कूड़े- कचरे से कमाई करेगा नगर परिषद, कचरे से जैविक खाद बनाकर बेचने की तैयारी
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हिन्दुस्तान प्रतिनिधि, किशनगंज। शहर से निकलने वाले कूड़े-कचरे का प्रोसेसिंग कर नगर परिषद इससे कमाई भी करेगा। इसके लिए महेशबथना स्थित कचरा डंपिंग यार्ड में करीब 3.5 करोड़ की लागत से प्रोसेसिंग प्लांट लगाया जायेगा। जुलाई महीने से कूड़े कचरे की प्रोसेसिंग कर जैविक खाद सहित अन्य सामग्री तैयार करने की योजना पर काम शुरू हो जायेगा। जल्द ही नगर परिषद जैविक खाद को एजेंसी के माध्यम से आम लोगों, किसानों, बागवानी करने वालों के बीच बिक्री का काम शुरू कर देगा। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि इससे शहर से निकलने वाले कचरे का सही से निस्तारण हो जाएगा।
नगर परिषद द्वारा महेशबथना गांव के पास कूड़ा डंपिंग प्वाइंट बनाया गया है। इस डंपिंग प्वाइंट पर रोजाना शहर से निकलने वाले कचरा इकट्ठा किया जाता है। नगर परिषद द्वारा तय एजेंसी के माध्यम से यहां पर सूखा और गीला कचरा अलग कर पिट बनाकर खाद व अन्य सामग्री तैयार किया जायेगा। कचरा अलग कर प्रोसेसिंग के लिए मशीन लगाई जायेगी। अभी तय नहीं हुआ है रेट, पैकेजिंग, ब्रांडिंग व बिक्री के लिए एजेंसी तय : नगर परिषद की ओर से फिलहाल खाद बेचने का रेट तय नहीं किया गया है। रेट तय करने के लिए नगर विकास विभाग से पत्राचार किया गया है। नगर परिषद ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। हालांकि नगर परिषद द्वारा खाद की पैकेजिंग, ब्रांडिंग और इसे बेचने से कमाई लाखों रुपये प्रति महीने होने वाला है। सरकार से एप्रूव एजेंसी इस खाद के विपणन का सारा काम देखेगी। आम आदमी व किसान भी यहां से ले सकेंगे जैविक खाद, बनाया जाएगा आउटलेट : नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि गीले कचरा से खाद बनाने की योजना जुलाई महीने से शुरू हो जायेगी। उन्होंने कहा कि खाद की सीधी बिक्री के लिए आउटलेट भी खोला जाएगा। यहां से कोई भी आदमी अपने बगीचे, नर्सरी आदि के लिए तय रेट पर खाद खरीद सकते हैं। यही नहीं, जैविक खाद का उपयोग करने वाले किसान भी यहां से जैविक खाद ले सकते हैं। कचरे से खाद तैयार करने और उसका विपणन सही तरीके से हुआ तो नगर परिषद को करोड़ों की कमाई होगी। सूखे कचरे की प्रोसेसिंग कर निकलने वाली सामग्री का सड़क निर्माण में होगा उपायोग : इतना ही नहीं सूखे कचरे की प्रोसेसिंग करने के बाद इससे निकलने वाली सामग्री का उपयोग सड़क निर्माण में किया जायेगा। इसके लिए भी डंपिंग यार्ड में प्रोसेसिंग प्लांट लगाया जायेगा। जिसमें सूखा कचरा डालने के बाद इसकी प्रोसेसिंग कर सामग्री तैयार की जायेगी। किशनगंज नगर परिषद से प्रतिदिन निकलता है 45 टन सूखा व गीला कचरा: प्रवीण कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद से मिली जानकारी अनुसार किशनगंज नगर परिषद में रोज 25 टन सूखा कचरा व 20 टन गीला कचरा निकलता है। जिसकी प्रोसेसिंग करने के बाद करीब 10 टन प्रतिदिन जैविक खाद बनाया जा सकता है। वहीं सूखा कचरा (प्लास्टिक अपशिष्ट) से भी 10 से 12 टन उपयोगी सामग्री तैयार की जायेगी। जिसका उपयोग सड़क निर्माण में किया जायेगा। कूड़े कचरे की प्रोसेसिंग के लिए महेशबथना स्थित डंपिंग यार्ड में प्लांट लगाया जायेगा। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जुलाई महीने से शहर में निकलने वाले गीले कचरे से जैविक खाद व सूखे कचरे से सड़क निर्माण में उपयोग होने वाली सामग्री तैयार की जायेगी। जिसकी बिक्री से नगर परिषद को कमाई भी होगी और शहर भी साफ-सुथरा रहेगा।
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