकिन आज तक यह सुविधा स्टेशन पर उपलब्ध नहीं हो सकी है। कई बार यात्रियों द्वारा हो हंगामा भी किया जा चुका है। हाजीपुर जोन व सोनपुर मंडल के अधिकारियों द्वारा स्टेशन का तो लगातार निरीक्षण किया जाता है। लेकिन स्टेशन के निरीक्षण को लेकर रेल के आला अधिकारी दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं। रेलवे स्टेशन पर रैंप की सुविधा नहीं है अन्य स्टेशनों दे अपने लंबी दूरी की यात्रा शुरू करने को ले महाराजगंज स्टेशन पहुंचे कई यात्रियों ने स्टेशन की बदहाली पर नाराजगी जताते हुए कहा कि स्टेशन पर विकलांग यात्रियों को प्लेटफार्म पर जाने के लिए कोई बंदोबस्त नहीं है। इस स्टेशन पर रैंप का कोई सुविधा नहीं है। इसके अलावा कुली व विकलांग कुर्सी की भी सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। इस स्टेशन से होकर चार ट्रेनों का परिचालन कराया जाता है। इस दौरान ट्रेनों को पकड़ने के लिए स्टेशन आने वाले महिला व पुरुष विकलांग, बुजुर्ग व बीमार रेल यात्रियों को प्लेटफार्म पर जाने के लिए खड़े सीढ़ी का ही सहारा लेना पड़ता है। ऐसी स्थिति में उन्हें कितनी कठिनाई महसूस होती होगी। इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। सुबह में छपरा कचहरी व मशरक से महाराजगंज होकर थावे कप्तानगंज जाने वाली ट्रेन 8 बजे आती है। जिससे यात्रा करने वे लिए ल8के आसपास के दर्जनों गांवों वे यात्री पहुंचते है। साथ ही सुबह में ही थावे में मां अंबिका भवानी का दर्शन करने ले लिए यात्री इस ट्रेन को पकड़ने के लिए शहर के साथ-साथ आसपास के इलाकों के लोग भारी संख्या में रोज व रोज स्टेशन पहुंचते हैं। ज्यादातर सीवान जाने वाले लोग नौकरी पेशा, कोर्ट कचहरी, शिक्षण संस्थान व चिकित्सक के पास दिखाने जाने वाले रोगियों के अलावा विकलांग भी शामिल होते है। इनकी परेशानी रोजमर्रा की कहानी बन चुकी है। विकलांगों के लिए अलग टिकट काउंटर व शौचालय का भी कोई बेहतर बंदोबस्त नहीं है। स्टेशन पर महिलाओं, बुजुर्गों, बीमार, लाचार व विकलांग रेल यात्रियों के अलग से टिकट काउंटर की कोई बंदोबस्त नहीं है। स्टेशन पर मात्र एक टिकट काउंटर है। यात्रियों की भीड़ बढ़ जाने की सूरत में सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को ही उठानी पड़ रही है। इस दौरान उन्हें अपनी टिकट कटाने के लिए अन्य पुरुष रेल यात्रियों से गुहार लगानी पड़ती है ताकि टिकट लेने के चक्कर में उनकी ट्रेनें छूट नहीं जाए। रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की सूचना नहीं मिलती है महाराजगंज स्टेशन परिसर में यात्री सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है। क्योंकि, स्टेशन परिसर में पीने के लिए पानी। स्टेशन परिसर में पेयजल का नहीं होना आश्चर्यजनक है। जबकि चार जोड़ी पैसेंजर ट्रेन यहां से होकर गुजरती है। जिससे यात्रा करने के लिए आसपास के दर्जनों गांवों से सैकड़ों की संख्या में यात्री स्टेशन पहुंचते हैं। यात्रियों ने बताया कि स्टेशन परिसर में कोई सुविधा नहीं है। स्टेशन परिसर में पीने के लिए पानी नहीं है। पेयजल के लिए बाहर जाने में ट्रेन छूटने का डर है। यात्रियों ने बताया कि स्वयंसेवी संस्थाएं जहा पेयजल की व्यवस्था कर रही है। वही रेलवे स्टेशन परिसर में यात्रियों की प्यास बुझाने में नाकाम है। बताया कि स्टेशन परिसर में रेल परिचालन की जानकारी नहीं मिलती है। सूचना तंत्र के आज के इस युग में इस मामले स्टेशन पिछड़ा है। यहां ट्रेन की सटीक जानकारी नहीं मिलना दुखद है। यात्रियों ने बताया कि ट्रेन कहा है इसकी जानकारी भी स्टेशन से नहीं मिल रही है। शेड स्टेशन परिसर में नहीं है। बारिश आने पर छोटे से स्टेशन भवन में छिपना पड़ता है। स्टेशन परिसर में शौचालय है। लेकिन देखरेख के अभाव में उपयोग के योग्य नहीं है। प्रस्तुति : धर्मेन्द्र कुमार उपाध्याय, रितेश कुमार। सुझाव 1. महाराजगंज स्टेशन पर रेल प्रशासन द्वारा विकलांग यात्रियों के लिए रैंप की व्यवस्था हो। 