चार पिस्टल से चली गोलियां, 11 खोखा बरामद
चार पिस्टल से चली गोलियां, 11 खोखा पुलिस ने किया बरामद

लखीसराय, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। वलीपुर पंचायत के मुखिया की हत्या के दौरान चार पिस्टल से गोली चलने की पुलिसिया जानकारी मिल रही है। अब तक के हुए जांच एवं बरामद खोखा की जांच के बाद स्पष्ट हुआ है कि घटना स्थल से बरामद 11 खोखा चार पिस्टल का है। जांच के क्रम में पता चला कि तीन पिस्टल से तीन तीन एवं एक पिस्टल से दो गोलियां चली है। हालांकि स्थानीय लोगों की मानें तो पुलिस द्वारा बरामद किया गया खोखा से ज्यादा फायरिंग हुई है। ग्रामीणों की मानें तो 22 से 24 राउंड फायरिंग अपराधियों के द्वारा किया गया है। सात गोली मुखिया एवं एक गोली पार्षद प्रतिनिधि को लगी है।
पोस्टमार्टम कने वाले चिकित्सक की मानें तो दोनों को अपराधियों के द्वारा काफी नजदीक से गोली मारी गई है। मंगलवार की अर्द्धरात्रि मध्य विद्यालय वलीपुर से घर जाने के लिए निकले मुखिया एवं वार्ड पार्षद प्रतिनिधि के घर की दूरी काफी कम थी। मुखिया का घर स्कूल से महज 100 मीटर के करीब है, इसी बीच अपराधियों ने गोली बरसा कर उसकी हत्या कर दी। घात लगाए अपराधी मुखिया पर काफी देर से नजर जमाए था और स्कूल के पास रहे एक गली में छिपा हुआ था। लगातार मुखिया पर नजर बनाए अपराधियों ने स्कूल से निकलकर सड़क पर पहुंचते ही मुखिया के ऊपर अंधाधूंध फायरिंग शुरू कर दिया। हायर शूटर से हत्या को अंजाम दिलाने की आशंका अब तक पुलिसिया जांच एवं ग्रामीणों से मिल रहे इनपुट के आधार पर ऐसी जानकारी मिल रही है अपराधियों के द्वारा मुखिया की हत्या के लिए शूटर को हायर किया गया था। शूटर स्थानीय नहीं था और बाहरी चेहरे को कई लोगों ने स्कूल एवं मुखिया के घर के बीच मंडराते देखा था। ऐसे में लोगों ने कयास लगाया था कि श्राद्ध कर्म के घर का कोई रिश्तेदार होगा इस कारण लोगों ने अंजान चेहरा रहने के बाबजूद पूछताछ करना मुनासिब नहीं समझा। अब तक के जांच एवं पुलिस को मिल रहे अनपुट के अनुसार अपराधी दो से तीन दिनों से मुखिया की हत्या को लेकर स्थानीय स्तर पर अपराधी सक्रिय था। मंगलवार को श्राद्धकर्म के भोज में मुखिया एवं वार्ड पार्षद प्रतिनिधि साढ़ तीन से चार घंटा तक स्कूल पर रूका था। बारिश होने की वजह से अधिकांश लोग भोज खाकर चले गए थे और 10 से 15 लोग ही स्कूल में बचे थे जब मुखिया घर जा रहा था। मुखिया की हत्या में चार अपराधियों के शामिल होने की बात कही जा रही है। डॉग स्कवायड व फारेंसिंक के साथ तकनीकी टीम ने की जांच मुखिया एवं वार्ड पार्षद प्रतिनिधि की हत्या के बाद बुधवार को डॉग स्कवायड, फारेंसिंक एवं तकनीकी जांच की टीम घटना स्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच की। डाग स्कवायड की टीम को कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी। वहीं फारेंसिंक टीम के द्वारा घटना स्थल से रक्त का नमूना सहित अन्य साक्ष्य को इकट्टा किया गया। फारेंसिंक जांच के दौरान ही स्पष्ट हुआ कि घटनास्थल से बरामद खोखा चार पिस्टल में उपयोग किया गया है। वपहीं तकनीकी टीम भी सक्रियता से जांच कर रही है। दो से तीन दिनों के अंदर तकनीकी टीम के जांच में प्रगति देखने को मिल सकेगा। पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर बुधवार को भी पूरे दिन सक्रिय रही। बुधवार को पिपरिया थाना पर एसडीपीओ शिवम कुमार ने कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार कार्य कर रही है। कुछ पहलुओं पर पुलिस काफी काम किया है। जल्द ही परिणाम मिलेगा। घटना के बाद गांव में सन्नाटा, हर अपरिचित चेहरे पर संदेह मंगलवार की रात हुए मुखिया एवं वार्ड पार्षद प्रतिनिधि की हत्या के बाद गांव में सन्नाटा पसरा है। बुधवार की सुबह पोस्टमार्टम के समय सदर अस्पताल में भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक कुमार, जदयू जिलाध्यक्ष रामानंद मंडल, जिला पार्षद रविरंजन कुमार उर्फ टनटन, पूर्व जिला पार्षद ब्रजनंदन शर्मा उर्फ डिलन सिंह, प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि रामबिलास शर्मा, सरपंच राजेन्द्र सिंह, लोजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रवि शंकर प्रसाद सिंह उर्फ अशोक सिंह, नप उप सभापति शिव शंकर राम, भाजपा जिला उपाध्यक्ष नवीन सिंह, जिप प्रतिनिधि सह भाजपा जिला उपाध्यक्ष हिमांशु कुमार सहित अन्य मौजूद रहे। वहीं गांव में मातमी सन्नाटा रहा। गांव के चौराहे से लेकर गलियों तक गुजरने वाले हर अंजान चेहरे को लोग संदेह की नजर से देख रहे थे। हर किसी के आंखों में आंसू और दुख स्पष्ट दिख रहा था। 