2 रेल यात्रियों के लिए वेटिंग रूम की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिये। 3 शौचालय व महिलाओं के लिए अलग टिकट काउंटर की व्यवस्था हो। 4 स्टेशन पर इस भीषण गर्मी में शेड का बंदोबस्त बहुत जरूरी है। 5 स्टेशन पर गर्मी के मौसम में प्लेटफार्म पर यात्रियों को वाटर वेंडिंग मशीन व वाटर फ्रीजर की सुविधा होनी चाहिए। शिकायतें... 1. महाराजगंज स्टेशन पर रैप नहीं होने से विकलांग रेलयात्रियों को काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है। 2. महाराजगंज स्टेशन पर रेल यात्रियों को वेटिंग रूम की सुविधा उपलब्ध नहीं होने से काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है। 3. स्टेशन पर महिलाओं के लिए अलग टिकट काउंटर व शौचालय का बंदोबस्त नहीं होने से खासकर महिला रेल यात्रियों को शर्मसार होना पड़ता है। 4. स्टेशन पर यात्रियों के सुविधा के लिए वाटर वेंडिंग मशीन व वाटर फ्रीजर नहीं होने से काफी कठिनाई हो रही है। यात्रियों को ऊंचे दामों में बोतलबंद पानी खरीदने की विवशता बनी रहती है। 05. महाराजगंज स्टेशन पर प्लेटफार्म पर समुचित शेड नहीं होने से ट्रेन पकड़ने आने जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी होती है। हमारी भी सुनिए 01. महाराजगंज स्टेशन सौ साल पुराना है, बावजूद यात्रियों को मिलने वाली सुविधा से रेल यात्री वंचित बने है। रेल प्रशासन भी इस ओर उदासीन रवैया अपनाने का काम कर रही है। इस बाबत रेल मंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा। - विनोद मिश्रा। 02. स्टेशन पर सबसे बड़ी समस्या पेयजल की है। पेयजल की कमी के कारण रेल यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। खासकर गर्मी के दिनों में तबाही है। रेल प्रशासन को इस ओर अबिलंब संज्ञान लेने की जरूरत है। - बिंदु देवी। 03. स्टेशन पर पैदलगामी पुल नहीं रहने से बुजुर्गों को रोज व रोज काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है। रेल प्रशासन द्वारा इस समस्याओं पर कोई फोकस नहीं किया जा रहा है। - जानकी देवी। 04. महाराजगंज स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए एक अदद साफ सुथरे शौचलय की सुविधा भी नहीं है। प्लेटफार्म पर एक छोटा सा शौचालय है। वह भी पूरी तरह मेंटेनेंस में नहीं है। - उदय कुमार। 05. रेल प्रशासन द्वारा सुरक्षा के लिहाज से सोनपुर मंडल के सभी छोटे बड़े स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। लेकिन अभी तक महाराजगंज स्टेशन इस सुविधा से वंचित बना है। रेल प्रशासन को इस ओर तुरंत संज्ञान लेने की जरूरत है। - अभिषेक कुमार। 06. रेल प्रशासन द्वारा महाराजगंज स्टेशन पर नई बिल्डिंग का निर्माण तो करा दिया गया है। लेकिन रेल यात्रियों के मूलभत सुविधाओं में शामिल वेटिंग रूम, शौचालय व ठंडे पेयजल का कोई बंदोबस्त नहीं है। - छोटेलाल यादव। 07. महाराजगंज स्टेशन के प्लेटफार्म पर शेड की अति आवश्यकता है। भीषण गर्मी हो या फ़िर ठंड व वारिस रेलयात्रियों के साथ साथ रेलकर्मियों को भी परेशानी होती है। इस ओर अबिलंब कार्रवाई की मांग की जाएगी। - जगदीश साह। 