2010 पार्षद प्रतिनिधि चंदन के पिता की हुई थी हत्या वार्ड पार्षद इंदू देवी के पुत्र चंदन कुमार की मंगलवार की रात हुई हत्या के बाद पूरा परिवार दहशत एवं सदमा में है। 18 नवंबर 2010 को पिपिरिया थाना क्षेत्र के पथुआ गांव दियारा के पास हुए संघर्ष में चंदन के पिता अरविंद सिंह उर्फ खटानन की हत्या हो गई थी। हत्या के बाद अरविंद का शव भी पुलिस बरामद नहीं कर सका था। ऐसे में पिता की हत्या के लगभग 15 वर्ष के बाद पुत्र की हत्या से पूरा परिवार सदमा है और हर कोई उसके प्रति सहानुभूति दर्शा रहा है। वहीं वलीपुर गांव के ब्रह्मदेवती स्थान के पास रहे चंदन इलेक्ट्रिकल नाम की दुकान भी बंद रही और हर कोई दुकान देखकर चंदन के अच्छे गुणों का चर्चा कर रहा था। मुखिया संघ ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, मुआवजा एवं सुरक्षा की मांग वलीपुर पंचायत के मुखिया एवं वार्ड पार्षद प्रतिनिधि की हत्या को लेकर जिलेभर के जनप्रतिनिधियों में आक्रोश व्याप्त है। इसी क्रम में मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार के द्वारा डीएम मिथिलेश को ज्ञापन सौंपा गया। बुधवार को डीएम को पोस्टमार्टम हाउस के पास बुलाकर ज्ञापन सौंपा गया। संघ के द्वारा मृत मुखिया के परिजनों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता अथवा एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई। साथ ही परिजनों की सुरक्षा के लिए स्थायी उपाय किए जाएं ताकि भविष्य में कोई ऐसी घटना पुनः न घटे। मुखिया संघ के सदस्यों ने जोर देकर कहा कि आज का जनप्रतिनिधि, विशेषकर पंचायत स्तर का मुखिया, निरंतर वाद-विवाद, आपसी रंजिश और राजनीतिक द्वेष से घिरा रहता है। ऐसी स्थिति में सरकार को चाहिए कि सभी मुखियों को लाइसेंसी हथियार उपलब्ध कराए जाएं ताकि वे अपनी आत्मरक्षा कर सकें। उन्होंने इस बाबत जिले में शिविर लगाकर हथियार वितरण की मांग की। इस पर डीएम ने आश्वस्त किया कि रते जिन लोगों ने अब तक आवेदन नहीं किया है, वे नियमों के तहत आवेदन करें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हथियार का आवंटन केवल नियम एवं पात्रता के आधार पर ही किया जाएगा।डी एम ने यह भी कहा कि जो मांगें सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत आती हैं, उन्हें शीघ्रातिशीघ्र पूरा करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने मुखिया संघ को निष्पक्ष जांच और स्पीडी ट्रायल के माध्यम से अपराधियों को शीघ्र सजा दिलाने का भरोसा दिलाया। मौके पर मुखिया गोपाल कुमार, नीतीश कुमार सहित अन्य कई मौजूद रहे। बिहार में अपराधी राज कायम, सत्ता संरक्षित अपराधी बेखौफ भाकपा लखीसराय जिला परिषद ने कहा है कि बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक हो चुकी है और राज्य में अपराधियों का बोलबाला है। लखीसराय जिले के पिपरिया प्रखंड अंतर्गत वलीपुर पंचायत के मुखिया एवं वार्ड सदस्या पुत्र की देर रात हत्या राज्य सरकार की नाकामी और प्रशासन की निष्क्रियता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। पार्टी ने कहा कि लखीसराय जिले में प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं बची है। जिला पुलिस आम जनता पर तो सख्ती दिखाती है, लेकिन अपराधियों के सामने पूरी तरह से नतमस्तक नजर आती है। पुलिस प्रशासन का ध्यान जनता की सुरक्षा और न्याय की गारंटी करने के बजाय केवल वसूली और सत्ता के इशारे पर कार्य करने में केंद्रित है। यहां अपराधियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते लखीसराय में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस का भय समाप्त हो गया है। आम जनता असुरक्षित महसूस कर रही है और शासन-प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। भाकपा ने सरकार से वलीपुर पंचायत के मुखिया और वार्ड सदस्य की हत्या में शामिल अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करने, मृत मुखिया के परिजनों को सुरक्षा प्रदान करने, जिला प्रशासन को राजनीतिक दबाव में कार्य बंद करने और स्वतंत्र रूप से कानून-व्यवस्था लागू करने, आम नागरिकों के खिलाफ दमनकारी नीतियों को तत्काल रोकने एवं अपराधियों के खिलाफ कठोर और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है। प्रेस विज्ञप्ति भाकपा जिला कार्यकारिणी के रजनीश कुमार ने जारी किया है।
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