08. स्टेशन पर रेल प्रशासन को अबिलंब वेटिंग रूम की साफ-सफाई कर बेहतर से बेहतर इंतजाम करने की जरूरत है। वेटिंग रूम कप्पL मेंटेनेंस नहीं होने से रात में ट्रेन पकड़ने आने जाने वाले महिला यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। - छोटेलाल साह। 09. इस भीषण गर्मी में रेल प्रशासन को महाराजगंज स्टेशन पर वाटर वेंडिंग मशीन या फिर वाटर फ्रीजर का बंदोबस्त किए जाने चाहिए। ताकि स्टेशन आने जाने वाले रेल यात्रियों को ऊंचे दामों पर बोतल बंद पानी खरीदने की जरूरत नहीं हो सके। - सुरेश यादव। 10. रेल प्रशासन द्वारा स्टेशन के प्लेटफार्म पर आज तक मोबाइल चार्जिंग पॉइंट का कहीं कोई बंदोबस्त नहीं किया गया है। इससे इस डिजिटल युग में यात्रियों को मोबाइल चार्ज करने में काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है।इस ओर रेल प्रशासन द्वारा कोई सुधि नहीं ली जा रही है। - कृष्ण गोपाल। 11. रेल प्रशासन द्वारा महाराजगंज स्टेशन के सौंदर्यीकरण को लेकर लाखों रुपए खर्च किए गए हैं।लेकिन इसके बाबजूद आज तक रेल यात्री बुनियादी सुविधाओं को लेकर आज भी तरस रहे है। संबंधित अधिकारियों द्वारा भी इस ओर ध्यान न देना काफी दुखद है। - रिंकी देवी। 12 . रेल प्रशासन द्वारा हर साल स्टेशनों के सौंदर्यीकरण को लेकर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। बावजूद न्यू महाराजगंज स्टेशन पर बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव रेल विभाग का मुंह चिढ़ा रहा है। - कामाख्या सिंह। 13. स्टेशन के प्लेटफार्म पर सबसे विकट समस्या शेड का है। प्लेटफार्म पर सभी जगह शेड नहीं होने से भीषण गर्मी, वारिस व ठंड में ट्रेन पकड़ कर आने जाने वाले रेल यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। - जय प्रकाश गुप्ता। 14. महाराजगंज स्टेशन पर वाटर वेंडिंग मशीन की अति आवश्यक जरूरत है। रेल यात्रियों को इस भीषण गर्मी में प्यास लगने पर ऊंचे दर पर बोतलबंद पानी खरीदने की विवशता बनी रहती है। - हरेराम पांडेय। 15. रेल प्रशासन द्वारा रेल यात्रियों के सुविधा के लिए स्टेशन होकर ट्रेनों का परिचालन कराया जा रहा है। उस हिसाब से मूलभूत सुविधाओं में कोई बढ़ोतरी नहीं की जा रही है। - जीवन साह 16. महाराजगंज स्टेशन पर सबसे ज्यादा परेशानी महिला रेल यात्रियों के समक्ष बनी है। स्टेशन व प्लेटफार्म पर शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं होने से शौच महसूस होने पर महिलाओं को शर्मसार होना पड़ता है। - राम एकबाल प्रसाद 17. महाराजगंज स्टेशन होकर ट्रेनों की संख्या बढ़नी चाहिए। स्टेशन पर यात्री सुविधा बढ़ाने के साथ रेल प्रशासन को महाराजगंज होकर पटना व गोरखपुर तक ट्रेन का परिचालन तत्काल शुरू कराना चाहिए। जिससे आम आदमी को सहूलियत हो सके। - प्रो एम के अभय। 18. महाराजगंज स्टेशन पर सबसे विकट समस्या विकलांग रेल यात्रियों के समक्ष बनी है। उन्हें सीढ़ी के सहारे प्लेटफार्म पर जाने की विवशता बनी है। इसके अलावा कुली व व्हील चेयर तक सुविधा उपलब्ध नहीं है। - भुआल सिंह। 19. स्टेशन पर रेल प्रशासन को बुजुर्ग,लाचार,बीमार व विकलांगों के लिए व्हील चेयर व कुली का बंदोबस्त किया जाना निहायत जरूरी है। लेकिन इस स्टेशन पर अभी तक ऐसी कोई सुविधा नहीं होना आश्चर्य की बात है। - बृज किशोर जायसवाल। 20. रेल प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा को लेकर स्टेशन पर कोई व्यवस्था नहीं होना व ट्रेनों ली संख्या नहीं बढ़ाना दुर्भाग्यपूर्ण है। हजारों की संख्या यात्री प्रतिदिन गोरखपुर व पटना की यात्रा करते हैं। इसलिए यहां की ट्रेन चलानी चाहिए। - प्रो सुबोध सिंह।
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